मध्य प्रदेश के इंदौर में रहने वाले लगभग 5,000 पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थियों को कोरोना वायरस का टीका लगाया जाएगा। ये हिन्दू शरणार्थी कई दिनों से इसके लिए माँग कर रहे थे। संबंधित अधिकारी ने रविवार (13 जून) को यह जानकारी दी कि मध्य प्रदेश सरकार ने इसके लिए अनुमति प्रदान कर दी है।
इंदौर के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि पाकिस्तानी हिन्दू सिंधी समुदाय के लगभग 5,000 लोग इंदौर में रहते हैं। ये सभी अधिकतर शहर के सिंधी कालोनी एरिया में रह रहे हैं। डॉ. जड़िया ने बताया कि शरणार्थी हिंदुओं के प्रतिनिधि लगातार समुदाय के लोगों के टीकाकरण की माँग कर रहे थे जिस पर मध्य प्रदेश सरकार ने संज्ञान लेते हुए इन सभी शरणार्थियों के टीकाकरण को मंजूरी दे दी। डॉ. जड़िया ने बताया कि सरकार से मंजूरी मिलने के बाद पाकिस्तान के ये शरणार्थी हिन्दू इंदौर के टीकाकरण केंद्रों में Covid-19 का टीका लगवा सकते हैं।
डॉ. जड़िया ने बताया कि इंदौर में टीकाकरण कार्यक्रम तेजी से चल रहा है और प्रशासन मानवीय आधार पर भी शहर में मौजूद सभी वयस्कों के टीकाकरण का कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले महीने ही एक विदेशी नागरिक को इंदौर में टीका लगाया गया जो इंदौर किसी आवश्यक कार्य से आया था।
कुछ दिनों पहले राजस्थान से हिन्दू प्रवासियों को टीकाकरण में आ रही समस्याओं की खबर आई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजस्थान के जोधपुर जिले में करीब 24 से ज्यादा झुग्गियों में 90 फीसदी पाकिस्तानी हिन्दू प्रवासी रहते हैं। बताया गया था कि इन हिन्दू प्रवासियों की न तो इनकी Covid-19 की जाँच हुई है और न ही उन्हें किसी तरह का इलाज मुहैया कराया गया।
हालाँकि, इन बस्तियों में पहले से ही कई लोग कोरोना की चपेट में आ चुके थे। जोधपुर में रहने वाले 5 प्रवासियों की कथित तौर पर कोरोना से मौत भी हो गई थी। इन सबके बावजूद इनको Covid-19 की वैक्सीन नहीं लगाई जा सकी क्योंकि इन लोगों के पास आधार कार्ड व अन्य कोई पहचान पत्र नहीं है।