उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी देने के मामले में जाँच तेज कर दी है। यह धमकी एक ट्विटर हैंडल के द्वारा दी गई थी, जिसमें दोनों को बम से उड़ाने की बात लिखी थी। यह आपत्तिजनक ट्वीट 4 नवंबर 2030 (गुरुवार) को किया गया था। पुलिस ने इस संबंध में ट्विटर से जानकारी माँगी है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बम से उड़ाने की यह धमकी दीपक शर्मा नाम के ट्विटर हैंडल से दी गई थी। पुलिस को शक है कि ट्विटर अकाउंट बनाने वाले ने गलत नाम और पहचान का सहारा लिया है। इस मामले की शिकायत सबसे पहले UP पुलिस की 112 यूनिट को की गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए UP 112 ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। लखनऊ पुलिस के DCP क्राइम प्रमोद कुमार तिवारी ने इस प्रकरण में चल रही कार्रवाई से अवगत करवाया।
डीसीपी क्राइम के अनुसार अंतिम जाँच निष्कर्ष का प्रतीक्षा करना ठीक होगा। जब तक कन्फर्म न हो जाए तब तक किसी का नाम लेना उचित नहीं। ट्विटर से सूचना आने के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मोदी और योगी को बम से उड़ाने की धमकी के अलावा भी इस अकाउंट से कई अन्य आपत्तिजनक ट्वीट किए गए हैं। उन सभी को जाँच के दायरे में रखा गया है।
प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ इस प्रकार की धमकियाँ पहले भी दी जा चुकी हैं। जून 2021 में दिल्ली पुलिस ने फोन पर प्रधानमंत्री को मारने की धमकी देने वाले आरोपित को गिरफ्तार किया था। इसी प्रकार की फोन पर धमकी नवम्बर 2020 में भी दी गई थी। तब भी दिल्ली पुलिस ने आरोपित को गिरफ़्तार किया था।
UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पहले जान से मारने की धमकियाँ मिल चुकी हैं। अप्रैल 2021 में पुलिस कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप नम्बर पर मैसेज भेज कर 4 दिन में हमले की धमकी दी थी। इसी के साथ मई 2020 में भी योगी आदित्यनाथ को एक विशेष समुदाय के लिए खतरा बताते हुए UP 112 के सोशल मीडिया डेस्क के व्हाट्सएप नम्बर पर धमकी आई थी।