सोमवार (21 अप्रैल 2025) की रात बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ईसाई प्रार्थना सभा में हंगामा किया। बजरंग दल के प्रांत संयोजक योगेश रेनवाल के मुताबिक ” सूचना मिली थी कि ईसाई मिशनरी जॉय मैथ्यू कुछ विदेशी नागरिकों के साथ हिंदुओं का धर्मांतरण करवा रहा है। जब वे मौके पर पहुँचे तो देखा कि ईसाई मिशनरी के साथ विदेशी नागरिकों में 3 बच्चे और पत्नी शामिल है। भील समाज के 50 लोगों को इकट्ठा करके हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहा है। भील समाज के लोगों में 50 महिलाएँ, बच्चें और पुरुष शामिल थे।”
वहीं भील समाज के लोगों ने बताया कि उनके गांव में जॉय मैथ्यू नाम का ईसाई मिशनरी का व्यक्ति रहता है। वहाँ उसका एक बड़ा प्लॉट है, जहाँ विश्राम घर बनाया हुआ है। ईसाई मिशनरी लोगों को राशन, पैसे देने की बात कहता है। कई लोगों के तो मकान भी बनवा कर दिए है। जॉय मैथ्यू लोगों से हिंदू देवी-देवताओं की फोटो नाले में फेंकने के लिए कहता है।
रेनवाल ने आरोप लगाया कि जॉय मैथ्यू उन लोगों से ईसाई प्रार्थना करवा रहा था और धर्मांतरण करके क्रॉस पहना रहा था। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस गतिविधि का विरोध किया और प्रार्थना सभा को तत्काल रोकने की माँग की, जिसके बाद हंगामा हुआ।
पुलिस ने बताया कि विदेशी नागरिकों में जॉय मैथ्यू का बेटी- दामाद और बच्चे हैं, जो टूरिस्ट वीजा पर अमेरिका से कोटा आए हैं। पुलिस ने मैथ्यू और उसके दामाद को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस दामाद कॉलीन के खिलाफ विदेशी विषयक अधिनियम 1946 के तहत मामला दर्ज कर जाँच कर रही है। वहीं गाँव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।