देश को कोरोना वायरस के खिलाफ युद्धस्तर पर तैयार करने के तरफ अहम कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की। इसके बाद कई राज्यों ने पूरी तरह खुद को लॉकडाउन कर लेने की घोषणा की। आज देश के 75 कोरोना प्रभावित जिलों को भी लॉकडाउन कर देने का निर्णय ले लिया गया है। इन में उत्तर प्रदेश के 7 जिले – लखनऊ, मुरादाबाद, वाराणसी, नोएडा, आगरा, लखीमपुर खीरी और गाजियाबाद भी शामिल हैं।
संशय, भ्रम और अफवाहों के बीच लॉकडाउन क्या है, इसे समझना बेहद जरूरी हो जाता है। जरूरी इसलिए ताकि बेवजह खौफ और डर का माहौल न पैदा हो। 6 मुख्य बिंदुओं से समझें लॉकडाउन क्या है और क्यों इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
* लॉकडाउन एक आपाकलीन व्यवस्था है, जो किसी महामारी या किसी आपदा के समय सरकार द्वारा लागू की जाती है।
* इस दौरान जीवन के लिए आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है। अस्पताल आदि जरूरी सेवाएँ खुली रहती हैं।
* अगर किसी को दवा या अनाज की जरूरत है तो बाहर जा सकता है।
* छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के काम से भी बाहर निकलने की अनुमति मिल सकती है।
* दफ्तर चाहे वो प्राइवेट हों या सरकारी – वो सब बंद रहते हैं। सिनेमा हॉल, स्कूल, दुकानें, फैक्ट्रियाँ और सार्वजनिक परिवहन के साधन जैसे ट्रेन, मेट्रो, बस आदि पूरी तरह बंद रहते हैं। निजी वाहनों को अनुमति हो सकती है।
* रोजमर्रा की जरूरत के सामान जैसे दूध, सब्जी, किराना और मेडिकल स्टोर खुले रहते हैं।
इस तरह देखें तो लॉकडाउन की वैसे तो कोई ठीक-ठीक परिभाषा मौजूद नहीं है, लेकिन आमतौर पर संक्रमण को रोकने के लिए सरकारें इस तरह के कदम उठाती हैं। लॉकडाउन में सरकार का लक्ष्य यह होता है कि लोग यहाँ-वहाँ कम आएँ-जाएँ। जनता का आवागमन बाधित हो, जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इसमें विशेष तौर पर सरकारों द्वारा दिए गए सुझावों, बनाए गए नियमों और निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाता है।
याद रहे कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए आज पंजाब और राजस्थान समेत कई राज्यों ने खुद को पूरी तरह से लॉकडाउन कर लिया है। मीडिया के अनुसार महाराष्ट्र में सबसे अधिक कोरोना संक्रमित लोग पाए गए हैं। उसके बाद केरल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान का नंबर आता है। पूरे देश में अब तक कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 341 पहुँच गई है। वहीं इस वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या देश में जहाँ 7 पहुँच चुकी हैं, जिनमें से 3 की मौत आज ही हुई है।