Saturday, September 7, 2024
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दिल्ली पुलिस ने शरजील इमाम के खिलाफ UAPA एक्ट के तहत दायर की चार्जशीट, देशद्रोह के अलावा कई मुक़दमे दर्ज

पुलिस ने चार्जशीट में देशद्रोह के साथ आईपीसी की धारा 153 (ए), 153-बी और 505 को भी शामिल किया है। शरजील पर CAA के खिलाफ शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान, राष्ट्र की संप्रभुता, अखंडता को नुकसान पहुँचने वाली गतिविधियों में लिप्त होने और लोगों को उकसाने का आरोप है। अदालत मामले में 27 जुलाई को सुनवाई कर सकती है।

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान देशद्रोही बयान के आरोपित शरजील इमाम के खिलाफ क्राइम ब्रांच की टीम दिल्ली के पटियाला कोर्ट में शनिवार (25 जुलाई, 2020) को चार्जशीट दाखिल किया है। दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट यूएपीए एक्ट के तहत दायर किया है। बता दें कि जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम ने जामिया और अलीगढ़ में भड़काऊ भाषण दिया था।

पुलिस ने चार्जशीट में देशद्रोह के साथ आईपीसी की धारा 153 (ए), 153-बी और 505 को भी शामिल किया है। शरजील पर CAA के खिलाफ शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान, राष्ट्र की संप्रभुता, अखंडता को नुकसान पहुँचने वाली गतिविधियों में लिप्त होने और लोगों को उकसाने का आरोप है। अदालत मामले में 27 जुलाई को सुनवाई कर सकती है।

चार्जशीट में लगाए गए आरोप

चार्जशीट में कहा गया है, ‘‘शरजील इमाम पर देश के खिलाफ भाषण देने और एक विशेष समुदाय को अवैध गतिविधियों में शामिल होने के लिए भड़काने का आरोप है, जो राष्ट्र की संप्रभुता और एकता के खिलाफ है। संशोधित नागरिकता कानून के विरोध की आड़ में उसने एक विशेष समुदाय के लोगों को राजमार्ग बाधित करने के लिए उकसाया और ‘चक्का जाम’ कराया जिससे सामान्य जनजीवन बाधित हुआ।’’

इसमें आगे आरोप लगाया गया है,” इमाम ने खुलेआम संविधान का उल्लंघन किया और इसे ‘फासीवादी’ दस्तावेज बताया। सीएए के विरोध के नाम पर उसने खुलेआम दुष्प्रचार किया कि ‘चिकेन नेक’ को जाम किया जाए जो पूर्वोत्तर को शेष भारत से जोड़ता है। उसने प्रदर्शन के लोकतांत्रित तरीकों का भी अपमान किया।’’

लैपटॉप ने खोले शरजील के राज

जाँच कर रही पुलिस को शरजील के कारनामों का खुलासा उसके लैपटॉप से भी मिला था। लैपटॉप के जरिए पुलिस को शारजील द्वारा मस्जिद के आस-पास वाले इलाकों में भड़काऊ पोस्टर बँटवाने का सबूत भी मिला था। लैपटॉप के डाटा की खोजबीन के दौरान पुलिस को उन सभी पोस्टर की तस्वीरें बरामद हुई।

शरजील का भड़काऊ भाषण

इमाम पर जामिया मिलिया इस्लामिया में 13 दिसम्बर और इसके बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 16 जनवरी को भड़काऊ भाषण देने की जाँच चल रही है। जहाँ उसने कथित तौर पर धमकी दी थी कि असम और शेष पूर्वोत्तर राज्यों को भारत से ‘अलग कर दिया जाए।’

पुलिस ने इससे पहले अदालत को बताया था कि 13 दिसम्बर के उसके भाषण के बाद दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर आगजनी और हिंसा हुई और 16 जनवरी के उसके भाषण के बाद कई जगह प्रदर्शन शुरू हो गए। वर्तमान में वह गुवाहाटी जेल में बंद है और कोरोना वायरस से संक्रमित है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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