Thursday, November 14, 2024
Homeदेश-समाजदिल्ली में जहाँ मनीष का मर्डर, वहाँ न लड़कियाँ सुरक्षित न मंदिर: 'अवैध मुर्गा...

दिल्ली में जहाँ मनीष का मर्डर, वहाँ न लड़कियाँ सुरक्षित न मंदिर: ‘अवैध मुर्गा मंडी’ सुंदर नगरी के लोगों की समस्या, पुलिस ने कहा – कम्युनल एंगल नहीं

"मंदिर में मांस और कटे मुर्गे के पंख आदि डाल दिए जाते थे। एक मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति को हड्डी की माला पहना दी गई थी... सुंदर नगरी में पिछले 15 सालों में महज 30% हिन्दू आबादी बची है।"

दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके में शनिवार (1 अक्टूबर 2022) को मनीष नाम के एक दलित युवक की हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप फैजान, बिलाल और आलम पर लगा है, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। मनीष के कत्ल की वजह पुराने केस को वापस न लेना बताया गया।

मनीष हत्याकांड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित हिन्दू परिवार ने दिल्ली पुलिस पर प्रताड़ना देने का आरोप लगाया है। इसके अलावा मीडिया को इन्होंने बताया कि सुंदर नगरी में बहन-बेटियाँ असुरक्षित हैं। इस बात की पुष्टि वहाँ रहने वाली बच्चियों ने भी की।

न्यूज़ इंडिया के संवाददाता गौरव मिश्रा ने सुन्दर नगरी का दौरा किया। वहाँ पर नाबालिग लड़कियों ने बताया कि उन्हें स्कूल जाते समय छेड़ा जाता है। पीड़िता बच्चियों ने यह भी बताया कि जब वो अपने साथ होने वाली छेड़छाड़ की शिकायत पुलिस में करती हैं तो उनसे सबूत माँगा जाता है।

लड़कियों को छेड़ने घर तक

गौरव मिश्रा द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में एक लड़की ने माँग की है कि उन्हें छेड़ने वाले लड़कों की छुट्टी 1 घंटे बाद हो। लड़की ने इन घटनाओं को रोजाना होने वाली हरकतें बताया है। दूसरी लड़की ने भी आरोपों का समर्थन करते हुए कहा कि शिकायत करने का कोई फायदा नहीं होता क्योंकि पुलिस एक्शन ही नहीं लेती।

सुन्दर नगरी में छेड़छाड़ वाली घटनाओं पर बोलते हुए एक अन्य लड़की ने कहा कि सुबह से शाम तक उन्हें छेड़ा जाता है और कभी-कभार तो लड़के घर तक चले आते हैं। लड़की ने बताया कि उसे शाम को घर से निकलने में डर लगता है।

CM योगी ही कर सकते हैं इंसाफ

गौरव मिश्रा द्वारा ही शेयर किए गए एक अन्य वीडियो में मृतक मनीष के परिजन इंसान की मॉंग को लेकर योगी आदित्यनाथ से मिलने की इच्छा जता रहे। घर में मौजूद महिलाएँ कह रहीं हैं कि सीएम योगी ही इंसाफ दिला सकते हैं क्योंकि कातिलों को फाँसी की सजा होनी चाहिए। इस माँग के साथ पीड़ित परिवार फूट-फूट कर रोने लगा।

सुंदर नगरी में मंदिर भी नहीं सुरक्षित

गौरव से बात करती हुई सुंदर नगरी की एक अन्य स्थानीय महिला दावा कर रही हैं कि वहाँ पर मंदिर भी सुरक्षित नहीं हैं। 7 साल पुरानी किसी घटना का जिक्र करते हुए महिला बता रही हैं कि कैसे वहाँ के मंदिर में मांस और कटे मुर्गे के पंख आदि डाल दिए जाते थे।

बताया गया कि तब वहाँ के एक मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति को हड्डी की माला पहना दी गई थी। N ब्लॉक के किसी और मंदिर में भी महिला ने यही हालात बताए। स्थानीय निवासियों ने पुलिस कार्रवाई को संतोषजनक नहीं बताया।

इसी वीडियो में मंदिर के पुजारी ने कहा कि 5 हिन्दू लड़कों की हत्या हो चुकी है और ऐसी घटनाएँ रुक नहीं रहीं। पुजारी के मुताबिक किसी भी हिन्दू की हत्या में अभी तक कुछ भी न्याय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कातिल जमानत पा जाते हैं। खुद गौरव मिश्रा के मुताबिक सुंदर नगरी में पिछले 15 सालों में महज 30% हिन्दू आबादी बची है।

मुर्गे की अवैध मंडी

मनीष हत्याकांड की रिपोर्टिंग के लिए गए सुदर्शन न्यूज़ के संवाददाता सागर कुमार ने सुंदर नगरी में अवैध मुर्गा मंडी दिखाया। उन्होंने बताया कि मंडी पूरी तरह से अवैध है और वहाँ के दुकानदारों के पास कोई लाइसेंस भी नहीं है। स्थानीय लोगों के मुताबिक अवैध मंडी ही कई अपराधों की जड़ है।

पीड़ितों के साथ पुलिस की बर्बरता

सुदर्शन न्यूज़ द्वारा शेयर किए गए एक अन्य वीडियो में मृतक मनीष के परिवार के सदस्यों को दिल्ली पुलिस कहीं बलपूर्वक ले जा रही है। बल प्रयोग करने में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। वीडियो के अंत में एक महिला अपने हाथ में घाव को दिखा कर पुलिस द्वारा अत्याचार किए जाने का आरोप लगा रही है।

मनीष हत्याकांड में कम्युनल एंगल नहीं: दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस के DCP उत्तरी-पूर्वी ने वीडियो जारी करते हुए इस घटना में किसी भी प्रकार का साम्प्रदायिक एंगल होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि ये आपसी झगड़ा था, जो एक साल पहले एक साथ ही खाने-पीने के दौरान हुआ था। परिवार के प्रति संवेदना जताते हुए DCP ने कहा कि भीड़ में सद्भाव बिगाड़ रहे शामिल हर व्यक्ति से सख्ती बरती जाएगी।

दिल्ली पुलिस ने सभी से भ्रामक सूचनाएँ न तो शेयर करने और न ही उस पर ध्यान देने की अपील की है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ट्विटर (X) से सूचनाएँ लेगा पर खबरें नहीं देगा ब्रिटेन का ‘द गार्डियन’, फ्रांस की मीडिया कंपनियों ने एलन मस्क के प्लेटफॉर्म पर ठोका...

एक्स ने अदालती आदेश का पालन नहीं किया, जिससे मीडिया संस्थानों ने इसे कानून की अनदेखी बताते हुए 12 नवंबर 2024 को फिर से मुकदमा दायर किया है।

‘पहले यहाँ जंगल था, अब यहाँ सिर्फ मुसलमानों के घर हैं’: झारखंड में घुसपैठ ने कैसे बदले हालात स्थानीय लोगों ने बताए, कहा- अब...

स्थानीयों ने बताया कि घुसपैठिए झारखंड के जनजातीय जिलों को निशाना बना रहे हैं। उनका मकसद जमीन हड़पना और लोगों में डर बैठाना है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -