उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लव जिहाद (Love Jehad) और धर्मांतरण (Religious Conversion) पर कानून बनने के बावजूद वहाँ ऐसी घटनाएँ रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। असामाजिक तत्व इस तरह की घटनाओं को अंजाम देकर देकर सरकार और कानून को सीधी चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं।
दो अलग-अलग मामलों में राज्य के इटावा में एक डॉक्टर को अपने सहयोगी को धर्मांतरित करने के का आरोपित बनाया गया है। वहीं, रामपुर जिले में एक मौलवी ने एक हिंदू को धर्मांतरण के लिए लालच दिया है। इस मामले में पुलिस ने मौलवी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
डॉक्टर ने अपने कर्मचारी को धर्मांतरित किया
इटावा थाने में रामराज यादव नाम के एक शख्स ने शिकायत दी कि वह एक निजी क्लिनिक में काम करता था। इसी दौरान डॉ. फारूकी कमाल ने उसे मुस्लिम बनने के लिए मजबूर कर दिया। उसने दावा किया कि साल 2019 में धर्मांतरण के बाद उसका नाम करम हुसैन कर दिया गया और कुरान पढ़ने के लिए दिया गया।
इस मामले में यूपी पुलिस ने शुक्रवार (8 अप्रैल) को डॉक्टर और उसके दो साथी के खिलाफ उत्तर प्रदेश धर्मांतरण निषेध कानून के तहत मामला दर्ज किया है। मामले में धोखाधड़ी का भी आरोप लगाया गया है। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने कहा कि रामराज यादव ने डुमरियागंज निवासी एक व्यक्ति पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया है।
एसपी ने कहा कि रामराज यादव को मोबाइल चोरी के आरोप में जेल में बंद किया गया था और उसे हाल ही में रिहा किया गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले के सभी पहलुओं को देखते हुए जाँच की जा रही है।
रामपुर में मौलवी गिरफ्तार
वहीं, रामपुर में एक मौलवी और उसके सहयोगी पर एक हिंदू व्यक्ति को धर्मांतरित कर मुस्लिम बनाने का आरोप लगा है। कोतवाली थाने में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि पीड़ित के परिजनों ने उसे नमाज पढ़ते और रोजा रखते हुए देखा तो उन्हें इस बात की जानकारी हुई। उसके बाद पीड़ित के पिता ने कोतवाली थाने में इसकी शिकायत दी।
इस मामले में ASP संसार सिंह ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के नालापार इलाके में रहने वाले लेख सिंह ने अपनी शिकायत में एक मौलवी सहित लोगों को आरोपित किया है। शिकायत में कहा गया है कि मुहल्ले में रहने वाले मौलवी गुलवेज और सिविल लाइंस में रहने वाले नदीम ने उनके बेटे को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराना चाह रहे हैं। उनकी बातों में आकर उनका बेटा मुस्लिम बनना चाहता है। वह घर में नमाज पढ़ता है और रोजा रखता है।
यूपी में धर्मांतरण रैकेट
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) ने पिछले साल आईएसआई द्वारा फंडिंग किए जा रहे एक बड़े धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण में शामिल उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहाँगीर को गिरफ्तार किया था। बाद में और भी कई गिरफ्तारियाँ की गई थीं।
जाँच के दौरान पुलिस ने बताया था इन सबके निशाने पर महिलाएँ और शारीरिक रूप से अक्षम बच्चे होते थे। दोनों को दिल्ली के जामिया नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान UP ATS ने रैकेट के लिए 150 करोड़ रुपये के विदेशी फंडिंग की बात भी कही थी। भारत में धर्मांतरण गतिविधियों के लिए ये पैसे बहरीन सहित अन्य खाड़ी देशों, ब्रिटेन, तुर्की से आते थे।