Monday, May 6, 2024
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रोशन राय के नाम से फेसबुक पर नाबालिग हिंदू लड़की से दोस्ती… घर में सेक्स के बाद मजार में निकाह: UP पुलिस ने शाहवेज को दबोचा

पीड़िता जब महज 15 साल की थी, तब उसे रोहन राय नाम से शाहवेज ने फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। दोस्ती के बाद मंदिर में शादी का नाटक और फिर मजार ले जाकर निकाह। आरोप है कि शाहवेज का पूरा परिवार इस षड्यंत्र में शामिल है और शादीशुदा होने के बावजूद ये लोग कई हिन्दू लड़कियों को फँसाए हुए हैं।

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से लव जिहाद का मामला सामने आया है। यहाँ एक हिन्दू लड़की ने शाहवेज पर खुद को रोशन राय नाम से प्यार के जाल में फँसाने और बाद में निकाह कर के आए दिन पिटाई कर के पैसे उगाही करने का आरोप लगाया है। इस दौरान पीड़िता को जान से मार डालने की भी धमकी दी गई और धर्मान्तरण कराने का भी दबाव डाला गया। शुक्रवार (1 मार्च 2024) को पुलिस ने शाहवेज को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता की शिकायत में शाहवेज के अन्य परिजन भी नामजद हैं, जिनकी भूमिका की जाँच करवाई जा रही है।

घटना सोनभद्र जिले के थानाक्षेत्र रॉबर्ट्सगंज की है। यहाँ पीड़िता ने बुधवार (28 फरवरी 2024) को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। पीड़िता के पिता की मृत्यु काफी पहले बीमारी से हो गई थी। वो घर पर अपनी माँ के साथ अकेली हैं। पीड़िता का एक भाई भी है, लेकिन वो बाहर दूर किसी शहर में कमाता है। शिकायत में बताया गया है कि साल 2018 जब वो महज 15 साल की नाबालिग थी, तब उसे रोहन राय नाम से फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई थी। यह ID शाहवेज चला रहा था। इस रिक्वेस्ट को पीड़िता ने एक्स्पेट कर लिया और दोनों में बातचीत होने लगी।

कुछ माह में ही बातचीत के बाद दोनों की मुलाकात हुई। शाहवेज ने तब भी खुद को हिन्दू बताते हुए पीड़िता को डाला क्षेत्र के एक मंदिर ले गया। मूलतः चुर्क वार्ड नंबर 4 सोनभद्र में रहने वाले रोशन बने शाहवेज ने पीड़िता से अपना घर गाजियाबाद और जॉब नोएडा में बताया। प्यार करने का नाटक करते हुए उसने पहले पीड़िता को पहले विश्वास में लिया और नाबालिग होने के बावजूद उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। जब लड़की की माँ नहीं होती थी, तब वह शारीरिक संबंध बनाने घर पर भी आता था।

शाहवेज बार-बार गाजियाबाद से आने का झूठ बोला करता था। थोड़े समय बाद शाहवेज ने सोनभद्र के ही एक मंदिर में अपने 4-5 दोस्तों की मौजूदगी में पीड़िता से शादी भी कर ली। मंदिर में शादी के बाद पीड़िता अपनी माँ के पास लौट आई। कुछ समय बाद लड़की ने अपनी माँ को सारी बात बताई। पहले तो माँ ने विरोध किया, लेकिन अपनी बेटी की ख़ुशी देखकर वो चुप रही। इस बीच रोशन राय बने शाहवेज ने पीड़िता की माँ को भी झाँसे में ले लिया। उसने हमेशा माँ-बेटी का ध्यान रखने का वादा किया।

25 अगस्त 2019 को शाहवेज पीड़िता को लेकर मिर्जापुर में एक मजार पर गया। इस दौरान शाहवेज के साथ उसके परिवार वाले और कुछ रिश्तेदार भी मौजूद थे। ऑपइंडिया से बातचीत के दौरान पीड़िता ने बताया कि शाहवेज के इन रिश्तेदारों में वाराणसी में रहने वाला एक मौलाना भी था। यहाँ पर आरोपितों द्वारा पीड़िता का बिना मर्जी के निकाह करवाया गया और उसे इस्लाम कबूलने का दबाव भी दिया गया। शाहवेज इसी के बाद से पीड़िता को शाहीन कहने लगा था। इसी दिन पीड़िता को पहली बार शाहवेज के मुस्लिम होने की जानकारी हुई थी।

पीड़िता ने इस्लाम कबूलने से इनकार कर दिया था। वह हिन्दू रीति रिवाज़ का पालन करने लगी। इसी बात पर उससे लगातार मारपीट होती थी और जान से मारने की धमकियाँ भी दी जाती थीं। तब तक पीड़िता गर्भवती हो चुकी थी और मजबूरी में शाहवेज के साथ रह रही थी। थोड़े समय बाद पीड़िता ने एक बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम आयुष है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि शाहवेज इस बच्चे का नाम मोहम्मद अली रखना चाहता था। वह बच्चे का खतना भी करवाना चाहता था। पीड़िता ने इसके लिए मना कर दिया, जिसके बाद दोनों के बीच झगड़ा हुआ। इस झगड़े में पीड़िता की पिटाई भी हुई।

बकौल पीड़िता, सब कुछ जैसे-तैसे चल रहा था। थोड़े समय बाद शाहवेज ने लालच दिखाते हुए चुर्क इलाके में पीड़िता से 60 हजार रुपए में एक जमीन खरीदवाई और फिर डेढ़ लाख रुपए में वहीं जूते की दुकान बनवाई। सब कुछ बन जाने के बाद वह खुद दुकान चलाने लगा और उसका पैसा अपनी जेब में रखने लगा। इस दुकान को बनवाने के लिए पीड़िता ने डेढ़ लाख रुपए का लोन भी लिया था। आरोप है कि अपने अब्बा की खाली जमीन पर दुकान बनवाने के लिए ही शाहवेज ने यह पूरा षड्यंत्र रचा था। पीड़िता ने शाहवेज से उसके झूठ की शिकायत करनी चाही तो उसे मुँह बंद रखने की भी धमकी दी गई।

साल 2023 में पीड़िता ने एक बेटी को जन्म दिया। इसके बाद से पीड़िता की मुसीबतें और बढ़ गईं। प्रताड़ित करते हुए शाहवेज ने पीड़िता के सारे जेवरात हड़प लिए और 2 लाख रुपए दहेज़ लाने का भी दबाव देने लगा। पीड़िता ने अपनी बेटी का नाम सान्या रखा, जबकि शाहवेज सानिया रखने पर आमादा था। इस बात पर न सिर्फ शाहवेज बल्कि उसके अब्बा रिज़वान और भाई तफ़सीर हुसैन भी नाराज हो उठे। आरोप है कि ये दोनों भी अन्य परिजनों के साथ पीड़िता पर इस्लाम कबूलने का दबाव बनाने में शामिल थे। पीड़िता को मिल रही धमकियों में उसके दोनों बच्चों की हत्या करना भी शामिल है।

आखिरकार मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई। सोनभद्र सिटी के डिप्टी एसपी राहुल ने बताया कि मुख्य आरोपित शाहवेज को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके परिजनों पर लगाए गए आरोपों की जाँच करवाई जा रही है। सभी आरोपितों पर IPC की धारा 416, 376, 506 और 498-A के अलावा दहेज़ अधिनियम व धर्मान्तरण निरोधक कानून के तहत कार्रवाई की गई है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।

आरोपित तफ़्सीर हुसैन (शाहवेज का भाई)

सभी शादीशुदा भाइयों की हैं हिन्दू गर्लफ्रेंड

ऑपइंडिया से बात करते हुए पीड़िता ने शाहवेज और उसके परिवार पर हिन्दू लड़कियों को जानबूझ कर टारगेट करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने बताया कि न सिर्फ शाहवेज, बल्कि उसके भाई तफ़सीर के चंगुल में भी कई हिन्दू लड़कियाँ आज भी फँसी हैं।

पीड़िता ने यह भी कहा कि जिस दुकान को कर्ज लेकर उसने खरीदा है, उसके एक हिस्से पर आज भी शाहवेज का अब्बा रिज़वान काबिज़ है। रिज़वान पर उन्होंने कई अन्य लोगों की भी जमीनों को कब्ज़ा करने का आरोप लगाया। नाबालिग होने के बावजूद निकाह करवाने से लेकर अपने साथ उसी समय हुए दुष्कर्म में पीड़िता ने शाहवेज के अब्बू और भाई की भी साजिश बताया है।

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राहुल पाण्डेय
राहुल पाण्डेयhttp://www.opindia.com
धर्म और राष्ट्र की रक्षा को जीवन की प्राथमिकता मानते हुए पत्रकारिता के पथ पर अग्रसर एक प्रशिक्षु। सैनिक व किसान परिवार से संबंधित।

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