राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या करने वाले मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद हैं। ये दोनों कई दिनों से अपने परिवार से मिलने के लिए तड़प रहे हैं। इसी बीच खबर है कि बुधवार (19 अक्टूबर 2022) को गौस मोहम्मद के अम्मी-अब्बू उससे मिलने जेल पहुँचे। उन दोनों को देखकर वह फूट-फूट कर रोने लगा। यह मुलाकात केवल 5 मिनट की थी। तीनों ने एक दूसरे को काँच से देखा और इंटरकॉम के जरिए बात की। वहीं, दूसरे हत्यारोपित रियाज के परिवार वाले अभी तक उससे मिलने के लिए नहीं पहुँचे।
गौस के अब्बू ने कन्हैयालाल हत्याकांड पर अफसोस जताते हुए कहा, “मेरे बेटे ने गलती की है। मैं माफी माँगता हूँ। यह हमारा देश है। जन्म भूमि है। यहाँ ऐसा नहीं होना चाहिए था।” वही हत्यारे की अम्मी ने कहा कि इस हत्याकांड को लेकर वह गड़े मुर्दे नहीं उखाड़ना चाहती हैं। घटना को लेकर पश्चाताप तो होता है। सोचा नहीं था कि ऐसा होगा। यह घटना क्यों हुई इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। इस पर एक पत्रकार ने जब उनसे पूछा कि जो हुआ वह गलत हुआ तो उन्होंने कहा, “इस तरह की घटना हो जाती है। यह सब अल्लाह जानता है हम नहीं जानते, जो हो गया उसे अब भूल जाना चाहिए।” बताया जा रहा है कि गौस ने अपने अम्मी-अब्बू से सर्दी के कपड़े माँगे और कहा वकील को भी मिलने के लिए भेजना।
अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में अधीक्षक के पद पर तैनात पारसमल जांगिड़ ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच सभी हार्डकोर आरोपितों को जेल में रखा गया है। कई कारणों से पिछले कुछ समय से कैदियों के परिजनों की मुलाकात नहीं हो पा रही थी, लेकिन अब इसे फिर से शुरू कर दिया गया है। इस दौरान परिजनों की कड़ी चेकिंग के बाद ही उन्हें अंदर प्रवेश दिया जाता है। बीते दिनों रियाज और गौस मोहम्मद समेत कन्हैयालाल हत्याकांड के सभी 9 आरोपितों को पढ़ने के लिए महान व्यक्तियों की जीवनी दी गईं। मालूम हो कि केवल रविवार और बुधवार को ही सभी कैदियों को अपने परिवारवालों से मिलने की अनुमति है।
उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या
गौरतलब है कि उदयपुर के कन्हैयालाल ने इस साल 15 जून को पुलिस में शिकायत दी थी और सुरक्षा की माँग की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसके बाद 28 जून 2022 को मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद कपड़ा सिलवाने के बहाने से कन्हैयालाल की दुकान में घुसे थे और उनकी हत्या को अंजाम दिया गया था।
इस दौरान एक उनका वीडियो बना रहा था, जबकि दूसरा अपना नाप देने का नाटक कर रहा था। वीडियो में दिख रहा था कि दोनों ने कन्हैया को निशाना तब बनाया जब वह नाप लेने में व्यस्त हो गए। इसके बाद ही इन्होंने अचानक से उनके ऊपर हमला किया। कन्हैया चीखते रहे, लेकिन आरोपितों ने दबोच कर उनका सिर कलम कर दिया। खून से लथपथ कन्हैया ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। दुकान में मौजूद 2 कर्मचारियों ने कन्हैयालाल को बचाने की कोशिश की थी। लेकिन उन दोनों पर भी हमला कर दिया गया। हत्या के बाद मोहम्मद गौस ने रियाज के साथ मिल हँसते हुए वीडियो शेयर की थी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ा था।