राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के 5 महीने बाद भले ही मालदास बाजार में हालात सामान्य होने लगे है। लेकिन वहाँ स्थित वो गली जिसमें उनकी दुकान थी, वो अब भी सुनसान है। घरवाले न्याय की आस लिए बैठे हैं, बेटे ने कसम खाई है कि जब तक पिता के हत्यारों को फाँसी नहीं होती तब तक वो जूते-चप्पल नहीं पहनेगा। उनका ये इंतजार कितना लंबा होगा ये कोई नहीं जानता क्योंकि घटना के 165 दिन बीत जाने के बाद भी एनआईए ने आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश नहीं की है।
दैनिक भास्कर में प्रकाशित रुबिका लियाकत की रिपोर्ट के अनुसार, मालदास बाजार की अन्य दुकानें सीजन के मुताबिक फिर से चल पड़ी हैं। लेकिन कन्हैया लाल की दुकान वाली भूतमहल गली में अब भी सन्नाता रहता है। घटना से पहले यहाँ 19 दुकानें खुलती थीं। मगर अब गली में केवल एक दुकान खुली है वो भी टेलर महावीर की… जो कहते हैं कि यहाँ के हालात 5 महीने में वैसे हो गए हैं जैसे साल 2000 में थे।
वहीं कन्हैया लाल के बेटे यश साहू से भी रुबिका की मुलाकात हुई। वह उदयपुर में रोज नंगे पैर नौकरी पर जाते हैं। वह कहते हैं कि उन्होंने कसम खाई है कि जब तक उनके पिता के हत्यारों को फाँसी नहीं दी जाएगी, तब तक वह जूते चप्पल नहीं पहनेंगे। यश का कहना है कि वो चाहते हैं कि पूरा मामला फास्टट्रैक कोर्ट में चले और जल्दी कार्रवाई पूरी होकर हत्यारों को फाँसी पर चढ़ाया जाए।
हालाँकि उनके इस संकल्प के बीच जो चीज उन्हें हताश करती है वो प्रशासन का ढीला रवैया है। घटना को 165 दिन बीत जाने के बाद भी एनआईए अब तक आरोपितों के विरुद्ध कोर्ट में चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई है। रिपोर्ट के मुताबिक, यश की बस यही माँग है- “जिन हत्यारों ने मेरे सिर से मेरे पिता का साया छीना है, उन गुनाहगारों को फाँसी की सजा जल्द से जल्द मिले।”
कन्हैया लाल हत्याकांड
उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष जून माह में (28 जून 2022) राजस्थान के उदयपुर में मोहम्मद गौस और रियाज ने टेलर कन्हैया लाल की दुकान पर आकर उनका गला रेता था और इसकी वीडियो भी बनाई थी। घटना के बाद दोनों आरोपितों ने हँसते हुए अपनी वीडियो जारी की थी और वो हथियार दिखाया था जिससे कन्हैया का गला रेता। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद तब से दोनों जेल में बंद हैं। कभी खबर आती है कि एक अपनी बीवी से मिलने के लिए रो रहा है तो कभी पता चला है कि परिजनों को देखने के लिए हत्यारे जेल में तड़प रहे हैं।