Friday, November 15, 2024
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कानपुर दंगों में भी PFI का हाथ: CAA विरोधी हिंसा में जो पकड़े गए वे फिर गिरफ्तार, सपा में रहे निजाम कुरैशी का हिंदूफोबिक चैट भी सामने आया

कानपुर हिंसा केस में पुलिस ने पीएफआई के 5 सदस्यों की पहचान की थी। इनमें से 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। एक फरार है और एक चलने की स्थिति में नहीं है।

कानपुर हिंसा मामले के तार अब कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि हाल में हिंसा आरोपितों की धरपकड़ में पुलिस ने इस संगठन के तीन सदस्यों को पकड़ा जिनकी पहचान सैफुल्ला, नसीम और उमर के तौर पर हुई है। कथिततौर पर ये तीन सीएए हिंसा के दौरान भी पकड़े गए थे।

PFI सदस्यों समेत 54 गिरफ्तार

पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने गिरफ्तारियों पर बताया कि कानपुर हिंसा केस में पुलिस ने पीएफआई के 5 सदस्यों की पहचान की थी। इनमें से 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। एक फरार है और एक चलने की स्थिति में नहीं है। पुलिस को शक है कि पीएफआई के अन्य सदस्य भी शहर में मौजूद हो सकते हैं जिसके मद्देनजर जाँच चल रही है। हिंसा केस में अब तक 54 गिरफ्तारियाँ हुई हैं। बीजेपी के युवा विंग के नेता हर्षित श्रीवास्तव को भी पुलिस ने भड़काऊ सामग्री पोस्ट करने पर पकड़ा है।

पुलिस ने इकट्ठा किए सबूत

ताजा जानकारी बताती है कि जाँच टीमें लगातार घटनास्थल पर जाकर सबूत जुटाने में लगी हैं। आज भी पुलिस एसआईटी सदस्यों ने और कानपुर एसीपी त्रिपुरारी पांडे ने हिंसा वाली जगह जाकर सफाई कर्मचारियों से बात की। घटना संबंधी सारे सबूत जुटाने के प्रयास हो रहे हैं। मंगलवार को सुबह ताबड़तोड़ दबिश दी गई थी। अभियान में कुल 11 आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़े थे। बुधवार को एसीपी पांडे ने बताया कि उन्हें सबूतों में पत्थर ईंट मिली। इलाके में फोटो ग्राफी और वीडियोग्राफी करके लोगों से उनकी राय ली गई है।

पूर्व सपा नेता का हिंसा में नाम

टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर हिंसा में निजाम कुरैशी का नाम भी आया है उसके तार पूर्व में समाजवादी पार्टी से जुड़े मिले हैं। और उसके नाम से चल रहे वॉट्सएप ग्रुप में हिंदुओं के प्रति घृणा देखने को मिली है। साझा स्क्रीनशॉट में हिंदू दुकानदारों से सामान लेने से मुस्लिमों को मना किया जा रहा है। मैसेज में दुकानों के नाम अलग से लिखे गए हैं जिनसे किसी भी सामान की खरीददारी करने से मना किया जा रहा है। मैसेज के ऊपर ‘मुसलमानों के नाम संदेश’ साफ लिखा है। इसमें हिंदू दुकानदारों के नाम के साथ बताया गया है- “जैसे इनको अपने सिर पर बैठाया है उसी तरह एकजुट होकर इन्हें सिरों से नीचे उतार भी सकते हैं।” जिस ग्रुप में ये सारी बातें हुई हैं उस ग्रुप का नाम ‘टीम निजाम कुरैशी’ है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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