काशी विश्वनाथ मंदिर और हिन्दू धर्म को लेकर विवादित बयान देने के मामले में चर्चा में चल रहे लखनऊ विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर रविकांत चंदन के साथ मारपीट किए जाने के आरोप लगे हैं। प्रोफेसर का आरोप है कि वो बुधवार (18 मई, 2022) को सिक्योरिटी गार्ड के साथ क्लास लेने जा रहे थे, तो उसी दौरान उन्हें किसी ने थप्पड़ जड़ दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षक का आरोप है कि प्रॉक्टर ऑफिस के सामने ‘समाजवादी छात्र सभा’ के इकाई अध्यक्ष कार्तिक पांडेय ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें जातिगत गालियाँ दी। इसका वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके कुछ लोग आपस में धक्का-मुक्की करते हुए देखे जा सकते हैं। हालाँकि, इस बीच वहाँ पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने कार्तिक को पकड़ लिया। बाद में यूनिवर्सिटी चौकी के पुलिस कर्मी कार्तिक को अपने साथ ले गए।
‘समाजवादी’ छात्र कार्तिक पर मारपीट का आरोप लगाने वाली प्रोफेसर रविकांत चंदन के मुताबिक, उनके साथ यह वारदात दोपहर के करीब 1 बजे के आसपास हुई। उस दौरान वो चीफ प्रॉक्टर के कार्यालय के सामने थे और घटना के बाद से वो वहीं पर मौजूद हैं।
इस बीच विवादित प्रोफेसर के समर्थन में शिक्षक संघ समेत कई छात्र संगठन उतर आए हैं। मंगलवार को ऑल स्टूडेंट एसोसिएशन (AISA) और कॉन्ग्रेस की स्टूडेंट विंग एनएसयूआई ने रविकांत चंदन का बचाव किया है। इसके साथ ही उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को खारिज करने की माँग की गई है।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि हाल ही में रविकांत चंदन ने एक टीवी डिबेट के दौरान काशी विश्वनाथ और हिन्दू संतों के खिलाफ बयान दिया था। इसके खिलाफ हसनगंज थाने में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का केस दर्ज किया था। लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र अमन दुबे ने इस मामले में केस दर्ज कराया था। विश्वविद्यालय ने भी प्रोफेसर रविकांत से स्पष्टीकरण माँगा था।