Friday, March 29, 2024
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दुबई से लौटे 11 संदिग्ध मरीज, चकमा देकर अस्पताल से फरार: 1 की रिपोर्ट +VE, अस्पताल लौटना बेहद जरूरी

सभी 11 लोग दुबई क्रिकेट खेलने गए थे। इन्हें भारत लौटने के 2 घंटे बाद आइसोलेशन रूम में भेज दिया गया। लेकिन ये लोग सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर मौके से फरार हो गए।

भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या का आँकड़ा 109 पहुँच गया है। सबसे ज्यादा 32 मामले महाराष्ट्र से हैं। और इसी बीच ताजा जानकारी आई है कि महाराष्ट्र में 11 संदिग्ध मरीज अस्पताल से भाग गए हैं। टाइम्स नॉऊ की खबर के अनुसार अस्पताल से भागे इन संदिग्धों का दुबई यात्रा का इतिहास है। इन्हें हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। इनकी जाँच हो चुकी थी, मगर रिपोर्ट आनी बाकी थी।

जानकारी के अनुसार, ये लोग दुबई क्रिकेट खेलने गए थे। इन्हें भारत लौटने के 2 घंटे बाद आइसोलेशन रूम में भेज दिया गया था। लेकिन ये लोग सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर मौके से फरार हो गए। इसके बाद नवी मुंबई म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन और स्थानीय पुलिस एक्शन में आई और इन्हें ढूँढने के लिए तलाशी अभियान शुरू हुआ।

यहाँ बता दें कि इन 11 लोगों में एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है और चूँकि पूरी टीम उसके साथ थी, तो उनकी भी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के आसार हैं। इसलिए इन लोगों को वापस अस्पताल लौटना बेहद जरूरी है।

गौरतलब है कि ये पहला मामला नहीं है जब कोरोना सस्पेक्टेड द्वारा इस प्रकार का लापरवाही वाला रवैया दिखाया गया हो। इससे पहले नागपुर में भी मामला सामने आया था। वहाँ कुछ संदिग्धों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। बाद में 5 में से 3 संदिग्ध वापस आ गए थे। उस समय कहा गया था कि पुलिस बाहर तैनात रहेगी। इसके अलावा बिहार के दरभंगा से भी ऐसा मामला सामने आया था। जहाँ संदिग्ध मरीज अस्पताल से भाग गया था।

वहीं कर्नाटक में भी दुबई से लौटे 4 मुस्लिम लोगों ने स्वास्थ्य अधिकारियों को धमकाया था और कोरोना वायरस का टेस्ट करवाने से मना कर दिया था। इन चारों युवकों ने इस मनाही के पीछे इस्लाम को वजह बताया था और कहा था कि इस्लाम उन्हें मेडिकल टेस्ट करवाने की इजाजत नहीं देता।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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1951 में उन्हें जनसंघ ने राजस्थान में संगठन की जिम्मेदारी सौंपी और 6 वर्षों तक घूम-घूम कर उन्होंने जनता से संवाद बनाया। 1967 में दिल्ली महानगरपालिका परिषद का अध्यक्ष बने।

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