महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल पटरी पर सोए 17 प्रवासी मजदूरों पर से ट्रेन गुजरने के कारण उनकी मौत हो गई। यह हादसा औरंगाबाद जालना रेलवे लाइन (Jalna aurangabad railway line) पर शुक्रवार (मई 08, 2020) सुबह 6.30 बजे हुआ।
इस दर्दनाक हादसे में फ्लाईओवर के पास पटरियों पर सो रहे 17 प्रवासी मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई।
#BREAKING – 17 migrant workers crushed to death by a train in Maharashtra.
— CNNNews18 (@CNNnews18) May 8, 2020
The accident happened near Jalna in Aurangabad, Maharashtra.@payalmehta100 and @radhika1705 with details.#IndiaFightsCOVID19 #TotalLockdown #StayHome pic.twitter.com/prx3A34gD9
बताया जा रहा है कि प्रवासी मजदूर रेल की पटरियों पर सोए थे और अचानक उनके ऊपर से मालगाड़ी गुजर गई। नींद में होने की वजह से किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला।
ये सभी प्रवासी मजदूर अपने घर छत्तीसगढ़ पैदल निकले थे। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुँचे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, दक्षिण सेंट्रल रेलवे की चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर का कहना है कि औरंगाबाद में करमाड के पास इस दुर्घटना में मालगाड़ी का एक खाली डब्बा कुछ लोगों के ऊपर चढ़ गया था।
इस घटना के शिकार सभी मजदूर एक स्टील फैक्ट्री में काम करते थे। हादसा बदनापुर और करमाड के बीच हुआ। सभी मजदूर औरंगाबाद से गाँव जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए जालना से औरंगाबाद पैदल जा रहे थे।
इन मजदूरों ने रात अधिक होने के चलते सभी ने सटाना शिवार इलाके में पटरी पर ही अपना बिस्तर लगा लिया। सुबह इसी पटरी से एक माल गाड़ी गुजरी और ये सभी मजदूर उसकी चपेट में आ गए।
कोरोना वायरस के कारण जारी देशव्यापी बन्द के कारण कई लोग अपने घरों से दूर फंस गए थे। इसके बाद दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, कई राज्यों से इन प्रवासी मजदूरों ने पैदल ही घर की ओर चलना शुरू कर दिया था।
श्रमिकों को उनके घर पहुँचाने के लिए केंद्र सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन की भी व्यवस्था की है। राज्य सरकारों की ओर से जो लिस्ट दी जाती हैं, उन्हें ही ट्रेन में सफर करने की इजाजत दी जा रही हैं।