Tuesday, November 26, 2024
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मोदी सरकार का सबसे बड़ा ऑर्डर: ₹14505 करोड़ में 66 करोड़ वैक्सीन, दिसंबर तक 94.4 करोड़ का टीकाकरण

मोदी सरकार ने दिसंबर तक 94 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करने के लिए कोविशील्ड की अतिरिक्त 37.5 करोड़ खुराक और कोवैक्सिन की 28.5 करोड़ खुराक के आदेश दिए हैं। इनके अलावा बायोलॉजिकल-ई के Corbevax वैक्सीन की 30 करोड़ खुराक आरक्षित करने के लिए अग्रिम भुगतान किया है।

केंद्र सरकार ने शुक्रवार (जुलाई 16, 2021) को कोविड वैक्सीन खरीदने के लिए अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर दिया है। इस ऑर्डर के मुताबिक सरकार 14, 505 करोड़ रुपए में 66 करोड़ वैक्सीन की डोज खरीदेगी। इसमें कोविशील्ड और कोवैक्सीन खरीदी जाएँगी। सरकार का उद्देश्य दिसंबर महीने तक 94.4 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट करना है।

राज्य सरकारों और स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा वैक्सीन शॉर्टेज पर चिंता जाहिर करने के बाद केंद्र सरकार का यह कदम सामने आया है। इस संबंध में रॉयटर्स ने बताया है कि मोदी सरकार ने दिसंबर तक 94.4 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का लक्ष्य रखा है लेकिन इस बीच वैक्सीन सेंटर बंद हो गए। अब सरकार ने कोविशील्ड की 37.5 करोड़ डोज और कोवैक्सीन की 28.5 करोड़ डोज के लिए ऑर्डर दिया है।

ये आदेश सरकार के उसी वादे के क्रम में है जो उन्होंने 26 जून 2021 को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष हलफनामा दायर करते हुए किया था कि वह अगस्त से दिसंबर के बीच में 135 करोड़ वैक्सीन उपलब्ध करवाएँगे। इस ऑर्डर के अलावा सूत्रों ने बताया है कि सरकार ने हैदराबाद आधारित बॉयोलॉजिकल-ई की Corbevax की 30 करोड़ डोज के लिए भी भुगतान कर दिया है।

सुप्रीम कोर्ट में दाखिल सरकार के हलफनामे के मुताबिक दिसंबर तक जाइडस कैडिला की वैक्सीन की 5 करोड़ डोज और स्पुतनिक वी की 10 करोड़ डोज भी उपलब्ध हो जाएँगी। इस बीच कोविशील्ड की कुल 50 करोड़ खुराक और कोवैक्सिन की 40 करोड़ खुराक भी उपलब्ध होने की उम्मीद है।

माँग पूरी करने के लिए वैक्सीन निर्माताओं ने अपने मासिक उत्पादन में वृद्धि कर दी है। कथित तौर पर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) अब हर महीने 100 मिलियन कोविशील्ड खुराक (10 करोड़) का उत्पादन कर रहा है। वहीं, भारत बायोटेक ने अप्रैल में 1 करोड़ कोवैक्सिन डोज/माह से उत्पादन बढ़ाकर जुलाई/अगस्त में 7 करोड़ डोज किया है। Covaxin के मासिक उत्पादन को हर महीने 100 करोड़ तक बढ़ाने की योजना है।

इस मामले पर एक अर्थशास्त्री व केरल के कोच्चि में राजागिरी कॉलेज ऑफ सोशल साइंसेज में प्रोफेसर रिजो जॉन कहते हैं, “मेरा मानना है कि टीके की कमी अभी जारी रहेगी और प्लान की गई वैक्सीन सप्लाई के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि पूरे जुलाई में दैनिक औसत 4 मिलियन (40 लाख) से नीचे रहेगा।” जबकि, शुक्रवार को करीब 38.78 लाख कोरोना वायरस वैक्सीन की डोज दी गई हैं, इसके बाद वैक्सीन लेने वाले कुल लोगों की संख्या 39.53 करोड़ हो गई है। पिछले महीने 21 जून को, भारत ने 91 लाख लोगों को टीका लगाया, जो एक दिन में सबसे अधिक है।

भारत में शुरू होगा रूसी वैक्सीन का निर्माण

मालूम हो कि मंगलवार (13 जुलाई) को, पुणे स्थित SII ने घोषणा की थी कि वह रूस के COVID-19 वैक्सीन, स्पुतनिक वी का उत्पादन शुरू करने जा रहा है। यह घोषणा स्वयं रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने भी की थी। उन्होंने कहा था कि स्पुतनिक वी का निर्माण इस साल सितंबर से एसआईआई द्वारा किया जाएगा।

विश्व स्तर पर वैक्सीन को बढ़ावा देने वाले रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड, ने कहा कि योजना भारत में प्रति वर्ष वैक्सीन की 300 मिलियन से अधिक खुराक का निर्माण करने की थी, जिससे यह स्पुतनिक वी के लिए प्रमुख उत्पादन केंद्रों में से एक बन गया। अपने बयान में RDIF ने कहा कि उनका इरादा भारत में प्रति वर्ष 300 मिलियन से अधिक उत्पादन करने का है जिसका पहला बैच सितंबर 2021 में आ जाएगा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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