पटना में सोमवार (20 अप्रैल 2020) को लॉकडाउन को लेकर हुए विवाद में मारे गए सन्नी गुप्ता के परिजनों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उनके मुताबिक मुख्य आरोपित चॉंद मोहम्मद हथियारों का तस्कर है। उनका परिवार उसकी गुंडई का विरोध करते था। इसके कारण वे लोग पहले से ही उसके निशाने पर थे।
सन्नी के परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। हालॉंकि पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया है। सन्नी के भाई दीपक गुप्ता ने बताया कि चॉंद मोहम्मद ने घर में घुसकर उनके भाई के सिर में गोली मारी थी।
इस घटना में पॉंच लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन चॉंद मोहम्मद अभी भी गिरफ्त से बाहर है। सन्नी के परिवार की सुरक्षा के लिए प्रशासन की तरफ से उसके घर के बाहर फोर्स की तैनाती की गई है। लेकिन, दीपक के अनुसार वे अभी भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। परिवार बेहद डरा हुआ है। यही कारण है सन्नी के पिता गोपाल प्रसाद ने घर के बाहर ‘यह मकान बिक्री का है’ लिखा बोर्ड टॉंग दिया है।
दीपक गुप्ता ने बताया कि चॉंद और उसके साथियों की योजना पुलिस को निशाना बनाने की थी। एनसीसी कैडेट्स के साथ विवाद होने पर उन्होंने पथराव किया था। सन्नी ने इसका विरोध किया। यही बात आरोपितों को नागवार गुजरी और कुछ देर बाद घर में घुस उनके भाई को गोली मार दी।
जबकि मुख्य आरोपी मोहम्मद चांद फरार है।#सन्नी_गुप्ता के परिवार को सुरक्षा दो@NitishKumar @SushilModi @BJP4Bihar @BiharMange @ranjaysinghh pic.twitter.com/97gTtm7Hn8
— Subhash 🚩 🇮🇳 FC (@SubhashWBIN) April 24, 2020
दीपक गुप्ता ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब पूरे देश में लॉकडाउन है तो आरोपित कैसे फरार हो गया? उनके अनुसार पुलिस गलती से गोली चलने की बात कह मामले को दबाने में लगी है। लेकिन, खाजेकलाँ थानाध्यक्ष सनोवर खां ने इसे गलत बताया है। उन्होंने बताया कि छह लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया था। इनमें से पॉंच को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। चॉंद मोहम्मद की तलाश जारी है। उन्होंने माना कि चॉंद का आपराधिक अतीत रहा है और उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामला गंभीर होने की बात कहकर उन्होंने विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया।
जिस इलाके की यह घटना है वह मुस्लिम बहुल है। दीपक के अनुसार यहॉं रहने वाले हिंदू परिवार खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते। उन्होंने बताया कि चॉंद हथियारों की तस्करी करता है। आए दिन फायरिंग कर हथियार चेक करता रहता है। वह स्थानीय लोगों पर अपना रौब भी जमाता रहता था। इसका सन्नी और उसके परिजन विरोध करते थे। इसकी वजह से वे लोग चॉंद के टारगेट पर थे।
गौरतलब है कि सन्नी गुप्ता टेंट का व्यवसाय करते थे। तीन साल पहले ही उनकी शादी हुई थी। दो साल का बेटा अनुराग और 4 महीने की एक बेटी आराध्या है। इस घटना के बाद से उनकी पत्नी सदमे में है।