Friday, April 26, 2024
Homeदेश-समाजझारखंड के जो आदिवासी कभी दिल्ली नहीं गए उनके नाम पर जमातियों ने ले...

झारखंड के जो आदिवासी कभी दिल्ली नहीं गए उनके नाम पर जमातियों ने ले लिए सिम

आशंका जताई जा रही है कि जमात के लोगों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए आदिवासियों के नाम पर फर्जी तरीके से सिम लिया होगा। इससे पहले तेलंगाना के एक शख्स ने खुलासा किया था कि मरकज की दिनचर्या कुछ ऐसी है जिससे संक्रमण फैलना ही था।

हर बीतते दिन के साथ तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के नए-नए कारनामे सामने आए हैं। अब पता चला है कि झारखंड के कुछ ऐसे आदिवासियों के नाम पर जमातियों ने सिम ले रखा है जो अपनी जिंदगी में कभी दिल्ली गए ही नहीं। दैनिक जागरण ने विशेष शाखा की रिपोर्ट के हवाले से यह दावा किया है।

असल में निजामुद्दीन स्थित मरकज जब से कोरोना वायरस संक्रमण का केंद्र बनकर उभरा है यहॉं से गए जमात के सदस्यों की देशभर में तलाश की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि कौन-कौन से लोग वहॉं मजहबी आयोजन में शामिल हुए थे ताकि उनकी जॉंच कराई जा सके। इसी क्रम में झारखंड पुलिस को लोहरदग्गा के तीन लोगों की तलाश है। ये आदिवासी हैं।

विशेष शाखा की रिपोर्ट में इनके मोबाइल नंबर दर्ज हैं। इन नंबरों की जॉंच से पता चला है कि जिनके नाम से सिम हैं वे कभी दिल्ली गए ही नहीं हैं। इनमें से दो मोबाइल नंबर पर कॉल रिसीव नहीं हो रहा है। एक नंबर पर दिल्ली में कॉल रिसीव हो रहा है। अब पुलिस यह गुत्थी सुलझाने में लगी है कि जब तीनों दिल्ली गए नहीं तो उनके नाम और मोबाइल नंबर वहॉं के लोगों की लिस्ट में कैसे शामिल हो गया।

आशंका जताई जा रही है कि जमात के लोगों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए आदिवासियों के नाम पर फर्जी तरीके से सिम लिया होगा। जागरण की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले की जॉंच चल रही है और अधिकारी फिलहाल कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। बता दें कि इससे पहले दिल्ली पुलिस की जाँच से पता चला था कि मरकज में हर दिन देश-विदेश से पाँच हजार लोग आते थे। बीते साल नवंबर में 21 दिन के लिए मरकज में ठहरे तेलंगाना के एक शख्स ने हाल ही में खुलासा किया है कि वहॉं दिनचर्या कुछ ऐसी थी जिससे संक्रमण फैलना ही था। मरकज में एक ही थाली में बैठकर 6-7 लोग खाना खाते थे। इस व्यक्ति के अनुसार तबलीगी जमात पूरी दिनचर्या तय करता है। खाने-पीने से लेकर मल-मूत्र त्याग करने तक सब कुछ। यहाँ तक कि सेक्स कैसे करना है, ये भी जमात ही सिखाता था।

इसके अलावा झारखंड के रांची सहित 6 जिलों में अभी भी कई विदेशी नागरिकों के छिपे होने की खबरें मिल रही हैं। बताया जा रहा है कि विशेष सत्यापन दल की नजर ये लोग बचे हो सकते हैं। इनमें रांची के अलावा धनबाद, बोकारो, कोडरमा, देवघर तथा गोड्डा जिले शामिल हैं। गृह विभाग ने इन सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को विदेशी नागरिकों की सूची सौंपते हुए जाँच के आदेश दिए हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘मुस्लिमों का संसाधनों पर पहला दावा’, पूर्व PM मनमोहन सिंह ने 2009 में दोहराया था 2006 वाला बयान: BJP ने पुराना वीडियो दिखा किया...

देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2009 लोकसभा चुनावों के समय 'मुस्लिमों का देश के संसाधनों पर पहला हक' वाला बयान दोहराया था।

चाकू मारो, पत्थर मारो, मार डालो… गुजरात में मुस्लिम भीड़ ने मंदिर के नीचे हिंदू दुकानदार पर किया हमला, बचाने आए लोगों को भी...

गुजरात के भरूच में एक हिंदू व्यापारी पर मुस्लिम भीड़ ने जानलेवा हमला किया। इस दौरान उसे चाकू से मारने की और उसकी दुकान में आग लगाने की कोशिश भी हुई।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe