Tuesday, March 19, 2024
Homeदेश-समाज‘एक दिन बाबरी का उदय होगा’: DM-SP ऑफिस से लेकर आस्था मंदिर तक, बिहार...

‘एक दिन बाबरी का उदय होगा’: DM-SP ऑफिस से लेकर आस्था मंदिर तक, बिहार के कई शहरों में PFI के भड़काऊ पोस्टर

कटिहार जिला में कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार, एसपी और जिलाधिकारी दफ्तर के सामने ये पोस्टर लगाए गए हैं। पूर्णिया में जेल चौक और आस्था मंदिर के नज़दीक भी इसी तरह के पोस्टर लगे हैं। साथ ही दरभंगा के भी कई क्षेत्रों में इस तरह के पोस्टर देखने को मिले हैं। इन सभी पोस्टर में पीएफ़आई के दिल्ली दफ्तर का पता दिया गया है।

कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफ़आई) ने बिहार के कई शहरों में भड़काऊ पोस्टर लगाए हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पोस्टर कटिहार, पूर्णिया और दरभंगा में लगाए गए हैं। पोस्टर पर बाबरी मस्जिद के तीन गुंबद बने हुए हैं और इस पर लिखा है, “एक दिन बाबरी का उदय होगा। हम 6 दिसंबर 1992 को कभी नहीं भूल पाएँगे।”

रिपोर्टों के अनुसार कटिहार जिला में कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार, एसपी और जिलाधिकारी दफ्तर के सामने ये पोस्टर लगाए गए हैं। पूर्णिया में जेल चौक और आस्था मंदिर के नज़दीक भी इसी तरह के पोस्टर लगे हैं। साथ ही दरभंगा के भी कई क्षेत्रों में इस तरह के पोस्टर देखने को मिले हैं। इन सभी पोस्टर में पीएफ़आई के दिल्ली दफ्तर का पता दिया गया है।

कटिहार के एसपी विकास कुमार ने कहा, “हमें सूचना मिली थी कि कई प्रशासनिक जगहों पर विवादित पोस्टर लगाए गए हैं। हमने इसकी जाँच शुरू कर दी है। फ़िलहाल पुलिस इस घटना के बाद अलर्ट पर है।”

अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भी दरभंगा में PFI ने पोस्टर लगाकर फैसले का विरोध किया। उन पोस्टरों पर भी उकसाने वाली बातें लिखी थी।

सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हिंसा और विदेशी फंडिंग को लेकर हाल ही में पीएफआई के कई ठिकानों पर देशभर में छापेमारी की गई है। इस दौरान बिहार में भी छापे पड़े थे। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दरभंगा के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत शंकरपुर में पीएफ़आई के जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद सनाउल्लाह के घर छापा मारा था। यह छापा सीएए और एनआरसी विरोधी प्रदर्शन के दौरान फंडिंग को लेकर मारा गया था। फ़िलहाल ईडी इस संबंध में पीएफ़आई के अन्य सदस्यों से पूछताछ कर रही है। ईडी की कार्रवाई के दौरान सनाउल्लाह अपने आवास पर नहीं था।    

इसके अलावा पूर्णिया के केहाट सहायक थाना क्षेत्र स्थित लाइन बाज़ार राजाबरी चौक के पीएफ़आई कार्यालय में भी गुरुवार को लगभग 8 घंटे तक छापामारी की कार्रवाई चली थी। ईडी की 4 सदस्यों की टीम के छापे की जानकारी मिलते ही वहाँ सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी और हंगामा करने लगे थे। हंगामे के बावजूद ईडी ने कार्रवाई की और कई अहम दस्तावेज़ बरामद किए थे।   

बता दें कि पीएफ़आई और एसडीपीआई अपनी अराजक गतिविधियों, आपराधिक कृत्यों, जबरन धर्मांतरण और देश विरोधी गतिविधियों की वजह से संदेह और जाँच के दायरे में रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ईडी ने 9 राज्यों के कुल 26 ठिकानों पर छापेमारी का अभियान चलाया था।   

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

केजरीवाल-सिसोदिया के साथ मिलकर K कविता ने रची थी साजिश, AAP को दिए थे ₹100 करोड़: दिल्ली शराब घोटाले पर ED का बड़ा खुलासा

बीआरएस नेता के कविता और अन्य लोगों ने AAP के शीर्ष नेताओं के साथ मिलकर शराब नीति कार्यान्वयन मामले में साजिश रची थी।

क्या CAA पर लगेगी रोक? सुप्रीम कोर्ट में 200+ याचिकाओं पर होगी सुनवाई, बोले CM सरमा- असम में 3-5 लाख प्रताड़ित हिन्दू नागरिकता के...

CM सरमा ने बताया कि असम में NRC की अंतिम सूची जारी होने के बाद लगभग 16 लाख लोगों को इसमें जगह नहीं मिली थी। इसमें 7 लाख मुस्लिम हैं जबकि बाकी कोच-राजबंशी और दास जैसे उपनाम वाले असमिया हिन्दू हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe