उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के कसया क्षेत्र में पुलिस ने युवक-युवती और मौलवी को हिरासत में लिया। खबरों में बताया गया कि मौलवी को देर रात घर पर बुलाकर युवक दूसरे समुदाय की युवती से चुपचाप निकाह करने का प्लॉन कर रहा थाा, लेकिन पुलिस समय पर पहुँचकर मौलवी समेत तीन लोगों को अपने साथ ले गई।
पूरा मामला गुरमिया गाँव के खान टोला का है। यहाँ एक समुदाय विशेष का युवक अपने साथ एक युवती को लेकर आया जिसके हाथ में लोगों ने कलावा बँधा देखा। कुछ देर में लोगों को उसी युवक के घर में मौलवी जाता भी दिखा, जिसके बाद लोगों का शक बढ़ गया। रात के करीब 9 बजे निकाह की तैयारियाँ देख गाँव के लोगों ने सारी बात आपस में बताई और इकट्ठा होकर पुलिस को मामले से सूचित कराया।
पुलिस जब मौके पर पहुँची तब मकान मालिक, युवती और मौलवी वहाँ मौजूद थे। पुलिस उनसे पूछताछ करने के लिए उन्हें अपने साथ ले गई। थाने में लड़की ने बताया कि वह पुरानी बस्ती थाना मुबारकपुर जिला आजमगढ़ की रहने वाली है।
इस आधार पर पुलिस ने उस इलाके के थाने से इनकी जानकारी मँगाई। जाँच में पता चला कि लड़की 13 दिन पहले फरार हुई थी। तलाश के बाद भी उसका सुराग किसी को नहीं मिला। उसके परिवार ने उसके गायब होने की रिपोर्ट भी करवाई हुई है।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, गुरमिया निवासी युवक से लड़की की बात इंटरनेट के जरिए शुरू हुई थी। बात होते होते दोनों में प्रेम हो गया और लड़की ने अपने घरवालों को शादी में रोड़ा बनता देख युवक के साथ भागने का निर्णय लिया। घर से फरार होने के बाद दोनों ने कुछ समय देवरिया और गोरखपुर में बिताया। इसके बाद वह गुरमिया आए।
कुछ लोग इन दोनों को एक समुदाय का बताते रहे। मगर, स्थानीयों का कहना है कि उन्होंने लड़की के हाथ में कलावा देखा। इस पूरे मामले पर कुशीनगर के एसपी विनोद कुमार सिंह ने कहा कि युवक-युवती बालिग हैं और एक की गुमशुदगी मुबारकपुर थाने में दर्ज है। लड़की के घरवालों की शिकायत पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने इस केस में लड़की के घरवालों से बात करके पता लगाया है कि लड़का-लड़की दोनों एक ही मजहब से संबंध रखते हैं। लेकिन उनको सूचना दी गई थी कि लड़की अलग धर्म से है। उन्होंने ताजा जानकारी होते ही मकान मालिक और मौलवी को रिहा कर दिया है।