Tuesday, March 19, 2024
Homeदेश-समाजगैंगरेप मामले में राजस्थान पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट महिला ने DSP ऑफिस के...

गैंगरेप मामले में राजस्थान पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट महिला ने DSP ऑफिस के बाहर छिड़का पेट्रोल, बुजुर्ग ने भी लगाई आग

वृद्ध महिला के केस में डिप्टी एसपी नारायण ने बताया कि शुरुआती जाँच में उन्होंने पाया है कि रेप का मामला झूठा था। महिला और उसके रिश्तेदारों के बीच 6 लाख रुपए को लेकर विवाद था जिसके कारण ही महिला ने रेप केस दर्ज करवा दिया।

राजस्थान में मंगलवार (21 सितंबर 2021) को दो जगह पुलिस प्रशासन से नाराजगी व्यक्ति करने के लिए दो लोगों ने आत्महत्या का प्रयास किया। पहले सवाईमाधोपुर जिले के डीएसपी ऑफिस के बाहर एक महिला द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया और फिर टोंक जिले में एक बुजुर्ग ने पुलिस स्टेशन के बाहर खुदकुशी की कोशिश की।

जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग ने पुलिस थाने के बाहर पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगाना चाहा। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें बचाया और फौरन अस्पताल में भर्ती कराया। अब वहाँ उनका इलाज हो रहा है। इससे पहले मंगलवार को ही 65 साल की वृद्ध महिला ने खुद को खत्म करने का प्रयास किया था।

उसका कहना था कि उसने गैंगरेप की शिकायत दर्ज करवाई थी लेकिन पुलिस कार्रवाई में ढिलाई करती रही। उसके मुताबिक उसने अगस्त में अपने तीन रिश्तेदारों पर गैंगरेप का आरोप लगाया था, लेकिन उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डिप्टी एसपी नारायण ने बताया कि शुरुआती जाँच में उन्होंने पाया है कि रेप का मामला झूठा था। महिला और उसके रिश्तेदारों के बीच 6 लाख रुपए को लेकर विवाद था जिसके कारण ही महिला ने रेप केस दर्ज करवा दिया। उन्होंने ये भी बताया कि महिला मंगलवार को उनके दफ्तर गई थी और कार्रवाई का दबाव बना रही थी। इसी के बाद उसने खुद पर पेट्रोल डाल कर आग लगाई।

ऐसे ही टोंक जिले में हुई घटना की बाबत जानकारी आई है कि बुजुर्ग का नाम रामस्वरूप बैरवा है। वो मंगलवार की शाम टोडराय सिंह पुलिस थाने गए थे। लेकिन बाद में वे पुलिस स्टेशन के गेट से ही लौट गए और करीब 100 मीटर आगे जाकर खुद को आग के हवाले कर दिया। पुलिस का कहना है कि बुजुर्ग ने बाइक से पेट्रोल निकाल कर खुद पर छिड़का। हालाँकि उन्होंने ऐसा क्यों किया ये अभी नहीं मालूम चला है। लेकिन ये बात सामने आई है कि बुजुर्ग की ओर से कुछ मामलों की शिकायत अलग-अलग थानों में दर्ज कराई गई थी। एक जमीन के विवाद में तो वो खुद भी आरोपित थे।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

दलित की हत्या, कहीं धारदार हथियार से हमला, किसी की दुकान फूँकी… लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल में फिर TMC गुंडों के टारगेट पर...

पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ दिनों में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमलों की संख्या बढ़ गई है। लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा होते ही राजनीतिक हिंसा की नई लहर चल पड़ी है, जिसमें टीएमसी के कार्यकर्ता बीजेपी कार्यकर्ताओं, नेताओं पर जानलेवा हमले कर रहे हैं।

ऑडिटर रमेश को याद कर तमिलनाडु में भावुक हुए PM मोदी, आतंकियों ने घर में घुस कर BJP नेता को मार डाला था: 1...

54 वर्षीय ऑडिटर रमेश की जुलाई 2013 में घर में घुस कर हत्या कर दी गई थी। ये वो दौर था जब बम धमाके होते थे, हिन्दू कार्यकर्ता मार डाले जाते थे। अब तक न्याय के लिए लड़ रहीं माँ।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe