मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा वक्फ संशोधन कानून का विरोध करने के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़क उठी है। सीएम का समर्थन मिलने के बाद राज्य के इस्लामवादी वक्फ कानून विरोध के नाम पर सड़कों पर उतर आए हैं। राज्य के कई जिलों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई है। पुलिस ने करीब 120 लोगों को हिरासत में लिया है। भाजपा ने बनर्जी पर राज्य को बांग्लादेश बनाने का आरोप लगाया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 9 अप्रैल 2025 को एक कार्यक्रम में कहा था, “याद रखो, जब तक दीदी है… दीदी तुम्हें और तुम्हारी प्रॉपर्टी को बचाएगी।” उसके पहले बनर्जी ने कहा था कि अगर केंद्र से भाजपा सरकार चली गई तो वक्फ एक्ट खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा था, “जैसे ही ये सरकार (भाजपा नेतृत्व वाली NDA) सत्ता से हटेगी और नई सरकार आएगी, ये बिल रद्द हो जाएगा।”
उनके इस बयान के बाद राज्य के मुर्शिदाबाद, मालदा, नादिया और बहरामपुर में कट्टरपंथी मुस्लिमों की भीड़ ने खूब बवाल किया था। अब एक बार फिर वक्फ कानून के विरोध के नाम पर पूरे राज्य को धीरे-धीरे हिंसा की आग में झोंकी जा रही है। एक बार फिर से मालदा, मुर्शिदाबाद के साथ-साथ नॉर्थ 24 परगना और साउथ 24 परगना जिले में बवाल हो गया है।
वक्फ कानून के विरोध के दौरान शुक्रवार (11 अप्रैल 2025) को मुर्शिदाबाद, नॉर्थ 24 परगना और मालदा में स्थिति बिगड़ गई। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-12 पर सरकारी बसों और कई वाहनों में आग लगा दी गई। इतना ही नहीं, इस दौरान पुलिस पर भी पथराव किया। सुती थाना क्षेत्र के साजूर क्रॉसिंग में मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर क्रूड बम फेंके।
दक्षिण 24 परगना के डायमंड हार्बर में भी हिंसा की गई है। अमतला चौराहे पर भी प्रदर्शन कर रही इस्लामी भीड़ ने पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की थी। वेस्टर्न रेलवे ने बताया था कि अजीमगंज-न्यू फरक्का सेक्शन में दोपहर 2.46 बजे लगभग 5000 लोगों की भीड़ ने धुलियानगंगा स्टेशन के पास ट्रैक जाम कर दिया था। मुर्शिदाबाद की स्थिति और भी खराब है। शमशेरगंज में हिंदुओं के घरों-दुकानों को निशाना बनाया गया।
मुर्शिदाबाद में शनिवार (12 अप्रैल 2025) की सुबह से मुस्लिम भीड़ ने उत्पात शुरू कर दिया। जाँगीपुर में उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। वीडियो में गाड़ियों को धू-धूकर जलते हुए देखा जा सकता है। सुती थाना क्षेत्र के साजूर क्रॉसिंग में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर क्रूड बम फेंके गए। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने उन पर आँसू गैस के गोले दागे।
हिन्दुओं की कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिसमें ‘श्रीहरि हिन्दू होटल’ भी शामिल है। जलांगी में प्रखंड मुख्यालय में भी तोड़फोड़ मचाई गई। सरकारी दफ़्तरों को भी नहीं छोड़ा गया। बंगाल भाजपा के नेता दिलीप घोष ने कहा है कि मुर्शिदाबाद, मालदा, दिनाजपुर, नादिया, वीरभूम और हावड़ा से हिन्दुओं को साफ करने की साजिश है।
वेस्टर्न रेलवे ने बताया था कि 5,000 लोगों की भीड़ ने दोपहर लगभग 2.45 बजे अजीमगंज-न्यू फरक्का सेक्शन में धुलियानगंगा स्टेशन के पास ट्रैक जाम कर दिया था। इसके बाद बीएसएफ को बुलाना पड़ा था। मंगलवार से शुरू हुआ उत्पात अगले दिन शनिवार की रात तक चला था। इस दौरान 10 पुलिस कर्मी भी घायल हो गए हैं। बंगाल में यह हिंसा 7 अप्रैल से जारी है।
इलाके में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही इलाक़े में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। पुलिस ने चार जिलों से अभी तक 120 से अधिक हिंसक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, सूती थाना क्षेत्र से 70 लोगों को, शमशेरगंज इलाके से 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राज्य में हिंसा का संज्ञान लिया है। उन्होंने इस विषय पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा की है। उन्होंने केंद्रीय बलों को उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है। गवर्नर बोस के बयान का एक वीडियो राजभवन ने जारी किया है। उसमें राज्यपाल ने कहा है कि सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध का स्वागत है, लेकिन हिंसा का नहीं। विरोध के नाम पर लोगों के जीवन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जो उपद्रवी सोचते हैं कि वे कानून को अपने हाथ में ले सकते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बांग्लादेश बनाना चाह रही हैं ममता: भाजपा का आरोप
हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला है। भाजपा नेता ने कहा कि बंगाल में अराजकता की स्थिति है। वहाँ कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होती जा रही है। शुभेंदु ने कहा, “कुछ कट्टरपंथी समूह संविधान और कानून का विरोध करते हुए खुलेआम हिंसा कर रहे हैं। आम लोग असुरक्षित हैं।”
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ‘दूसरा बांग्लादेश’ बनाना चाहती हैं। उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी को सत्ता में बनाए रखने के लिए बंगाल को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। वह राज्य को दूसरा बांग्लादेश बनाना चाहती हैं।” भाजपा का कहना है कि ममता सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति की वजह से राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ती जा रही है।
वहीं, बंगाल भाजपा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने भी ममता बनर्जी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हिंसा पर ममता बनर्जी के निर्देश पर पुलिस कुछ नहीं कर रही है। पुलिस चुपचाप बैठी हैं। ममता बनर्जी राज्य को बांग्लादेश बनाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल में हिंदुओं को डराने की कोशिश हो रही हैं। हिंदू समाज हज़ारों सालों से लड़ता आया है और आगे भी लड़ेगा।