Monday, December 23, 2024

ढहाई जाएगी फतेहपुर की नूरी जामा मस्जिद, हाई कोर्ट पहुँची इंतजामिया कमेटी: कहा- संरक्षित स्मारक घोषित कर इसे बचाएँ

फतेहपुर जिले की ऐतिहासिक नूरी जामा मस्जिद के ध्वस्तीकरण को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। यह मस्जिद 180 साल पुरानी है और इसे सड़क चौड़ीकरण परियोजना के तहत आंशिक रूप से गिराने का आदेश दिया गया है। मस्जिद की इंतजामिया कमेटी ने इसे विरासत स्थल घोषित करने और ध्वस्तीकरण पर रोक लगाने की माँग की है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, याचिका में कहा गया है कि यह मस्जिद धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व रखती है। इसे गिराने से स्थानीय समुदाय की आस्था को ठेस पहुँचेगी और सांस्कृतिक विरासत को अपूरणीय क्षति होगी। मस्जिद समिति ने पीडब्ल्यूडी के आदेश को अनुचित बताते हुए इसका विरोध किया है।

हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच इस मामले की सुनवाई जल्द करेगी। याचिका में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से मस्जिद को संरक्षित स्मारक घोषित करने की भी अपील की गई है। मस्जिद प्रबंधन का कहना है कि यह धरोहर भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित रहनी चाहिए।