दुनिया भर में योग को लोकप्रिय बनाने के लिए जाने जाने वाले बाबा रामदेव गुरुवार (2 फरवरी, 2023) को राजस्थान के बाड़मेर पहुँचे थे। इस दौरान आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरी भी उनके साथ मौजूद थे। बाबा रामदेव ने मंच से हिन्दुओं को सावधान करते हुए इस्लाम और ईसाई मजहब को लेकर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि इस्लाम में मुस्लिमों को यही सिखाया जाता है कि तुम 5 वक्त का नमाज पढ़ो, उसके अलावा कुछ भी करो।
बाबा रामदेव ने कहा कि इस्लाम में नमाज पढ़ने के बाद कुछ भी करना जायज है – फिर चाहे हिन्दू लड़कियों को ही क्यों न उठाना हो। ये कार्यक्रम बाड़मेर के पनोणियो का तला में आयोजित हुआ था, जिसमें सैकड़ों लोग उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि इस्लाम में अगर कोई व्यक्ति 5 वक्त का नमाज़ पढ़ता है तो फिर उसे ये भी हक मिल जाता है कि वो जिहाद के नाम पर आतंकवादी बन कर कुछ भी करे। इसे मजहब के बारे में उन्होंने कहा कि वहाँ चर्च में मोमबत्ती जलाने पर सारे पाप धुल जाने का संदेश दिया जाता है।
हालाँकि, बाबा रामदेव ने स्पष्ट किया कि कुरान या बाइबिल में ऐसा कुछ नहीं लिखा हुआ है – फिर भी यही सोच इन मजहबों में काम करती है। उन्होंने ये भी कहा कि हिन्दू धर्म में ऐसा कुछ भी नहीं है। बाबा रामदेव ने ये भी स्पष्ट किया कि वो किसी की आलोचना नहीं कर रहे हैं, लेकिन लोग उसी चक्कर में पड़े हैं। उन्होंने कहा, “कोई पूरी दुनिया को इस्लाम में तब्दील कर देने की बात करता है तो कोई कहता है कि पूरी दुनिया को ईसाई बना देंगे।”
#बाड़मेर#बाबा_रामदेव ने दिया #विवादित बयान,#धर्म_सभा को सम्बोधित करते हुए दिया बयान,
— Prem Dan (@premdanbarmer) February 2, 2023
कहा इस्लाम में पांच टाइम नमाज के बाद कुछ भी करो,
चाहे हिन्दू समाज की लड़कियों को जबरन लाओ,
ऐसा ही ईसाई धर्म में है लेकिन हिंदू धर्म ऐसा नहीं, pic.twitter.com/SDfARzLdsO
योग गुरु ने कहा कि मुस्लिमों या ईसाइयों के पास पूरी दुनिया को अपने मजहब में तब्दील करने का कोई एजेंडा नहीं है, लेकिन वो ऐसी बातें करते हैं। उन्होंने सनातन की तारीफ करते हुए कहा कि यहाँ ऐसा नहीं है। ब्रह्मलीन तपस्वी संत धर्मपुरी महाराज के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में उन्होंने सनातन के बारे में समझाते हुए कहा कि ब्रह्ममुहूर्त में जगो, योग करो, ईश्वर का ध्यान करो, जीवों की सेवा करो – यही सनातन धर्म है।
बाबा रामदेव ने कहा, “मैं नहीं कह रहा हूँ, बल्कि यह लोग ऐसा कर रहे हैं। फिर कहते हैं कि जन्नत में अपनी जगह पक्की हो गई। वहाँ हूरें मिलने और मदिरा पान करने की बातें की जाती हैं। ऐसी जन्नत तो जहन्नुम से भी बेकार है। फिर भी लोग मूँछ कटवा रहे हैं और टोपी पहन रहे हैं। ये पागलपन है। लोग इसी चक्कर में पड़े हुए कि सारी जमात को इस्लाम में बदलना है। ईश्वर ने केवल मनुष्य जाति बनाई है, लोगों ने इसे धर्म-जाति में बाँट दिया। अपने धर्म के प्रति जागृत रहो और जहाँ धर्मगुरु खड़े हों, वहाँ खड़े हो जाओ।”