हरियाणा चुनाव की स्थिति स्पष्ट होने के बाद स्थिति साफ़ हो गई है कि बहुमत किसी भी दल के पक्ष में नहीं है। यही वजह है कि तमाम दल अब निर्दलीय विधायकों से लेकर छोटे दलों को साधने में जुट गए हैं और इसी के साथ राज्य में जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। परिणामों की ओर देखें तो यह एक त्रिशंकु विधानसभा है जहाँ किसी भी दल को पूर्ण रूप से अकेले सत्ता में आने का जनादेश नहीं मिला है। हालाँकि, राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा अब अगले कदम की ओर बढ़त बना रही है। बता दें कि दो निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह और गोपाल कांडा के भाजपा के संपर्क में आने से ही यह सुगबुगाहट तेज़ हो गई है कि राज्य में भाजपा सरकार बनाने का दावा जल्द पेश कर सकती है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस सम्बन्ध में हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण शर्मा से मुलाक़ात करेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसके बाद वे सरकार बनाने का दावा पेश का सकते हैं। बता दें कि एक निजी टीवी चैनल को इंटरव्यू में गोपाल कांडा के भाई गोबिंद कांडा ने भाजपा को समर्थन देने की बात कही है। गोबिंद कांडा ने बताया कि गोपाल कांडा तीन-चार निर्दलीय विधायकों के साथ दिल्ली गए हैं। दूसरी ओर, अन्य निर्दलीय विधायकों के भी भाजपा के संपर्क में होने की चर्चा है। इन विधायकों की संख्या करीब पाँच बताई जा रही है।
इस चुनाव में जीतने वाले दो विधायक ऐसे भी हैं जोकि भाजपा के बागी हैं। दूसरी ओर, कॉन्ग्रेस नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी दिल्ली रवाना हुए हैं तो वहीं खुदको किंगमेकर जता रहे जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला भी दिल्ली पहुँच रहे हैं। बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर भी दिल्ली रवाना हुए थे। चर्चा है कि वहाँ वे केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिले हैं।
बृहस्पतिवार सुबह मतगणना शुरू होने के बाद जैसे ही शुरुआती रूझान आने शुरू हुए, अप्रत्याशित नतीजों को देखकर भाजपा और कॉन्ग्रेस दोनों पार्टियों के नेताओं की धड़कनें बढ़ गईं। दोपहर होने तक लगभग पूरी तस्वीर साफ हो हो गई कि प्रदेश में स्पष्ट बहुमत की सरकार नहीं बनेगी। इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर आगे की रणनीति पर मंथन करने दिल्ली रवाना हो गए।
People of Maharashtra have blessed the NDA with immense affection. We are humbled to have got the people’s support yet again. Our work towards Maharashtra’s progress continues! I salute each and every Karyakarta of the BJP, Shiv Sena and our entire NDA family for their hardwork.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2019
वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा के लोगो को इन चुनाव परिणामों के लिए धन्यवाद दिया है। पीएम मोदी ने ट्वीट करके आभार जताते हुए कहा, “मैं हरियाणा के लोगों को हमें आशीर्वाद देने के लिए धन्यवाद देता हूँ। हम राज्य की उन्नति के लिए पहले की तरह ही समर्पण और जज़्बे से कार्य करेंगे। मैं भाजपा के कार्यकर्ताओं के कड़े परिश्रम और प्रयास के लिए भी सराहना करता हूँ। कार्यकर्ताओं ने हमारे विकास के एजेंडा से लोगों तक पहुँचाया।” केन्द्रीय गृहमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी चुनाव परिणाम के लिए जनता का आभार जताया और धन्यवाद दिया।
https://platform.twitter.com/widgets.jsगत 5वर्षों में मोदी जी के केंद्रीय नेतृत्व में खट्टर सरकार ने हरियाणा की जनता के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास किये।
— Amit Shah (@AmitShah) October 24, 2019
भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनाकर पुनः सेवा का मौका देने के लिए जनता का अभिनंदन करता हूँ।
मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar, श्री @subhashbrala व सभी कार्यकर्ताओं को बधाई।
बता दें कि पार्टी के हरियाणा प्रभारी डॉ. अनिल जैन ने चौटाला परिवार के नजदीकी और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल से संपर्क साधते हुए जजपा और भाजपा में मध्यस्थता कराने का दबाव बनाया है। वहीं, बताया जाता है कि कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने सरकार बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खुली छूट दे दी है। वर्ष 2009 के विधानसभा चुनावों में हुड्डा ने कॉन्ग्रेस के 40 सीटों पर सिमटने के बावजूद न केवल हरियाणा जनहित कॉन्ग्रेस में सेंध लगाई, बल्कि निर्दलीय विधायकों की मदद से पूरे पाँच साल तक सरकार भी चलाई थी। यही वजह है कि कॉन्ग्रेस आलाकमान ने प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा को आगे करने में देर नहीं लगाई।