Friday, April 26, 2024
Homeराजनीति'स्वरा भास्कर 'आधी ब्राह्मण, आधी कायस्थ'... दलितों का खून चूसने वाली' - बहुजन ग्रुप...

‘स्वरा भास्कर ‘आधी ब्राह्मण, आधी कायस्थ’… दलितों का खून चूसने वाली’ – बहुजन ग्रुप ने खुलेआम लिखी यह बात

'रावण' समर्थक RMBT ने आरोप लगाया कि स्वरा भास्कर के भाई ने एक जोशी के साथ शादी की है और अभिनेत्री खुद एक शर्मा के साथ रिलेशनशिप में हैं। साथ ही पूछा कि आखिर कैसे ये 'ब्राह्मण सवर्ण' समूह के लोग अपने ही 'ब्राह्मण सवर्ण' समूह के ही लोगों के साथ प्यार में पड़ते हैं?

‘भीम आर्मी’ के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ़ ‘रावण’ के एक समर्थक समूह ने बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर पर जम कर निशाना साधा है। समूह ने उस तस्वीर पर प्रतिक्रिया देते हुए ये बातें लिखी, जिसमें स्वरा भास्कर हाथ में बाबासाहब आंबेडकर की तस्वीर लिए ‘रावण’ के साथ एक मंच पर दिख रही हैं। ‘रेवोलुशनरी मीम्स फॉर बहुजन टीन्स’ (RMBT) नामक फेसबुक पेज ने लिखा कि जेएनयू में सोशियोलॉजी की छात्र रहीं स्वरा दलित-बहुजन स्पेस के लायक नहीं हैं, वो पैरासाइट हैं।

उक्त समूह के फेसबुक पेज पर 32,000 लाइक्स हैं और वो इस बात से आक्रोशित हैं कि हाथरस मामले में स्वरा भास्कर भी चंद्रशेखर आजाद उर्फ़ ‘रावण’ के साथ ‘लाइलाइट लूट रही’ हैं। साथ ही अभिनेत्री की माँ, जो सेंशर बोर्ड की सदस्य रह चुकी हैं – उन पर भी कई आरोप लगाए। उनके माता-पिता और उनके राज्यों को भी नहीं बक्शा। बता दें कि हाथरस मामले में दलितों का मुद्दा बना कर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

इसके लिए उसने कारण गिनाया कि स्वरा भास्कर ने कभी पिअर बोर्दियू, अंटोनिओ ग्रामस्की, जेन इलियट, पेग्गी मैलन्तोष या मालकम एक्स को नहीं पढ़ा होगा कि वो दलित-बहुजन स्पेस में कूदने के लिए पहला मौका तलाशें। साथ ही समूह ने सलाह दी कि ‘आधी ब्राह्मण, आधी कायस्थ’ स्वरा भास्कर को सबसे पहले अपने समुदायों में सुधार अभियान चलाना चाहिए। लिखा कि उनके पेरेंट्स जिन राज्यों से आते हैं, वो वहाँ सुधार अभियान चलाएँ – दलित-बहुजन विरोध प्रदर्शन में लाइमलाइट ढूँढ़ने से पहले।

साथ ही ‘रावण’ समर्थक RMBT ने आरोप लगाया कि स्वरा भास्कर के भाई ने एक जोशी के साथ शादी की है और अभिनेत्री खुद एक शर्मा के साथ रिलेशनशिप में हैं। साथ ही पूछा कि आखिर कैसे ये ‘ब्राह्मण सवर्ण’ समूह के लोग अपने ही ‘ब्राह्मण सवर्ण’ समूह के ही लोगों के साथ प्यार में पड़ते हैं। RMBT ने लिखा कि ये लोग बहुजन आंदोलन को हाईजैक करने से पहले अपने समुदायों के ‘पक्षपाती’ रवैये पर कब बोलेंगे?

RMBT ने आरोप लगाया कि स्वरा भास्कर के माता-पिता आंध्र प्रदेश और बिहार से आते हैं और इन्हीं दोनों राज्यों में ‘ऑनर किलिंग’ सबसे ज्यादा होती है। उसने लिखा कि स्वरा भास्कर के ‘एक्टिविज्म’ के लिए यही दोनों राज्य सबसे ज्यादा उपयुक्त हैं क्योंकि वहाँ ‘छोटी-छोटी बातों पर सवर्ण समाज के लोग बहुजन युवाओं की जान ले लेते हैं’। स्वरा भास्कर की माँ और जेएनयू में प्रोफेसर इरा भास्कर पर भी ‘रावण’ समर्थक समूह ने बहुजन छात्रों के साथ भेदभाव करने व उन्हें फेल कर देने का आरोप लगाया।

उसने पूछा कि क्या स्वरा भास्कर ने कभी भी इन मुद्दों पर अपनी माँ को घेरा या अपनी प्रोफेसर माँ से सारे सम्बन्ध तोड़े? साथ ही RMBT ने आरोप लगाया कि उक्त तस्वीर में स्वरा भास्कर को चंद्रशेखर आजाद उर्फ़ ‘रावण’ के साथ मंच पर कोई जगह मुहैया नहीं कराई गई थी, वो बिन-बुलाई ही वहाँ कूद गईं। बता दें कि अभिनेत्री के पिता उदय भास्कर पूर्व नौसेना अधिकारी हैं, जो 3 बड़े थिंक टैंकों के अध्यक्ष रह चुके हैं।

हाल ही में ‘रसभरी’ वेब सीरिज की अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने नसीरुद्दीन शाह से सहमति व्यक्त करते हुए कहा था, “मैं बिल्कुल नसीर सर से सहमत हूँ। वास्तव में मैं यह कई दिनों से कह रही हूँ। आप इसे मेरे सोशल मीडिया पर देख सकते हैं, यह देखने के लिए कि यह कैसे सोशल मीडिया और कई मीडिया घरानों ने अपनी कॉन्सपिरेसी थ्योरी को शुरू किया है और जनता को झूठ का शिकार बना रहे हैं।”

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘इस्लाम में दूसरे का अंग लेना जायज, लेकिन अंगदान हराम’: पाकिस्तानी लड़की के भारत में दिल प्रत्यारोपण पर उठ रहे सवाल, ‘काफिर किडनी’ पर...

पाकिस्तानी लड़की को इतनी जल्दी प्रत्यारोपित करने के लिए दिल मिल जाने पर सोशल मीडिया यूजर ने हैरानी जताते हुए सवाल उठाया है।

इस्लामी-वामी फिलीस्तीन समर्थकों का आतंक देख US भूला मानवाधिकारों वाला ज्ञान, भारत के समय खूब फैलाया था प्रोपगेंडा: अमेरिका का दोहरा चरित्र बेनकाब

यूएस आज हिंसक प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई कर रहा है, लेकिन यही काम जब भारत ने देश में कानून-व्यवस्था बनाने के लिए करता है तो अमेरिका मानवाधिकारों का ज्ञान देता है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe