Friday, November 15, 2024
Homeराजनीति'मुर्गे के खून' से लिखा दर्द भरा खत - हमें छोड़कर मत जाओ राहुल...

‘मुर्गे के खून’ से लिखा दर्द भरा खत – हमें छोड़कर मत जाओ राहुल गाँधी!

फ़िलहाल, कॉन्ग्रेस में लगातार इस्तीफ़ों की झड़ी लगी है और कई प्रदेश अध्यक्षों समेत पार्टी के एक दर्जन से भी अधिक बड़े नेता अपने पद से इस्तीफ़ा दे चुके हैं। राज बब्बर से लेकर...

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी को ख़ून से चिट्ठी लिखने की बात सामने आई है। इन कार्यकर्ताओं ने ख़ून से लिखी चिट्ठी में राहुल गाँधी से इस्तीफ़ा न देने की अपील की। बता दें कि लोकसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस की बुरी हार के बाद राहुल गाँधी ने इस्तीफ़े की पेशकश की थी, जिसे कॉन्ग्रेस वर्किंग कमेटी ने नकार दिया। पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह और पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी ने राहुल से इस्तीफ़ा न देने का निवेदन किया। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि अगर राहुल इस्तीफ़ा देते हैं तो कार्यकर्ता आत्महत्या कर लेंगे।

टाइम्स नाउ की ख़बर के मुताबिक़, कॉन्ग्रेस के युवा नेताओं ने “राहुल गाँधी, इस्तीफ़ा मत दीजिए” सहित कई बातें ख़ून से लिखीं, ताकि राहुल को इस्तीफ़ा न देने के लिए मना सकें। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तरह-तरह के सवाल पूछने शुरू कर दिए। एक व्यक्ति ने पूछा कि इन पत्रों को लिखने के लिए किसका ख़ून प्रयोग किया गया था? एक अन्य यूजर ने मोदी-शाह की फोटो पोस्ट की, जिसमें दोनों बातें कर रहे हैं कि ये पत्र लिखने वाले अपने ही लोग हैं।

अधिकतर ट्विटर यूजर्स ने मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि ज़रूर ये भाजपा के ही लोग हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते कि राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दें। ट्विटर यूजर्स ने लिखा कि भाजपा तब तक एकदम निश्चिंत है, जब तक राहुल कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष हैं।

फ़िलहाल, कॉन्ग्रेस में लगातार इस्तीफ़ों की झड़ी लगी है और कई प्रदेश अध्यक्षों समेत पार्टी के एक दर्जन से भी अधिक बड़े नेता अपने पद से इस्तीफ़ा दे चुके हैं। उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर से लेकर महाराष्ट्र में प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण तक, कई नेताओं ने नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफ़ा पार्टी हाईकमान को भेज दिया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

‘छिछोरे’ कन्हैया कुमार की ढाल बनी कॉन्ग्रेस, कहा- उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया: चुनावी सभा में देवेंद्र फडणवीस की पत्नी को लेकर की...

कन्हैया ने फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा, "हम धर्म बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और डेप्युटी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बना रही हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -