चुनाव आयोग ने तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की नेता सुजाता मंडल खान को अनुसूचित जाति के खिलाफ विवादित बयान को लेकर नोटिस जारी किया है। आयोग ने नोटिस मिलने के 24 घंटे के अंदर सुजाता मंडल खान को इसका जवाब देने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उनसे तृणमूल के स्टार प्रचारक का दर्जा भी छीना जा सकता है। नोटिस में कहा गया है कि उन्हें यह भी बताना चाहिए कि उनसे ‘स्टार प्रचारक’ का दर्जा वापस क्यों नहीं लिया जाना चाहिए।
Election Commission of India has sought an explanation from TMC’s Sujata Mondal (file photo) within 24 hours on the complaint of BJP for her “disparaging remarks against Scheduled Caste community in an interview to a TV channel” pic.twitter.com/Xigge9FfpT
— ANI (@ANI) April 16, 2021
मुख्तार अब्बास नकवी की अगुवाई वाले भाजपा के प्रतिनिधि दल की ओर केंद्रीय चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी इस मामले में चुनाव आयोग से पिछले दिनों मिले थे। उन्होंने पूरे मामले की शिकायत करने के साथ ही कहा कि राज्य में चुनाव के दौरान इस तरह की बयानबाजी कर आचार संहिता का उल्लंघन किया गया है।
Election Commission issues a notice to TMC leader Sujata Mondal Khan for her alleged derogatory remarks against the Scheduled Caste community.
— All India Radio News (@airnewsalerts) April 16, 2021
Commission asks the TMC leader to explain her position within 24 hours. #WestBengalElections | #PollsWithAIR
चुनाव आयोग में अपनी शिकायत दर्ज करवाने के बाद बीजेपी नेता दुष्यंत गौतम ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जितनी भी योजना लागू की उसमें कोई भेदभाव नहीं किया गया। कांग्रेस और टीएमसी का मानना है कि संसाधनों पर अल्पसंख्यकों का हक है। बीजेपी के साथ दलित वर्ग जुट रहा है। हम चुनाव आयोग से टीएमसी पर कार्रवाई की माँग करते है। टीएमसी की मान्यता भी रद्द होनी चाहिए।
क्या बोली थी सुजाता मंडल?
बता दें कि कुछ दिनों पहले एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में आरामबाग विधानसभा सीट से टीएमसी प्रत्याशी सुजाता मंडल ने बयान दिया था कि अनुसूचित जाति के लोग स्वभाव से भिखारी होते हैं। ममता बनर्जी ने उनके लिए इतना कुछ किया, लेकिन फिर भी चंद पैसों के लिए वो बीजेपी के पीछे-पीछे हो रहे हैं। वो बीजेपी को अपना वोट बेच रहे हैं। खान ने कहा था, “एक कहावत है कि कुछ स्वभाव से भिखारी होते हैं तो कुछ परिस्थितियों के कारण। अनुसूचित जाति के लोग स्वभाव से भिखारी होते हैं।”
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों चुनाव प्रचार के दौरान अपने संबोधन में पीएम ने टीएमसी नेता सुजाता मंडल के ‘भिखारी’ वाले बयान को लेकर टीएमसी की सोच पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था, “एक वीडियो सामने आया है जिसमें दीदी की करीबी एक नेता ने अनुसूचित जाति के लोगों का बहुत बड़ा अपमान किया है। उन्होंने कहा कि बंगाल में जो अनुसूचित जाति है, Schedule Caste समुदाय है वो भिखारियों की तरह व्यवहार करती है।” आगे पीएम ने दीदी से पूछा था, “क्या SC समुदाय के मेरे भाई बहनों और उनके बच्चों से आप, आपकी पार्टी, आपके नेता इतनी नफरत करते हैं?”