Saturday, July 27, 2024
Homeराजनीतिआजम खान के समर्थकों की गुंडई से प्रशासनिक अधिकारी डरे, एसपी से की शिकायत

आजम खान के समर्थकों की गुंडई से प्रशासनिक अधिकारी डरे, एसपी से की शिकायत

एसडीएम जगदंबा और जिला मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता द्वारा लिखे पत्र के बाद आजम खान और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच तनातनी बहुत बढ़ गई है। अधिकारियों की शिकायत है कि उनके घरों और दफ्तरों पर नजर रखी जा रही है।

रामपुर में लगातार प्रशासनिक अधिकारी आजम खान से अपनी जान को खतरा होने की शिकायतें कर रहे हैं। मंगलवार (मई 14, 2019) को एसडीएम जगदंबा प्रसाद गुप्ता एसपी को पत्र लिखकर अचानक छुट्टी पर चले गए। उन्होंने कहा कि आज़म खान के समर्थकों से उनकी जान को खतरा है। इसी तरह एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने भी एसपी को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है। हालाँकि डीएम ने एसडीएम जगदंबा के निजी कारणों से अवकाश पर जाने की बात कही है और एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश व सिटी मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

गौरतलब है मंगलवार को एसडीएम जगदंबा और जिला मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता द्वारा लिखे पत्र के बाद आजम खान और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच तनातनी बहुत बढ़ गई है। अधिकारियों की शिकायत है कि उनके घरों और दफ्तरों पर नजर रखी जा रही है। उनके मुताबिक उनके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। एसपी शिव हरि मीणा ने बताया है कि एसडीएम व जिला मजिस्ट्रेट के आवास पर सुरक्षा मुहैया करवा दी गई है और एसडीएम सदर के पत्र के बारे में भी जाँच कराई जा रही है।

चुनाव से पूर्व उर्दू गेट तोड़ने और मदरसे के कमरे खाली कराने से शुरू हुआ विवाद अब गंभीर रूप ले चुका है। प्रशासन द्वारा दिखाई जा रही सख्ती से आजम खान के तेवर अफसरों के प्रति और भी उग्र हो गए हैं। इस बीच आजम खान के ख़िलाफ़ 16 मामले दर्ज किए गए जिसमें 5 मुकदमों पर हाईकोर्ट से उन्हें स्टे और गिरफ्तारी पर भी स्टे मिला है। इससे पहले भी सपा उम्मीदवार आजम खान पर कई बार चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लग चुका है। इसके अलावा अपने उपर लगते इल्जामों को देख आजम खान ने भी खुद को अधिकारियों से खतरा बताया।

अपने ऊपर लगे इल्जामों की सफाई पर आजम ने कहा है कि जिला प्रशासन खुद उनकी हत्या की साजिश रच रहा है। उनके अनुसार मतदान वाले दिन रामपुर में डर और दहशत का माहौल था और अल्पसंख्यक मतदाता दहशत में थे। आजम के मुताबिक अधिकारी उन्हें चुनाव जीतते नहीं देखना चाहते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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