Thursday, April 25, 2024
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गूगल मैप ने भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में कुछ परिवर्तन किए हैं, जिससे चीन-पाकिस्तान को हो सकती है समस्या

गूगल ने अपने नक्‍शे से लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) और लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (एलएसी) भी गायब कर दिए हैं। जम्मू और कश्मीर (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर सहित) का पूरा राज्य बिना LoC के उल्लेख के मानचित्र पर एक ही यूनिट के रूप में दिखाई दे रहा है।

IMD और DD न्यूज़ द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान को भारत का हिस्सा घोषित करने के बाद अब गूगल भी इस जंग में उतर गया है। गूगल मैप (Google Map) ने पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर (पीओके) के साथ ही अक्साई चीन को स्पष्ट रूप से भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में मिला दिया है।

साथ ही, गूगल ने अपने नक्‍शे से लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) और लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (एलएसी) भी गायब कर दिए हैं। जम्मू और कश्मीर (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर सहित) का पूरा राज्य बिना LoC के उल्लेख के मानचित्र पर एक ही यूनिट के रूप में दिखाई दे रहा है।

पाकिस्तान सरकार द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने के फैसले के बाद भारत सरकार ने फ़ौरन आक्रामक रुख अपनाते हुए कुछ सख्त निर्देश दिए थे।

तभी से एक के बाद एक ऐसी घटनाएँ सामने आ रही हैं, जो यह अप्रत्यक्ष संदेश देती नजर आ रही हैं कि केंद्र की मोदी सरकार जल्द ही कुछ बड़ा कारनामा कर सकती है।

हालाँकि, गूगल मैप से भारत की सीमाओं को स्पष्ट करने पर अभी तक न ही गूगल और ना ही कोई आधिकारिक बयान आया है। लेकिन सोशल मीडिया पर यह चर्चा का विषय बन गया है। ज्ञात हो कि इससे पहले गूगल मैप पर इन सीमाओं को बिन्दुओं द्वारा खिंची गई महीन रेखाओं से दर्शाया जाता था।

नई तस्वीरों में कश्‍मीर के तहत आने वाले उन तमाम हिस्‍सों को भारतीय सीमा में दिखाया जा रहा है, जिस पर पाकिस्‍तान ने कब्‍जा कर लिया था। इसमें पीओके समेत वह उत्तरी क्षेत्र भी शामिल हैं, जिन्‍हें पाकिस्‍तान ने गिलगित-बाल्टिस्‍तान का नाम दिया है।

गूगल मैप के नए चित्र मीरपुर, मुजफ्फराबाद, गिलगित-बाल्टिस्तान को भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा के भीतर दर्शा रहा है।

लोग इसका अर्थ यह भी लगा रहे हैं कि यह 73 साल के लम्बे इन्तजार का अंत अब निकट है क्योंकि पाकिस्तानी कब्जे वाले सभी भारतीय क्षेत्र नए गूगल मानचित्रों के अनुसार भारतीय क्षेत्र में आ चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्‍तान ने वर्ष 1947 में आजादी के बाद हुए बँटवारे के फ़ौरन बाद उसी वर्ष अक्‍टूबर माह में भारत पर पहला हमला किया था। इस दौरान उसने आतंकवादियों की मदद से जम्‍मू कश्‍मीर के कई इलाकों पर अवैध कब्‍जा कर लिया था, जिन्‍हें इसके बाद से ही पाकिस्‍तान अधिकृत कश्मीर (POK) के नाम से जाना गया।

वहीं, गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र पाकिस्तान द्वारा कबायली विद्रोहियों के षड्यंत्र से कर्नल मिर्जा हसन खान द्वारा नवंबर 02, 1947 को गिलगित-बाल्टिस्तान को ‘आजाद’ घोषित किया गया था, जबकि महाराजा हरि सिंह ने इस इलाके को भारत में मिला लिया था।

वर्ष 2009 में पाकिस्‍तान की सरकार ने इसी ‘नॉर्दन एरियाज’ का नाम बदलकर गिलगित-बाल्टिस्‍तान कर दिया था।

अक्साई चीन भी गायब

गूगल मैप से भारत से लगी पाकिस्‍तान की सीमा ही नहीं बल्कि चीन से सटी एलएसी भी भारत की सीमाएँ दिखाई गई हैं। इसमें अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख क्षेत्र आते हैं। मौसम विभाग के बाद दूरदर्शन न्यूज़ ने बताया गिलगित-बाल्टिस्तान को भारत का हिस्सा

पिछले कुछ समय से भारत ने कुछ ऐसे काम किए हैं जिन्होंने पाकिस्तान समर्थकों को सरदर्द देने का काम किया है। गत शुक्रवार को भारत के मौसम विभाग, इंडियन मीटीऑरलाजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद को भारत का हिस्सा बताते हुए इन जगहों के मौसम का हाल बताया था।

इसके बाद भारत सरकार के दूरदर्शन न्यूज़ में भी अब रोजाना पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर और नॉर्दन एरियाज (गिलगित-बाल्टिस्तान) के मौसम का हाल बताया जाएगा।

बदल रहा है गूगल का मिजाज

कल ही ऑपइंडिया ने एक रिपोर्ट में बताया था कि किस प्रकार से गूगल में सहधर्मी (Co-religionist) शब्द के अर्थ में हिन्दू घृणा से भरे हुए उदाहरणों को जगह दी जाती थी।

इस रिपोर्ट के व्यापक स्तर पर समर्थन के बाद आज गूगल ने इस उदाहरण को अपनी डिक्शनरी से हटा दिया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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