कॉन्ग्रेस नेताओं का हिन्दू विरोध समय-समय पर निकलकर सामने आ ही जाता है। ऐसा लगता है कि पार्टी ने मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति को अपना मुख्य एजेंडा बना लिया है, तभी तो इनके कुछ नेता हिन्दू धर्म और हिन्दुओं का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। इस बार यह जिम्मेदारी कर्नाटक कॉन्ग्रेस (Karnataka Congress) के नेता सतीश जारकीहोली (Satish Jarkiholi) ने अपने कंधों पर उठाई है।
दरअसल, जारकीहोली ने हिन्दू धर्म को लेकर बेहद ही शर्मनाक बयान दिया है। कॉन्ग्रेस नेता ने कहा है कि हिंदू शब्द तो भारत का है ही नहीं। उन्होंने कहा कि हिंदू शब्द पर्शिया से आया है। वह यहीं नहीं रुके, हिन्दू धर्म का अपमान करते हुए यह तक कह दिया कि हिंदू शब्द का अर्थ भी काफी गंदा है और विदेशी शब्द पर भारत में बात होनी ही नहीं चाहिए।
कॉन्ग्रेस नेता कर्नाटक के बेलगावी जिले के निप्पान्नी इलाके में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुँचे थे। उन्होंने कहा, “हिन्दू शब्द कहाँ का है। भारत का इससे क्या संबंध है। आपका कैसा हो गया हिन्दू। चर्चा होना चाहिए। आपका नहीं है ये शब्द। फिर आप इसको सिर पर बैठा कर क्यों रखे हैं। उसका मीनिंग आपको समझ में आ गया तो आपको शर्म आ जाएगा। हिन्दू का जो मीनिंग है वह बहुत गंदा है। कहीं का धर्म, कहीं का शब्द लाकर आप हम पर थोप रहे हैं।”
#WATCH| “Where has ‘Hindu’ term come from?It’s come from Persia…So, what is its relation with India? How’s ‘Hindu’ yours? Check on WhatsApp, Wikipedia, term isn’t yours. Why do you want to put it on a pedestal?…Its meaning is horrible:KPCC Working Pres Satish Jarkiholi (6.11) pic.twitter.com/7AMaXEKyD9
— ANI (@ANI) November 7, 2022
वहीं भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कॉन्ग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, “शिवराज पाटिल के बाद अब कर्नाटक कॉन्ग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकीहोली हिंदुओं को भड़काते और उनका अपमान करते हैं। उन्होंने कहा है कि हिन्दू शब्द का मतलब बहुत ही गंदा है। यह संयोग नहीं बल्कि वोट बैंक का उद्योग है।”
After Shivraj Patil now Karnataka Congress Committee working president Satish Jarkiholi provokes & insults Hindus. Says हिंदू शब्द का मतलब बहुत ही गंदा है.
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) November 7, 2022
This is not a Sanyog but a Votebank Ka Udyog
From Hindu terror to Opposing Ram Mandir to Linking Gita with Jihad pic.twitter.com/bAQIHnt0kE
कॉन्ग्रेस नेताओं के लिए हिंदू धर्म को अपमानित करना नया नहीं है। ‘भगवा आतंकवाद’ की थ्योरी भी कॉन्ग्रेसियों ने गढ़ी थी। इसी क्रम में शिवराज पाटिल ने 20 अक्टूबर, 2022 को जिहाद को गीता से जोड़ने का प्रयास किया था। उन्होंने यह बताने की कोशिश की थी कि जिहाद का कॉन्सेप्ट गीता का भी हिस्सा है और श्रीकृष्ण ने अर्जुन को इसका पाठ पढ़ाया था।
पाटिल ने कॉन्ग्रेस नेता मोहसिना किदवई (Mohsina Kidwai) की किताब के विमोचन के मौके पर यह विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने कहा था , ”इस्लाम में जिहाद के बारे में बहुत चर्चा हुई है। भारतीय संसद में हमारा काम जिहाद के बारे में नहीं, बल्कि आदर्शों के बारे में है। जिहाद तभी पैदा होता है जब स्वच्छ दिमाग से किए गए सभी प्रयास विफल हो जाते हैं।” पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री ने दावा किया था, “यह (जिहाद) केवल कुरान में नहीं है, बल्कि महाभारत, गीता में भी है। श्रीकृष्ण भी अर्जुन से जिहाद के बारे में बात करते हैं और यह चीज केवल कुरान या गीता में ही नहीं, बल्कि ईसाई धर्म में भी है।”