Friday, November 15, 2024
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18-45 वर्ष के लिए टीकाकरण में दो दिन शेष, अब जाकर महाराष्ट्र ने लिया निर्णय: 20 मई के बाद लगेगा फ्री वैक्सीन

पूरे देश में 1 मई से शुरू होने वाला टीकाकरण महाराष्ट्र में शुरू नहीं होगा। कैबिनेट की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों का टीकाकरण 20 मई के बाद ही शुरू हो पाएगा।

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार (27 अप्रैल) को पूरे देश में कोरोनावायरस संक्रमण के 3.6 लाख से अधिक नए मामले आए। साथ ही 3200 से अधिक मौतें भी रिकॉर्ड की गईं। राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र अभी भी सर्वाधिक संक्रमित राज्यों में अव्वल स्थिति पर बना हुआ है। राज्य में अब तक 4.34 मिलियन केस सामने आ चुके हैं और लगभग 65,000 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। राज्य में कई दिनों से लगातार 50,000 से अधिक संक्रमित मामले रोजाना दर्ज हो रहे हैं।

ऐसी स्थिति के बाद भी महाराष्ट्र की सरकार 1 मई से शुरू होने वाले टीकाकरण के तीसरे चरण के लिए वैक्सीन के दामों पर कोई निर्णय नहीं कर पाई थी। अंततः आज (28 अप्रैल) हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि महाराष्ट्र में 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी।

लेकिन बड़ी बात यह है कि पूरे देश में 1 मई से शुरू होने वाला टीकाकरण महाराष्ट्र में शुरू नहीं होगा। कैबिनेट की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों का टीकाकरण 20 मई के बाद ही शुरू हो पाएगा। रिपब्लिक की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह दावा किया कि वैक्सीन की अनुपलब्धता के कारण 20 मई तक 18 वर्ष से अधिक लोगों के लिए टीकाकरण शुरू नहीं हो पाएगा लेकिन केंद्र ने जानकारी दी है कि राज्य में अभी भी वैक्सीन के 1 करोड़ डोज उपलब्ध हैं और अगले 3 दिनों 80 लाख अतिरिक्त डोज राज्य को उपलब्ध कराए जाएँगे।

इससे पहले लगातार महाराष्ट्र में वैक्सीन के दामों और टीकाकरण पर मत भिन्नता की स्थिति बनी हुई थी। खुद राज्य के मंत्री और शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे राज्य में टीकाकरण की स्थिति पर असमंजस में थे और उन्होंने मुफ्त टीकाकरण की जानकारी देने वाला अपना ट्वीट भी डिलीट किया था।  

सोनिया गाँधी संतुष्ट हैं महाराष्ट्र सरकार के इस प्रयास से :

हालाँकि, जहाँ एक ओर कोरोनावायरस के संक्रमण को सही तरीके से न संभाल पाने के कारण महाराष्ट्र सरकार की लगातार आलोचना होती रही है वहीं दूसरी ओर कॉन्ग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने कहा कि वह महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार द्वारा कोरोनावायरस के संक्रमण के प्रबंधन से संतुष्ट हैं। राज्य के कॉन्ग्रेस अध्यक्ष और राजस्व मंत्री बालासाहब थोराट ने यह बात बताई। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी MVA सरकार द्वारा ‘महामारी के कुशल और पारदर्शी प्रबंधन’ से संतुष्ट हैं। आपको बता दें कि महाराष्ट्र की MVA सरकार में कॉन्ग्रेस भी गठबंधन का हिस्सा है।

थोराट ने कहा कि कॉन्ग्रेस अध्यक्ष ने उनसे राज्य में कोविड-19 की स्थितियों पर बात की और राज्य सरकार के महामारी से निपटने के प्रयासों पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की। साथ ही थोराट ने यह भी बताया कि सोनिया गाँधी ने राज्य में टीकाकरण कार्यक्रम को तेजी से चलाने का निर्देश भी दिया है।

यह अलग बात है कि जहाँ एक ओर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और असम जैसे राज्य कई दिनों पहले ही 1 मई 2021 से शुरू होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार कर चुके हैं और मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध कराने का निर्णय भी ले चुके हैं, महाराष्ट्र सरकार ने टीकाकरण शुरू होने के ठीक 2 दिन पहले यह निर्णय लिया।

अधिकारी जता चुके थे महाराष्ट्र में टीकाकरण कार्यक्रम में देरी की संभावना :

मंगलवार को यह जानकारी प्राप्त हुई कि बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने यह घोषणा की है कि मुंबई में 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों का टीकाकरण निजी केंद्रों के माध्यम से ही होगा।  

हालाँकि, राज्य में स्वास्थ्य अधिकारियों ने टीकाकरण के तीसरे चरण के कार्यक्रम में देरी की संभावना भी जताई थी। मुंबई में वैक्सीन की अनुपलब्धता के कारण टीकाकरण कार्यक्रम प्रभावित हुआ जो कि वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद पुनः प्रारंभ होगा।  

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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