Thursday, April 3, 2025
Homeराजनीतिउन्नाव का मियाँगंज अब बनेगा मायागंज, CM योगी ने किया था नाम बदलने का...

उन्नाव का मियाँगंज अब बनेगा मायागंज, CM योगी ने किया था नाम बदलने का वादा: अब ग्राम पंचायत ने भेजा यूपी सरकार के पास प्रस्ताव

अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले का नाम बदलकर हरिगढ़ किए जाने को लेकर सोमवार (16 अगस्त 2021) को नवगठित जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया था। नाम बदलने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया और उसे सरकार के पास भेजा गया है।

जिलों और रेलवे स्टेशनों का नाम बदलने के बाद उत्तर प्रदेश में एक और नाम बदलने जा रहा है। प्रदेश के उन्नाव जिले की ग्राम पंचायत मियागंज का नाम बदलकर मायागंज करने की सिफारिश की गई है। जिले के डीएम रवींद्र कुमार ने इस संबंध में पंचायती राज विभाग के मुख्य सचिव को रिपोर्ट भेजी है। माना जा रहा है कि निकट भविष्य में मियागंज का नाम बदलकर मायागंज कर दिया जाएगा।

रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार के दौरान ही इस ग्राम पंचायत का नाम बदलने का ऐलान किया था। 24 अगस्त को सरकार को भेजे गए पत्र के मुताबिक, ग्राम पंचायत मियागंज का नाम बदलकर मायागंज करने के लिए प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। अब इस पर सरकार की मुहर लगते ही मियागंज ग्राम पंचायत मायागंज हो जाएगी। प्रशासन अब इसकी तैयारियों में जुट गया है।

अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले का नाम बदलकर हरिगढ़ किए जाने को लेकर सोमवार (16 अगस्त 2021) को नवगठित जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया था। नाम बदलने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया और उसे सरकार के पास भेजा गया है।

मुगलसराय रेलवे स्टेशन से हुई थी नाम बदलने की शुरुआत

योगी सरकार ने सत्ता में आने के बाद बड़े बदलाव किए। इसी के तहत नाम बदलने शुरुआत मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नामकरण करने के साथ हुई, जिसके तहत इस स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय कर दिया गया था। उसके बाद इलाहाबाद को प्रयागराज और प्रयाग घाट रेलवे स्टेशन का नाम प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन कर दिया गया था। इसके अलावा फैजाबाद शहर का नाम बदलकर भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या के नाम पर रख दिया गया था।

इतना ही नहीं मैनपुरी जिले का नाम मयनऋषि और झाँसी रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई किए जाने का भी प्रस्ताव है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

चीनी नागरिकों से शारीरिक और प्रेम संबंध बनाने पर रोक, अमेरिका ने राजदूतों के लिए लागू किए सख्त नियम-क़ानून: नहीं माने तो छोड़नी होगी...

अमेरिकी सरकार ने चीन में तैनात अपने सरकारी अधिकारियों, उनके परिवारों और सुरक्षा मंजूरी प्राप्त कॉन्ट्रैक्टर्स के लिए सख्त प्रतिबंध लागू किया।

खतरे में है हर हिंदू, सरकारी सुरक्षा के भरोसे हम जीवनभर नहीं बैठ सकते… पर कवर्धा का ‘सुरक्षा मॉडल’ आत्मसात तो कर ही सकते...

कवर्धा के ​हिंदू जिस तरह दुर्गेश देवांगन के परिवार की ढाल बने, क्या उसी तरह हर पीड़ित हिंदू परिवार का हम बन सकते हैं सुरक्षा कवच?
- विज्ञापन -