Saturday, November 16, 2024
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कोरोना आपदा को बहुत बड़ा टर्निंग पॉइंट बनाना है: PM मोदी ने दिया PPP का विचार

"जनता केन्द्रित, और प्लेनेट फ्रेंडली डेवलपमेंट की अप्रोच अब देश में गवर्नेंस का हिस्सा बन गई है। जो हमारे तकनीकी हस्तेक्षेप हैं, वो भी People, Planet और Profit के विचार के अनुकूल ही है।"

PM नरेंद्र मोदी ने आज इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (ICC) को संबोधित किया। ICC के 95वें वार्षिक पूर्ण सत्र में इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के योगदान के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि 95 वर्ष से निरंतर देश की सेवा करना, किसी भी संस्था या संगठन के लिए अपने आप में बहुत बड़ी बात होती है। ICC ने पूर्वी भारत और नॉर्थ-ईस्ट के विकास में जो योगदान दिया है, विशेषकर वहाँ की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स को, वो भी ऐतिहासिक है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा – “इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ने 1925 में अपने गठन के बाद से आज़ादी की लड़ाई को देखा है, भीषण अकाल और अन्न संकटों को देखा है और भारत के विकास पथ का भी आप हिस्सा रहे हैं। अब इस बार की ये AGM एक ऐसे समय में हो रही है, जब हमारा देश कई संकटों को चैलेंज कर रहा है।”

प्रमुख बातें –

  • कोरोना वायरस से पूरी दुनिया लड़ रही है, भारत भी लड़ रहा है लेकिन अन्य तरह के संकट भी निरंतर खड़े हो रहे हैं। कहीं बाढ़ की चुनौती, कहीं टिड्डी का कहर, कहीं ओलावृष्टि, असम की ऑयल फील्ड में आग, लगातार छोटे-छोटे भूकंप की खबरें।
  • कभी-कभी समय भी हमें परखता है, हमारी परीक्षा लेता है। कई बार अनेक कठिनाइयाँ, अनेक कसौटियाँ एक साथ आती हैं। लेकिन हमने ये भी अनुभव किया है कि इस तरह की कसौटी में हमारा कृतित्व, उज्ज्वल भविष्य की गारंटी भी लेकर आता है।
  • हमारे यहाँ कहा जाता है- मन के हारे हार, मन के जीते जीत। यानी हमारी संकल्पशक्ति, हमारी इच्छाशक्ति ही हमारा आगे का मार्ग तय करती है। जो पहले ही हार मान लेता है उसके सामने नए अवसर कम ही आते हैं।
  • हर वो चीज, जिसे आयात करने के लिए देश मजबूर है, वो भारत में ही कैसे बने, भविष्य में उन्हीं उत्पादों का भारत निर्यातक कैसे बने, इस दिशा में हमें और तेजी से काम करना है।
  • हर देशवासी अब इस संकल्प से भी भरा हुआ है कि इस आपदा को अवसर में परिवर्तित करना है, इसे हमें देश का बहुत बड़ा टर्निंग पॉइंट भी बनाना है। ये टर्निंग पॉइंट क्या है? आत्म निर्भर भारत, आत्मनिर्भरता का ये भाव बरसों से हर भारतीय ने एक आकांक्षा की तरह जिया है।
  • किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए जो निर्णय हाल में हुए हैं, उन्होंने एग्रीकल्चर इकोनॉमी को बरसों की गुलामी से मुक्त कर दिया है। अब भारत के किसानों को अपने उत्पाद, अपनी उपज देश में कहीं पर भी बेचने की आज़ादी मिल गई है।
  • बीते 5-6 वर्षों में, देश की नीति और रीति में भारत की आत्मनिर्भरता का लक्ष्य सर्वोपरि रहा है। अब कोरोना क्राइसिस ने हमें इसकी गति और तेज करने का सबक दिया है। इसी सबक से निकला है।
  • आत्म निर्भर भारत, आत्मनिर्भरता का, सेल्फ रिलायंस का ये भाव बरसों से हर भारतीय ने एक महत्वाकांक्षा की तरह जिया है। लेकिन फिर भी एक बड़ा काश, एक बड़ा काश, हर भारतीय के मन में रहा है, मस्तिष्क में रहा है।
  • जनता केन्द्रित, और प्लेनेट फ्रेंडली डेवलपमेंट की अप्रोच अब देश में गवर्नेंस का हिस्सा बन गई है। जो हमारे तकनीकी हस्तेक्षेप हैं, वो भी People, Planet और Profit के विचार के अनुकूल ही है।

PM मोदी ने कहा कि अब देश में बैंकिंग सर्विस का दायरा उन लोगों तक भी पहुँच पाया है, जिनको लंबे समय तक Have nots की श्रेणी में रखा गया था। DBT, JAM यानी जनधन, आधार, मोबाइल के माध्यम से बिना लीकेज करोड़ों लाभार्थियों तक जरूरी सहायता पहुँचाना संभव हुआ है।

PM मोदी ने कहा:

People, Planet and Profit एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। ये तीनों एक साथ उन्नति कर सकते हैं, साथ में तरक्की कर सकते हैं। मैं आपको कुछ उदाहरण देकर समझाता हूँ। जैसे LED बल्ब। 5-6 वर्ष पहले एक LED बल्ब साढ़े तीन सौ रुपए से भी ज्यादा में मिलता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है।

बंगाल और नॉर्थ-ईस्ट के विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा – “आप सभी नॉर्थ ईस्ट, पूर्वी भारत में इतने दशकों से काम कर रहे हैं। सरकार ने जो तमाम कदम उठाए हैं, इनका बहुत बड़ा लाभ East और North East के लोगों को होगा। मैं समझता हूँ कि कोलकाता भी खुद फिर से एक बहुत बड़ा लीडर बन सकता है। देश-निर्माण में बंगाल की ऐतिहासिक श्रेष्ठता को हमें पुनर्जीवित करना होगा। हम हमेशा सुनते आए हैं- ‘बंगाल जो आज सोचता है, भारत उसे आने वाले कल में सोचता है।’ हमें इससे प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ना होगा।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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