प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (29 जून 2025) को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 123वे एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया। इस बार के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने आपातकाल के दौर, योग दिवस की सफलता, धार्मिक यात्राओं, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा की उपलब्धियों, महिलाओं की सफलता की कहानियाँ, पर्यावरण के प्रति लोगों के योगदान और भारत की सांस्कृतिक उपलब्धियों जैसे कई विषयों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने 1975 में लगे आपातकाल को लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला बताया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, बाबू जगजीवन राम और अटल बिहारी वाजपेयी के ऑडियो क्लिप्स के जरिए उस समय के हालात से जनता को अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि किस तरह उस वक्त नागरिकों के अधिकार छीने गए, अखबारों पर प्रतिबंध लगाया गया और लाखों लोगों को जेल में डाल दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की जनता ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए बड़ी कुर्बानी दी और अंत में लोकतंत्र की जीत हुई।
Paid homage to those who devoted themselves to protecting democracy during the Emergency. Don’t miss the words spoken by Morarjibhai Desai, Babu Jagjivan Ram Ji and Atal Ji… #MannKiBaat pic.twitter.com/9u9frDMlDp
— Narendra Modi (@narendramodi) June 29, 2025
आगे उन्होंने 21 जून को हुए ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ पर चर्चा करते हुए कहा कि इस बार का यह कार्यक्रम और भी भव्य रहा। विशाखापत्तनम, तेलंगाना, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और गुजरात समेत देशभर में लाखों लोगों ने योग किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बताया कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मिक और शारीरिक बल का माध्यम है। गौरतलब है कि इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का थीम ‘योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ रखा गया था, जो ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना को दिखाता है।
प्रधानमंत्री ने धार्मिक यात्राओं जैसे अमरनाथ यात्रा, कैलाश मानसरोवर यात्रा और जगन्नाथ रथ यात्रा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये यात्राएँ न केवल श्रद्धा का प्रतीक होती हैं, बल्कि सेवा का भी अवसर देती है।
पीएम मोदी ने गर्व के साथ बताया कि भारत को WHO ने ट्रेकोमा मुक्त देश घोषित किया है। उन्होंने ILO की एक हालिया रिपोर्ट का जिक्र भी किया, जिसमे बताया गया था कि भारत की 64% आबादी को अब सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिल रहा है, जो पहले केवल 19% लोगों तक सीमित था।
प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना, कर्नाटक और मध्यप्रदेश की महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की कहानियों पर भी बात की। उन्होंने बताया कि कैसे महिलाएँ मिलेट्स से बिस्किट बनाकर विदेश तक बेच रही हैं, सैनिटरी पैड बना रही हैं और मशरूम की खेती और रोटियों का ब्रांड बना रही हैं।
मोदी जी ने असम के बोडोलैंड क्षेत्र में हो रहे CEM कप की सराहना भी की जिसमें 70 हजार से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज बोडोलैंड शांति, खेल और ऊर्जा का प्रतीक बन गया है।
प्रधानमंत्री ने पुणे के रमेश खरमाले और अहमदाबाद के ‘मिशन फॉर मिलियन ट्रीज’ जैसी पहलों की सराहना की। उन्होंने महाराष्ट्र के ‘पाटोदा’ गाँव की भी तारीफ की, जिसे कार्बन न्यूट्रल ग्राम पंचायत बनाया गया है।
पीएम मोदी ने बताया कि अहमदाबाद नगर निगम ने पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘मिशन फॉर मिलियन ट्रीज’ अभियान शुरू किया है, जिसमें लाखों पेड़ लगाए जा रहे हैं। इस पहल की खास बात है ‘सिंदूर वन’, जो ऑपरेशन सिंदूर के शहीदों को समर्पित है। यहाँ सिंदूर के पौधे उन वीरों की याद में लगाए जा रहे हैं जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया।
इसके साथ-साथ ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके तहत अब तक देशभर में करोड़ों पेड़ लगाए जा चुके हैं। यह अभियान लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करता है और भावनात्मक रूप से जोड़ता है।
‘मन की बात’ कार्यक्रम अक्टूबर 2014 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य देश के हर कोने से जनता की उपलब्धियों, प्रयासों और कार्यों को देशवासियों के सामने लाना है। यह कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित होता है।