Wednesday, October 9, 2024
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‘बिना एक शब्द बोले गालियाँ सहता हूँ, फिर भी कहते हैं तानाशाह’: ‘टाइम्स नाउ’ से इंटरव्यू में माँ को याद कर भावुक हुए PM मोदी, मुस्लिमों को – आत्ममंथन कीजिए कि कॉन्ग्रेस ने क्या दिया

बकौल पीएम मोदी, पहली बार नामांकन के दौरान उनकी माँ ने उन्हें कहा - गरीब की चिंता करना, कभी रिश्वत मत लेना। वो बोले, "मैं हर नामांकन से पहले माँ के पाँव छूने जाता था। वो गुड़ खिलाती थीं। ये मेरे जीवन का पहला चुनाव है जब मैं माँ के पाँव छुए बिना जाऊँगा।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘टाइम्स नाउ’ और ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ पर पत्रकार नाविका कुमार और सुशांत सिन्हा को इंटरव्यू दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि काशी में अंतिम चरण में चुनाव है, उनकी पार्टी ने एक बार फिर उन्हें वहाँ से उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने बताया कि 2014 में जब वो पहली बार काशी गए तो नामांकन के बाद उन्होंने कहा था, “ना मैं यहाँ आया हूँ, न मुझे किसी ने भेजा है, मुझे तो माँ गंगा ने बुलाया है।” बकौल पीएम मोदी, आज उन्हें लगता है कि माँ गंगा ने उन्हें गोद लिया है।

भावुक पीएम मोदी ने कहा कि 10 वर्षों में वाराणसी से उनका ऐसा नाता जुड़ गया है कि वो कहीं भी ‘मेरी काशी’ बोलते हैं, एक माँ-बेटे का जो रिश्ता होता है। कॉन्ग्रेस के घोषणा-पत्र पर झूठ बोलने के आरोप पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार CAA का कानून लेकर आई, सब कुछ साफ़-साफ़ कहा गया और लिखा गया, सीधा-सीधा वो कानून नागरिकता देने के लिए आया, उसमें नागरिकता लेने का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने कॉन्ग्रेस के झूठ पर पूछा कि क्या आपने कभी उसका फैक्ट-चेक किया?

Inheritance टैक्स पर पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी भी विकसित देश में ऐसा नहीं होता है, कॉन्ग्रेस नेताओं के भाषणों में बार-बार ये बात आ रही है। उन्होंने याद दिलाया कि मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री रहते कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक़ मुस्लिमों का है, कॉन्ग्रेस संपत्ति ले लेगी तो उन्हीं लोगों को देगी। बकौल पीएम मोदी, वो को कॉन्ग्रेस खुल कर इस बार बेनकाब कर रहे हैं इसीलिए वो बौखलाए हुए हैं, ये दोगलापन है।

पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर, अनुच्छेद-370 और UCC का जिक्र भाजपा अपने घोषणा-पत्र में करती थी, अंतिम पंक्ति रखती थी तब भी अख़बार घोषणा-पत्र में यही रखते थे और कहा जाता था कि मंदिर बनाने की तारीख़ नहीं बताएँगे। उन्होंने कहा कि मीडिया ने कॉन्ग्रेस के घोषणा-पत्र का वैसा पोस्टमॉर्टम नहीं किया। उन्होंने बताया कि जब ‘संविधान दिवस’ मनाने की बात की गई तो मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका विरोध किया। बकौल पीएम मोदी, संविधान पर स्कूल-कॉलेजों में चर्चा हो, ये आम आदमी से जुड़े।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया कि कैसे संविधान के 60 वर्ष पूरे होने पर बतौर CM उन्होंने हाथी पर संविधान रख कर यात्रा निकाली और खुद पैदल चले। उन्होंने पूछा कि भाजपा के घोषणा-पत्र में या उनके भाषण में कहीं संविधान बदलने की बात लिखी है क्या? जबकि खुद के सवाल पर कॉन्ग्रेस कहती है कि हमारे घोषणा-पत्र में फलाँ चीज नहीं लिखी है। पीएम मोदी ने कहा कि ये दोगलापन नहीं चलेगा। मजहब के आधार पर आरक्षण न आने देने के अपने वादे को भी पीएम मोदी ने दोहराया।

पीएम मोदी ने कहा कि संविधान सभा ने ही ये तय किया था कि मजहब के आधार पर आरक्षण देश के भविष्य के लिए ठीक नहीं है, जबकि छूत-अछूत और भेदभाव के कारण उसका प्रायश्चित करना ज़रूरी था। बकौल पीएम मोदी, संविधान सभा में बैठे सभी सनातनी थे, नेहरू जैसे कुछ अपवाद हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि डॉ राजेंद्र प्रसाद टीका लगा कर बैठते थे। पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि संविधान की भावना के विरुद्ध वो नहीं जाएँगे, इसका मतलब ये नहीं कि मुस्लिमों को आरक्षण नहीं मिलेगा।

पीएम मोदी ने EWS की याद दिलाते हुए कहा कि सामान्य वर्ग के गरीबों को इसके तहत आरक्षण मिला और उसमें मुस्लिम समाज के भी लोग हैं। बकौल पीएम मोदी, वो ये कह नहीं रहे कि मुस्लिमों को नहीं देंगे, लेकिन मजहब के आधार पर रचना नहीं होनी चाहिए। दलितों एवं जनजातीय समाज के संबंध में उन्होंने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर ने सही निर्णय किया, इसके पीछे हजारों वर्षों का विरोध है। उन्होंने याद दिलाया कि अटल बिहारी वाजपेयी के समय भी घोषणा-पत्र में राम मंदिर, 370 और UCC रहता था, अब इनमें से जो हो गया है वो नहीं रहेगा।

पीएम मोदी ने कहा, “जब 100% की बात की जाती है तो ये समाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता की गारंटी है। हमने 4 करोड़ घर बनाए। 3 करोड़ और घर देने की योजना हम बना रहे हैं। मैं चुनावी सभाओं में कहता हूँ कि किसी को घर या नल योजना का लाभ नहीं मिला है तो वो उन्हें लिख कर भेज दें, उनके तीसरे टर्म में ये मिल जाएगा। न हम इस्लाम के विरोधी हैं न मुस्लिम के, हमारा ये काम नहीं है। नेहरू के जमाने से गाली देने का ये नैरेटिव बना हुआ है। उन्होंने भय का वातावरण बना कर अपनी दुकान चलाई है। जब मैंने ‘तीन तलाक’ खत्म किया, ‘आयुष्मान कार्ड’ दिया और कोरोना की वैक्सीन दी तो मुस्लिमों को लगता है कि बिना भेदभाव काम हो रहा है।”

मुस्लिम विरोधी छवि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार का नेतृत्व करते हुए उन्हें 25 वर्ष हो गए, गुजरात में 80-90 के दशक में खूब दंगे होते थे लेकिन 2002 के बाद दंगे नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वो ये पहली बार मुस्लिम समाज और इसके पढ़े-लिखे लोगों से कह रहे हैं कि वो आत्ममंथन करें, सोचें, देश आगे बढ़ रहा है और अपने समाज में अगर कोई कमी महसूस होती है तो क्या कारण है कि कॉन्ग्रेस के ज़माने में आपको सरकारी योजनाओं का लाभ क्यों नहीं मिला, आपकी ये दुर्दशा क्यों ही?

पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया भर में मुस्लिम समाज बदल रहा है, वो खाड़ी देशों में जाते हैं तो उन्हें और भारत को इतना सम्मान मिलता है, सऊदी अरब में योग पढ़ाया जाता है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज ये न सोचे कि किसी को सत्ता से हटाना है, अपने बच्चों का भविष्य सोचे। उन्होंने बताया कि अरब मुल्कों में अमीरों ने भी बताया कि उनके बच्चे योग सीखने जाते हैं। उन्होंने कहा कि वो नहीं चाहते कि कोई समाज बंधुआ मजदूर बनके जिए, उन्हें कोई डराता रहे। उन्होंने कहा कि आप भाजपा कार्यालय में जाकर बैठिए, कब्ज़ा कीजिए, कौन रोकेगा, कौन निकालेगा आपको?

अमित शाह का आरक्षण पर फर्जी वीडियो वायरल होने के मुद्दे पर ‘टाइम्स नाउ’ और ‘टाइम्स नाउ’ नवभारत के पत्रकारों नाविका कुमार और सुशांत सिन्हा के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के चुनाव में अमिताभ बच्चन के आवाज़ में डीपफेक वीडियो निकाला हुआ, वो रात भर सो नहीं पाए और वो रात में ही FIR कराना चाहते थे और कह रहे थे कि उनका राजनीति से अब कोई लेना-देना नहीं है, वो दूर से ही प्रणाम करते हैं। पीएम मोदी ने बताया कि G20 समिट व अन्य कार्यक्रमों में वो डीपफेक वीडियो के संकट पर बात कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसे कंटेंट पर लेबल होना चाहिए कि इसमें AI का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस आत्मविश्वास खो चुकी है और जनता के साथ उनका कोई संपर्क नहीं है, CAA से लेकर किसान आंदोलन और सभी सरकारी निर्णयों में वो झूठ फैलाते हैं क्योंकि उनको लगता है कि ये तो होता ही चला जा रहा है और वो रोक सकते हैं तो कन्फ्यूजन पैदा करते हैं, ताकि लोगों को भड़का सकें। पीएम मोदी ने कॉन्ग्रेस को फर्जी वादों-नारों पर निर्भर बताते हुए कहा कि फर्क वीडियो के सहारे चुनाव जीतने की कोशिश नहीं चलेगी, जमीनी स्थिति बिलकुल अलग है।

पीएम मोदी ने कहा कि EVM अगर उनके हाथ में होता तो वो इतनी मेहनत क्यों करते, वो दिन रात टूट रहे हैं। तानाशाह होने के आरोपों, हिटलर से तुलना और सरकारी एजेंसियों पर नियंत्रण पर पीएम मोदी ने मीडिया से आग्रह किया कि वैज्ञानिक तरीके से इस विषय का विश्लेषण किया जाए, तानाशाही के 100 पॉइंट्स बना कर कॉन्ग्रेस-भाजपा की तुलना की जाए कि किसने क्या किया। उन्होंने याद दिलाया कि नेहरू ने पहला संविधान संशोधन प्रेस पर पाबन्दी लगाने के लिए किया, इंदिरा गाँधी ने जो गाना पसंद नहीं आया तो मजरूह सुल्तानपुरी को जेल में बंद किया, किशोर कुमार को बैन किया, विपक्षी नेताओं को जेल में डाला, नौसेना के जहाज पर पिकनिक मनाई जाती थी, नसबंदी कराई गई, गायत्री देवी के साथ जुल्म हुआ, कई राज्य सरकारें बर्खास्त की गईं।

PM मोदी ने कहा कि 100 में से एक बिंदु पर भी भाजपा पर आरोप सही नहीं निकलेंगे, हम ये सह रहे हैं इसका ही मतलब है कि हमारे रगों में लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि 10 वर्षों से दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की बेदाग़ सरकार चला रहे हैं, फिर भी वो बिना एक शब्द बोले गाली सह रहे हैं तो इससे बड़ा लोकतंत्र का सबूत क्या हो सकता है। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि उनकी माँ को गाली दी गई, परिवार के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया लेकिन कुछ भी कहने पर डिक्टेटर कहते हैं।

अपनी दिवंगत माँ के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी माँ ने उन्हें जन्म दिया, वो माँ के साथ न्याय नहीं कर पाए, बच्चों से जो सपने होते हैं वो पूरे नहीं कर पाए तो वो उस प्रकार से गुनहगार हैं। पीएम मोदी ने बताया कि एक बार उन्हें अटल जी का काल आया और गुजरात जाने का आदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि संगठन बहुत हो गया, अब सरकार सँभालो। बकौल पीएम मोदी, उन्होंने मना करते हुए कहा कि उनके पास इसका अनुभव नहीं है, उन्होंने पुलिस थाना तक नहीं देखा।

उन्होंने किस्सा सुनाया कि अगले दिन LK आडवाणी का फोन कॉल आया और उन्होंने कहा कि सबका मत है कि आपको गुजरात सरकार चलाने जाना है। तब उन्होंने अटल जी को कॉल कर के माफ़ी माँगी और गुजरात जाकर अपनी माँ से मिले और उनसे कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था, मैं वापस गुजरात आ रहा हूँ और माँ की ख़ुशी इसी में थीं। बकौल पीएम मोदी, उनकी माँ ने उन्हें कहा – गरीब की चिंता करना, कभी रिश्वत मत लेना।

पीएम मोदी ने भावुक होकर कहा, “मैं हर नामांकन से पहले माँ के पाँव छूने जाता था। वो गुड़ खिलाती थीं। ये मेरे जीवन का पहला चुनाव है जब मैं माँ के पाँव छुए बिना जाऊँगा। लेकिन, 140 करोड़ के इस देश में कई माताएँ हैं, उनका आशीर्वाद है। माँ गंगा भी हैं। इन सबसे मुझे शक्ति मिलती रही है। माँ शब्द में मेरे लिए एक समग्र संसार है। माँ मैं कोई बायोलॉजिकल चर्चा नहीं करता।” पीएम मोदी ने इस दौरान चन्द्रमा पर ‘चंद्रयान’ के लैंडिंग पॉइंट का नाम ‘शिव-शक्ति’ रखे जाने की भी याद दिलाई।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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