पुलवामा हमले में वीरगति प्राप्त हुए हेमराज मीणा की पत्नी मधुबाला मीणा ने कॉन्ग्रेस के स्थानीय विधायक भरत सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला राजस्थान के कोटा सांगोद के पास स्थित गाँव विनोद कला का है।
मधुबाला का कहना है कि चूँकि उन्होंने कॉन्ग्रेस नेता के कहने पर भी भाजपा उम्मीदवार ओम बिड़ला के ख़िलाफ़ चुनाव नहीं लड़ा, इसलिए अब उन्हें परेशान किया जा रहा है और उनके पति हेमराज मीणा का स्मारक बनने में अड़ंगे लगाए जा रहे हैं।
मधुबाला मीणा ने पूर्व सैनिक सेवा परिषद राजस्थान के बैनर तले आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कॉन्ग्रेस नेता की यह पोल खोली। उन्होंने अपने पति का स्मारक और स्मृति पार्क नहीं बनने के लिए विधायक से नाराजगी जताई और प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान साफ किया कि जब तक उनके पति के लिए स्मारक नहीं बनेगा, तब तक वह सरकार से लड़ती रहेंगी।
उन्होंने बताया कि ओम बिड़ला ने सांसद विकास निधि से उनके पति हेमराज मीणा के पैतृक गाँव विनोद कला में शहीद पार्क के विकास के लिए 20 लाख रुपए की राशि की अनुशंसा की थी। जिसके लिए स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा बाउंड्री बनाकर समतलीकरण कार्य और मिट्टी भराई का कार्य पूरा कर दिया गया था।
इसके बाद इस धनराशि से शहीद स्मृति पार्क में वीरगति प्राप्त हो चुके हेमराज की प्रतिमा लगाई जानी थी। लेकिन यह काम अभी तक संभव नहीं हो सका। जबकि जनसहयोग से प्रतिमा बनवाई जा चुकी है।
मधुबाला मीणा की मानें तो कॉन्ग्रेस के विधायक उनके गाँव में पार्क और प्रतिमा निर्माण में रोड़े अटका रहे हैं। उन्होंने ही सारी जानकारी मिलने के बाद चंबल फर्टिलाइजर के अधिकारियों को बुलाकर दबाव बनाया। साथ ही यह कहा कि उनकी जानकारी के बिना क्षेत्र में कोई काम नहीं होगा।
वे कहती हैं, “पिछले लोकसभा चुनाव में विधायक भरत सिंह ने ओम बिड़ला के खिलाफ कॉन्ग्रेस से मुझे चुनाव लड़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा था, तब मैंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इस बात से वो नाराज हो गए थे और अब शहीद स्मारक में रोड़ा अटका रहे हैं।”
मधुबाला मीणा ने यह भी बताया कि अदालत चौराहे पर उनके पति की मूर्ति लगाने के लिए बोला गया था, लेकिन कॉन्ग्रेस नेता अब वह भी नहीं होने दे रहे हैं। हेमराज की पत्नी कहती हैं कि एक बार वह कॉन्ग्रेस नेता से उनके एक कार्यक्रम में मिलने गई थी। लेकिन वहाँ बात करने की बजाय कॉन्ग्रेस नेता ने उन्हें बहुत कटुवचन बोल दिए थे।
अब पुलवामा के वीर की पत्नी की माँग है कि स्मृति पॉर्क और प्रतिमा स्थापना के अलावा सांगोद में अदालत चौराहे पर अविलंब उनके वीर पति की प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए। इसके लिए पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने भी इस पूरे मामले में मधुबाला का समर्थन किया है। परिषद ने भूख हड़ताल की चेतावनी देते हुए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को भी खरी-खरी सुनाई है।
आजतक की खबर के अनुसार, जब इस संबंध में कॉन्ग्रेस विधायक से बात हुई। तो उन्होंने अपनी सफाई में पूरे मामले से खुद को साइड कर लिया। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा –
“राज्य सरकार ने वीरगति प्राप्त जवान का सम्मान किया है। जो भी मदद हो सकती थी हमने की है। उनके नाम से एक कॉलेज भी खोला है और वहाँ पर शीघ्र ही प्रतिमा भी लगवाई जाएगी। ये जिस जगह पर प्रतिमा लगाने की बात कर रहे हैं, उस जगह से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। इस जगह प्रतिमा लगाने के लिए जिन्होंने पैसा दिया है, इसका जवाब भी वही देंगे।”