Saturday, April 20, 2024
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‘बीजेपी ने पूरे सिस्टम पर कब्जा कर लिया है, अमेरिका कुछ बोल नहीं रहा’: राहुल गाँधी ने मोदी विरोध में विदेशी दखल को किया आमंत्रित

भारतीय अस्मिता और उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के राहुल गाँधी के सवाल ने निकोलस बर्न्स को भी कुछ देर के लिए स्तब्ध कर दिया।

कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी ने हार्वर्ड केनेडी स्कूल के प्रोफेसर निकोलस बर्न्स के साथ शुक्रवार (2 अप्रैल 2021) को लाइव चर्चा करते हुए कई मुद्दों को लेकर मोदी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाया। उन्होंने अमेरिका से भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की माँग की। बावजूद इसके कि केंद्र सरकार कई बार ये स्पष्ट कर चुकी है कि देश के अंदरूनी मामलों में न तो किसी विदेशी ताकत का हस्तक्षेप है और न ही भविष्य में ऐसा होने दिया जाएगा।

लेकिन, वायनाड के सांसद तो जैसे एक मिशन पर हों कि किसी भी सूरत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को धूमिल करना है। हार्वर्ड केनेडी स्कूल के ‘इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड पब्लिक सर्विस’ की ओर से राहुल गाँधी को ‘भारतीय राजनीति और लोक सेवा में चुनौतियाँ, अवसर और प्रभाव’ विषय पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया था।

राहुल ने जिन निकोलस बर्न्स के साथ चर्चा की वे ग्रीस में अमेरिका के पूर्व राजदूत रहे हैं। वर्तमान में वे हार्वर्ड के जॉन एफ कैनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट में कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय राजनीति के प्रोफेसर हैं।

कार्यक्रम के अंत में जब निकोलस बर्न्स चर्चा के निष्कर्ष पर पहुँचे थे, तभी कॉन्ग्रेस नेता ने भारत में अमेरिका के हस्तक्षेप न करने को लेकर सवाल किया, जिसने कुछ देर के लिए अमेरिकी प्रोफेसर को भी स्तब्ध कर दिया। राहुल ने कहा कि वह बहुत जल्दी अपनी बात कहेंगे। उन्होंने कहा, “भारत में जो कुछ भी चल रहा है, उसके बारे में अमेरिकी सरकार की ओर से अब तक मैंने कोई टिप्पणी नहीं। अगर आप कहते हैं कि लोकतंत्र में भागीदारी है, मेरा मतलब है, यहाँ (भारत) जो भी हो रहा है उस पर आपके क्या विचार हैं?”

भारतीय अस्मिता और उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के राहुल गाँधी के सवाल ने निकोलस बर्न्स को भी कुछ देर के लिए स्तब्ध कर दिया। राहुल गाँधी ने यह भी कहा, “मैं बुनियादी तौर पर मानता हूँ कि अमेरिका इस पर गहराई से विचार करेगा। स्वतंत्रता का विचार, आपके संविधान में निहित है जो बहुत ही शक्तिशाली है। लेकिन, आपको स्वतंत्रता की उस विचारधारा का बचाव करना पड़ा। यही असली सवाल है।” हालाँकि, राहुल के इस सवाल को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए बर्न्स ने कहा कि वे अगले सप्ताह दूसरे भारतीय अतिथियों के साथ अगला सत्र करेंगे तो इस सवाल का जवाब देंगे।

इस चर्चा के दौरान राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर आलोचना की। उन्होंने कृषि कानून, लॉकडाउन के साथ ही असम में बीजेपी नेता की कार में मिले ईवीएम तक का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही गंभीर मामला है, लेकिन कोई भी नेशनल चैनल इसे कवर नहीं कर रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने पूरे सिस्टम पर कब्जा कर लिया है। यही कारण है कि कॉन्ग्रेस तो क्या कोई भी विपक्षी दल बीजेपी का मुकाबला नहीं कर पा रहा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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