मोदी सरनेम पर दिए विवादित बयान मामले में गुजरात के सूरत न्यायालय द्वारा सजा मिलने के बाद राहुल गाँधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। शुक्रवार (24 मार्च 2023) को सदस्यता जाने के बाद शनिवार (25 मार्च) को राहुल पहली बार मीडिया के सामने आए। हालाँकि पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर राहुल बौखला गए और पत्रकारों पर बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगाने लगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब पत्रकार ने राहुल गाँधी से पूछा कि बीजेपी कह रही है आपने पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया है। इस पर पूरे देश में प्रेस कॉन्फ्रेंस की तैयारी है। ऐसा लग रहा था पत्रकार का यह सवाल राहुल गाँधी को पसंद नहीं आया। पूर्व सांसद ने जवाब दिया, “भैया देखिये… पहला अटेंप्ट आपका वहाँ से आया, दूसरा अटेंप्ट यहाँ से आया… आप डायरेक्टली बीजेपी के लिए काम क्यों कर रहे हो? थोड़ी डिस्कशन से करो यार। थोड़ा घूम-घाम कर पूछो। आपको ऑर्डर दिया है क्या? देखो मुस्करा रहे हैं।”
#WATCH | “Don’t pretend to be a pressman…Kyun hawa nikal gayi?”, says Congress leader Rahul Gandhi to a journalist questioning him on his conviction in ‘Modi surname’ case pic.twitter.com/SdaaUeraoy
— ANI (@ANI) March 25, 2023
सवाल से बौखलाए राहुल गाँधी ने अंग्रेजी में कहना शुरू किया, “यदि आप बीजेपी के लिए काम करना चाहते हैं तो अपनी छाती पर भाजपा का ठप्पा लगा लो। फिर मैं उसी अनुसार जवाब दूँगा।” उन्होंने गुस्से में कहा कि पत्रकार बनने का नाटक मत करो। इस दौरान पूर्व एमपी के चेहरे से साफ जाहिर हो रहा था कि वे चिढ़ गए हैं।
इस घटना के बाद दूसरे पत्रकार प्रश्न करने की कोशिश करते रहे लेकिन राहुल का ध्यान फिर भी उसी पत्रकार पर था। कुछ देर बाद राहुल उस पत्रकार की तरफ इशारा करते हुए दोबारा कहते हैं, “हवा निकल गई।” और इतना कहकर खुद मुस्कुराने लगते हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गाँधी ने मोदी सरनेम पर सजा मिलने पर कहा कि यह ओबीसी का मामला नहीं है बल्कि मोदी जी और अडानी के रिश्ते का मामला है। उन्होंने कहा कि मोदी जी मेरी अगली स्पीच से डर गए थे। मेरा अगला भाषण अडानी पर होने वाला था। इसलिए वो मेरे अगले भाषण से घबराए हुए थे। पीएम नहीं चाहते संसद में मेरा भाषण हो।