Friday, April 26, 2024
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किसान कहीं भी डायरेक्ट बेचे Vs किसान खेत के बाहर कैसे बेचेगा: 6 साल में वीडियो से समझें राहुल गाँधी की हालत

ये अजीब विडम्बना है कि जिस व्यक्ति की 10 सालों से सरकार थी, वो बोल रहा था कि किसानों के उत्पाद बिकते ही नहीं, सड़ जाते हैं। फिर वो फ्री मार्केट की बात करते हैं लेकिन अब उसी के खिलाफ हैं!

राहुल गाँधी हर मुद्दे पर अपनी अजीबोगरीब राय के लिए जाने जाते हैं। आज की तारीख हो या आज से 7 साल पहले की, उनकी बातों में मनोरंजन का तड़का वही रहता है। अब जब दिल्ली और आस-पास में भारत सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि कानूनों के विरोध में ‘किसान आंदोलन’ चल रहा है, हम आपको राहुल गाँधी का 6 साल पुराना तब का वीडियो दिखा रहे हैं, जब लोकसभा चुनाव सर पर था और यूपीए-2 अपना कार्यकाल पूरा कर चुका था।

तब उन्होंने ‘नेटवर्क 18’ के अशीत कुणाल के साथ एक इंटरव्यू में कृषि और किसान पर बात की थी। अशीत फ़िलहाल ‘न्यूज़ 1 इंडिया’ के मैनेजिंग एडिटर हैं। उन्होंने राहुल गाँधी से भ्रष्टाचार पर बातें शुरू की थी और फिर कृषि पर आ गए थे। उन्होंने कहा था कि RTI के माध्यम से यूपीए सरकार ने भ्रष्टाचार को लोगों के सामने रखा और इसके खिलाफ बिल लेकर आए, लेकिन भाजपा के लोगों ने इसे पास नहीं होने दिया।

उन्होंने दावा किया कि जहाँ भी भ्रष्टाचार दिखा, कॉन्ग्रेस सरकार ने कार्रवाई की। उन्होंने नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा था कि वो खुद को ‘गुजरात का चौकीदार’ कहते हैं, लेकिन हमें एक चौकीदार नहीं चाहिए, हमें जनता को चौकीदार बनाना है। इसके बाद राहुल गाँधी ने कहा कि दुनिया भर में फ्यूल के दाम ऊँचे हैं, जिसे सरकार ने काउंटर किया है और किसानों को ये सुविधा दी है कि फलों-सब्जियों को डायरेक्टली बेचे।

राहुल गाँधी का अप्रैल 2014 का इंटरव्यू, देखें 6:00 के बाद (वीडियो साभार: CNN-News 18)

आज जब किसानों को मोदी सरकार द्वारा कृषि कानून के माध्यम से यही सुविधा दी गई है और वो कहीं भी बिना रिस्क उठाए अपनी फसल बेच सकते हैं, तो कॉन्ग्रेस इसका विरोध कर रही है। उन्होंने दावा किया कि अगर आप सचमुच में महँगाई को काबू करना चाहते हैं और इम्पैक्ट लाना चाहते हैं तो मेन मुद्दा क्या है, ये समझना होगा। फिर उन्होंने समझाया कि कैसे-कैसे आजकल किसान जो भी खेती करता है, उसके उत्पाद जाया हो जाते हैं, सड़ जाते हैं।

ये अजीब विडम्बना है कि जिस व्यक्ति की 10 सालों से सरकार थी, वो बोल रहा था कि किसानों के उत्पाद बिकते ही नहीं, सड़ जाते हैं। बजाए ये बताने के कि उसने इसके लिए पिछले एक दशक में क्या किया। उन्होंने किसानों को ‘फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट’ से जोड़ने की बात की थी। फिर उन्होंने किसानों को FDI से जोड़ने की बात की और भाजपा पर आरोप लगाया था कि वो उन्हें ऐसा करने से रोक रही है।

हाल ही में अपने एक भाषण में राहुल गाँधी ने दावा किया कि ‘नरेंद्र मोदी के कृषि कानूनों’ ने मंडी को ख़त्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि किसान कहीं भी अपने उत्पाद बेच सकता है, लेकिन जब किसान खेत के बाहर ही नहीं निकल पाएगा, सड़क नहीं होगी- फिर कैसे जाकर बेचेगा? साथ ही राहुल गाँधी यहाँ तक दावा कर बैठे कि नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 8000 करोड़ रुपए के दो हवाई जहाज ख़रीदे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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