Wednesday, May 14, 2025
Homeराजनीति'कॉन्ग्रेस का जासूसी कराने का रहा है इतिहास': रविशंकर प्रसाद ने पेगासस फोन टैपिंग...

‘कॉन्ग्रेस का जासूसी कराने का रहा है इतिहास’: रविशंकर प्रसाद ने पेगासस फोन टैपिंग के आरोपों को बताया निराधार

रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कॉन्ग्रेस के सभी आरोपों को स्तरहीन बताते हुए कहा, ''कॉन्ग्रेस का इतिहास जासूसी का रहा है। हरियाणा के दो सिपाही जब राजीव गाँधी के आस-पास देखे गए तो उन्होंने केंद्र में चंद्रशेखर की सरकार गिरा दी थी।''

कॉन्ग्रेस ने केंद्र सरकार पर इजरायल के पेगासस (pegasus) सॉफ्टवेयर के जरिए फोन टैपिंग का आरोप लगाया है। वहीं, पूर्व आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कॉन्ग्रेस के इन आरोपों को निराधार और स्तरहीन बताया है। उन्होंने इसे देश विरोधी एजेंडा चलाने की साजिश कहा है। बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कॉन्ग्रेस के सभी आरोपों को स्तरहीन बताते हुए कहा, ”कॉन्ग्रेस का इतिहास जासूसी का रहा है। हरियाणा के दो सिपाही जब राजीव गाँधी के आस-पास देखे गए तो उन्होंने केंद्र में चंद्रशेखर की सरकार गिरा दी थी।”

प्रसाद ने कहा कि दुनिया में लाखों डाटा बेस (DATA BASE) हैं। जब तक इसका कोई लिंक नहीं देगा तब तक यह कैसे प्रमाणित किया जा सकता है कि फोन की टैपिंग हुई है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने स्टोरी ब्रेक की है, उनके पास डाटा बेस होने का मतलब ये नहीं कि फोन टैप किए गए हैं। उन लोगों ने खुद कहा है कि ये फोन नंबर का डाटा बेस में होना इस बात का संकेत नहीं है कि इसे है​क किया गया है। उन्होंने कहा कि वायर की खबरें पहले भी झूठी साबित हो चुकी हैं। इसी तरह एम्नेस्टी इंटरनेशनल का रवैया भी हमेशा से भारत खिलाफ रहा है।

रविशंकर ने इस दौरान कॉन्ग्रेस से सवाल पूछा कि पूर्व वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने उस वक्त के गृहमंत्री चिदम्बरम के खिलाफ स्नूपिंग का आरोप लगाया था। उस बारे में आपका क्या कहना है। उन्होंने आगे कहा, “साल 2013 में हजारों लोगों के फोन टैप होते थे, उसके बारे में कॉन्ग्रेस का क्या कहना है?”

बता दें कि उन्होंने मॉनसून सत्र से पहले इस मामले पर कॉन्ग्रेस द्वारा बवाल करने पर सवाल उठाया है। प्रसाद ने कहा कि सारा मामला सामने आने के पीछे कॉन्ग्रेस का क्या एजेंडा है, यह देश को इस बारे में पता चलना चाहिए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सर्च एंड डिस्ट्रॉय… कश्मीर में लश्कर-TRF के कमांडर ढेर, हथियारों का जखीरा मिला: क्या है ‘ऑपरेशन केलर’, भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साथ...

पहलगाम आतंकी हमले पर कार्रवाई करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया है। दूसरी तरफ शोपियाँ में आतंकियों का सफाया करने के लिए 'ऑपरेशन केलर' चलाया है।

अमेरिकी यूनिवर्सिटी को मुस्लिम-ईसाई-यहूदी के आयोजन कबूल, पर हिंदू हेरिटेज मंथ नहीं मनेगा: बर्कले यूनिवर्सिटी छात्र संघ के विरोध ने सनातन घृणा पर छेड़ी...

एएसयूसी ने अक्टूबर को हिंदू विरासत माह के रूप में मान्यता देने के खिलाफ मतदान किया। यह निर्णय तब आया जब इस सेमेस्टर में कई अन्य विरासत माह प्रस्ताव पारित किए गए।
- विज्ञापन -