Thursday, April 25, 2024
Homeराजनीतिप्रियंका गाँधी पर 'सुनो द्रौपदी' चुराने का आरोप, कवि पुष्यमित्र उपाध्याय ने लगाई लताड़;...

प्रियंका गाँधी पर ‘सुनो द्रौपदी’ चुराने का आरोप, कवि पुष्यमित्र उपाध्याय ने लगाई लताड़; कहा- कविता चोरों से देश क्या उम्मीद रखे

“प्रियंका गाँधी जी ये कविता मैंने देश की स्त्रियों के लिए लिखी थी न कि आपकी घटिया राजनीति के लिए। न तो मैं आपकी विचारधारा का समर्थन करता हूँ और न आपको ये अनुमति देता हूँ कि आप मेरी साहित्यिक संपत्ति का राजनैतिक उपयोग करें।"

कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी पर कविता चोरी का आरोप लगा है। दरअसल उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटीं कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी बुधवार (17 नवंबर 2021) को चित्रकूट पहुँची। उन्‍होंने पहले मत्स्यगजेन्द्रनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर आरती उतारी मंदाकिनी की जलधारा में बने मंच से महिलाओं से संवाद किया।

इस दौरान उन्होंने चित्रकूट के रामघाट पर ‘लड़की हूँ-लड़ सकती हूँ’ संवाद को संबोधित करते हुए महिलाओं से उत्तर प्रदेश को बदहाली से निकालने के लिए संघर्ष में आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने एक कविता पढ़ते हुए कहा, “बहुत हुआ इंतजार अब, सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो अब गोविंद ना आएँगे। औरों से कब तक आस लगाओगी…।”  उन्‍होंने कहा कि महिलाएँ खुद अपनी लड़ाई लड़ें।

प्रियंका गाँधी ने कहा कि महिलाओं को अपनी हालत बदलने के लिए ख़ुद संघर्ष करना होगा, कॉन्ग्रेस पार्टी हर क़दम पर उनके साथ है। उन्होंने महिलाओं का आह्वान किया कि अगले चुनाव में वे आँख मूँद कर महिलाओं को वोट दें। अब इस कविता को लिखने वाले कवि पुष्यमित्र उपाध्याय ने इस पर आपत्ति जताते हुए प्रियंका गाँधी को लताड़ लगाई है।

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “प्रियंका गाँधी जी ये कविता मैंने देश की स्त्रियों के लिए लिखी थी न कि आपकी घटिया राजनीति के लिए। न तो मैं आपकी विचारधारा का समर्थन करता हूँ और न आपको ये अनुमति देता हूँ कि आप मेरी साहित्यिक संपत्ति का राजनैतिक उपयोग करें। कविता भी चोरी कर लेने वालों से देश क्या उम्मीद रखेगा?” उन्होंने एक और ट्वीट में इस कविता को लेकर छपी खबर का कटिंग शेयर किया है।

प्रियंका गाँधी ने कहा कि महिलाओं की स्थिति में तब तक सुधार नहीं होगा जब तक फ़ैसले लेने वाली जगहों पर महिलाएँ नहीं होंगी। कॉन्ग्रेस ने इसीलिए चुनाव में 40 फ़ीसदी टिकट महिलाओं को देने का ऐलान किया है। महिलाएँ ही महिलाओं का दर्द समझ सकती हैं और जब विधानसभा में बड़ी तादाद में महिलाएँ होंगी तो उनके पक्ष में नीतियाँ भी बनेंगी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

इंदिरा गाँधी की 100% प्रॉपर्टी अपने बच्चों को दिलवाने के लिए राजीव गाँधी सरकार ने खत्म करवाया था ‘विरासत कर’… वरना सरकारी खजाने में...

विरासत कर देश में तीन दशकों तक था... मगर जब इंदिरा गाँधी की संपत्ति का हिस्सा बँटने की बारी आई तो इसे राजीव गाँधी सरकार में खत्म कर दिया गया।

जिस जज ने सुनाया ज्ञानवापी में सर्वे करने का फैसला, उन्हें फिर से धमकियाँ आनी शुरू: इस बार विदेशी नंबरों से आ रही कॉल,...

ज्ञानवापी पर फैसला देने वाले जज को कुछ समय से विदेशों से कॉलें आ रही हैं। उन्होंने इस संबंध में एसएसपी को पत्र लिखकर कंप्लेन की है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe