उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में सोमवार (4 अक्टूबर 2021) को सपा और कॉन्ग्रेस के लोगों ने लखीमपुर मामले का माखौल उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दरअसल, लखीमपुर खीरी में धारा-144 लागू होने के बावजूद कॉन्ग्रेस के कुछ लोगों ने बाराती और दुल्हा बनकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश की। एनबीटी ने इसका वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया है।
वीडियो में दुल्हे के वेश में नजर आने वाला शख्स कह रहा है, ”प्रियंका गाँधी के साथ-साथ प्रदेश के विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया गया और लखीमपुर जाने पर प्रतिबंध लगाया गया। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस को गच्चा देने के लिए हम लोग बाराती के वेश में अब लखीमपुर पहुँचने का प्रयास कर रहे हैं। हम एक बारात की टोली में लखीमपुर जाएँगे और वहाँ प्रियंका गाँधी, जिन्हें हिरासत में लिया गया है, उनसे भेंट करेंगे। इसके साथ ही किसानों से उनका दर्द साझा करेंगे।”
मीडियाकर्मी ने जब उस शख्स से सवाल किया कि वहाँ मौत हुई है और आप दुल्हा के वेश में जा रहे हैं, इस पर वह कहता है, ”प्रशासन और सरकार जिस तरह से लगातार हमें रोकने की कोशिश कर रही है, ऐसे में हमको किसी ना किसी रूप में वहाँ पहुँचना ही है। इसके बाद भी अगर हमें उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन रोकने का प्रयास करती है तो हम लोग अर्थी पर सवार होकर लखीमपुर पहुँचने की कोशिश करेंगे।” हालाँकि, पुलिस ने समय रहते इन सभी को प्रयागराज में ही रोक लिया।
इसी बीच लखनऊ समेत कई स्थानों पर पुलिस और प्रशासन के साथ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की झड़प की खबर है। बताया जा रहा है कि लखनऊ में सपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के सामने ही पुलिस के एक दारोगा की जमकर धुनाई कर डाली। अखिलेश यादव इस दौरान अपने कार्यकर्ताओं को रोकते रहे, लेकिन पार्टी के समर्थकों ने लगातार दारोगा की पिटाई जारी रखी। इस पूरी घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
गौरतलब है कि धारा-144 लगने के बावजूद प्रियंका गाँधी अपने कुछ लोगों के साथ लखीमपुर खीरी जा रही थीं। इस दौरान वह सीतापुर जिले की पुलिस पर चिल्लाते हुए कह रही हैं, ”आप एक अरेस्ट का वारंट निकालो, मुझे हथकड़ी पहनाओ और ले चलो, मुझे बिल्कुल मंजूर है। बताओ मुझे किस आधार पर रोक रहे हो।” इसके बाद पुलिस ने सोमवार (4 अक्टूबर 2021) सुबह प्रियंका को हिरासत में लिया गया था। अब वह सीतापुर जिले के साफ सुधरे PAC Guest House में झाड़ू लगा रही हैं। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल, विपक्षी नेता प्रशासन के मना करने के बावजूद लखीमपुर जाकर किसानों से मिलना चाहते हैं। रोके जाने पर अखिलेश यादव लखनऊ में सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे, जिसके बाद उनको भी हिरासत में लिया गया।