तालिबानी आतंकवादियों ने अफगानिस्तान के ज्यादातर इलाकों में कब्जा कर लिया है। वह यहाँ निर्दोष लोगों को मार रहे हैं। अफगान सेना भी लगातार अपने इलाकों को तालिबानियों के चंगुल से छुड़ाने का प्रयास कर रही है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कंधार प्रांत में स्पिन बोल्डक जिले में तालिबानी आतंकियों ने निर्दोष लोगों को उनके घरों से निकाल दिया और अल्लाह-हू-अकबर चिल्लाते हुए उन्हें गोलियों से छलनी कर डाला। कहा जाता है कि इन लोगों ने अफगान सरकार का समर्थन किया था।
In Kandahar province, Spin-Boldak Taliban oust innocent people from their homes and kill them. It is said that these are the people who supported the Afghan government! pic.twitter.com/IrkFGOlz50
— Najibullah Farhodi (@najibfarhodi1) July 24, 2021
वायरल हो रही इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स में खासा आक्रोश है। रमेश शर्मा हिंदुस्तानी नाम के यूजर ने लिखा, ”अल्लाह-हू-अकबर, क्या यही इस्लाम है।”
अल्ला हो अकबर, क्या यही इस्लाम है.
— Ramesh sharma hindustani (@RameshS05611011) July 25, 2021
उन्होंने आगे लिखा, “ज़ालिम तालिबान इंसान नहीं शैतान के बच्चे हैं, मरने के बाद अलकायदा और तालिबानी सूअर के रूप में पैदा होंगें।”
ज़ालिम तालिबान इंसान नहीं शैतान के बच्चे हैं मरने के बाद अलकायदा और तालिबानी सूअर के रूप में पैदा होंगें.
— Ramesh sharma hindustani (@RameshS05611011) July 25, 2021
हाल ही में अफगानिस्तान के कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक जिले में तालिबान ने 100 आम लोगों की बर्बरतापूर्ण तरीके से हत्या कर दी थी। तालिबान ने घरों को लूटने और लोगों की हत्याएँ करने के बाद वहाँ पर अपने झंडे भी फहरा दिए थे। अफगान गृह मंत्रालय इस हिंसा और मासूमों की हत्याओं के लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहरा रहा है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मीरवाइस स्टेनेकजई ने कहा, “इस दुश्मन का यही असली चेहरा है। निर्मम आतंकियों ने पाकिस्तान में बैठे अपने हुक्मरानों के आदेश पर स्पिन बोल्डक जिले के कई इलाकों में घरों को लूटा और 100 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी।” स्टेनेकजई के मुताबिक, तालिबान अपने आका के आदेश पर ऐसा कर रहा है और इस छद्म युद्ध को जातीय युद्ध का रंग देने की कोशिश कर रहा है।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने इसे बदले की भावना से किया गया नरसंहार बताया था। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “पीड़ितों में ज्यादातर युवा, एथलीट, सीएस कार्यकर्ता, व्यवसायी, ब्लॉगर और अफगानिस्तान सरकार के साथ सहानुभूति रखने वाले लोग हैं। पाक एजेंसियाँ लंबे समय से शहर को डूरंड विरोधी लाइन के रूप में देखती हैं, जो बगल में बलूच और अचेकजई के साथ सहानुभूति रखता है।”
The victims, mostly young, include athletes, CS activists, business persons, vbloggers & persons suspected of sympathy with govt of Afg. Pak agencies since long see the town as fiercely anti Durand line sympathizing with Baluch & Achekzais next door. This is a revenge massacre https://t.co/9ySwSg7pEK
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) July 23, 2021