Thursday, March 28, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयफेसबुक, ट्विटर और गूगल पर ट्रंप ने किया केस: टेक दिग्गजों ने अकाउंट कर...

फेसबुक, ट्विटर और गूगल पर ट्रंप ने किया केस: टेक दिग्गजों ने अकाउंट कर दिया था बैन

इस साल 6 जनवरी को कैपिटल हिल हिंसा के बाद ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया था। बाद में इन कंपनियों ने उनके खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया था।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिग्गज टेक कंपनियों गूगल (यूट्यूब), फेसबुक और ट्विटर के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। इन कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पर भी अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश लगाने और सेंशरशिप को लेकर केस किया गया है। ट्रंप ने कहा है कि इन कंपनियों ने गलत तरीके से उन्हें प्रतिबंधित किया।

फेसबुक, गूगल और ट्विटर ने इस मामले में किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार किया है। ट्रंप की ओर से अमेरिका के दक्षिण फ्लोरिडा डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में केस दायर किया गया है। उन्होंने न्यू जर्सी गोल्फ कोर्स के बेडमिनस्टर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, “हम इस प्रतिबंध को समाप्त करने, बोलने से रोकने, ब्लैकलिस्टिंग, हटाने और प्रतिबंधित करने की प्रक्रियाओं को रोकने की माँग करते हैं और आप सब इसे अच्छी तरह से जानते हैं।”

उन्होंने कहा, “हम अमेरिकी स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए ऐतिहासिक जीत हासिल करेंगे।” गौरतलब है कि इसी साल 6 जनवरी 2021 को अमेरिका की कैपिटल हिल पर हिंसा के बाद ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया था। इसके बाद ट्रंप यूएस प्रेसिडेंसियल इलेक्शन 2020 को लेकर बयानबाजी जारी रखी। इसके बाद इन कंपनियों ने उनके खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया था।

ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर हेरफेर का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि वे चुनाव में जीते हैं और गलत तरीके से उन्हें हराया गया है। हालाँकि खुद उनके द्वारा नियुक्त अटॉर्नी जनरल में मतदान में गड़बड़ी से इनकार किया था।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प समेत कई राजनेता लंबे समय से यह कहते आ रहे हैं कि ट्विटर, फेसबुक समेत दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों उन्हें मिले सुरक्षा कवच (कानून) का उल्लंघन कर रहे हैं। ट्विटर, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया दिग्गज कंपनियों को कई देशों में पक्षपातपूर्ण नीतियों के कारण आलोचना, पेनाल्टी का सामना करना पड़ रहा है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

RSS से जुड़ी सेवा भारती ने कश्मीर में स्थापित किए 1250 स्कूल, देशभक्ति और कश्मीरियत का पढ़ा रहे पाठ: न कोई ड्रॉपआउट, न कोई...

इन स्कूलों में कश्मीरी और उर्दू भाषा में पढ़ाई कराई जा रही है। हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चे आतंकवादियों के सहयोगी बनें या पत्थरबाजों के ग्रुप में शामिल हों।

‘डराना-धमकाना कॉन्ग्रेस की संस्कृति’: 600+ वकीलों की चिट्ठी को PM मोदी का समर्थन, CJI से कहा था – दिन में केस लड़ता है ‘गिरोह’,...

"5 दशक पहले ही उन्होंने 'प्रतिबद्ध न्यायपालिका' की बात की थी - वो बेशर्मी से दूसरों से तो प्रतिबद्धता चाहते हैं लेकिन खुद राष्ट्र के प्रति किसी भी प्रतिबद्धता से बचते हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe