Sunday, May 18, 2025
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कोविड-19 का खुलासा करने वाली पत्रकार की जल्द रिहाई की माँग: अमेरीकी विदेश मंत्री ने चीनी सरकार को लताड़ा

"चीन कम्युनिस्ट पार्टी के झूठ के विपरीत, वुहान से चीनी नागरिक पत्रकार झांग झान की बिना सेंसर हुई रिपोर्टों ने दुनिया को कोरोना प्रकोप के बारे में ज़रूरी सच से अवगत कराया। उनके इस साहस के लिए उनकी तारीफ़ की जानी चाहिए न की क़ैद किया जाना चाहिए।"

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने चीनी नागरिक पत्रकार झांग झान की रिहाई की माँग की है। बता दें चीन ने वुहान में कोरोना वायरस पर कई खुलासे करने वाली स‍िट‍िजन जर्नलिस्‍ट झांग झान को 4 साल जेल की सजा सुनाई गई है। बीजिंग की इस कार्रवाई को शर्मनाक करार देते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इसकी निंदा की है।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने वुहान में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने पर लाइवस्ट्रीम रिपोर्टिंग दिखाने वाली महिला पत्रकार को सजा सुनाए जाने की निंदा करते हुए कहा, “अमेरिका पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) सिटीजन जर्नलिस्ट झांग झान को सजा सुनाए जाने की कड़ी निंदा करता है। हम पीआरसी सरकार से उन्हें तुरंत रिहा करने की माँग करते हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “चीन कम्युनिस्ट पार्टी के झूठ के विपरीत, वुहान से चीनी नागरिक पत्रकार झांग झान की बिना सेंसर हुई रिपोर्टों ने दुनिया को कोरोना प्रकोप के बारे में ज़रूरी सच से अवगत कराया। उनके इस साहस के लिए उनकी तारीफ़ की जानी चाहिए न की क़ैद किया जाना चाहिए।”

अमेरिकी मंत्री ने चीन के हिटलर रवैए पर उन्हें लताड़ते कहा कि चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) ने एक बार फिर दिखा दिया है कि वह उन सभी लोगों की आवाज चुप करा देगी जो उसके खिलाफ आवाज उठाएँगें।

गौरतलब है कि चीन में कोई भी स्‍वतंत्र मीडिया नहीं है और चीनी अधिकारी उन कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करते हैं जो कोरोना वायरस को लेकर चीन सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हैं। वकील और पेशे से पत्रकार 37 वर्षीय झांग ने फरवरी में वुहान की यात्रा की थी और सोशल मीडिया के कई मंचों पर महामारी फैलने के बारे में लोगों को अवगत कराया था।

उल्लेखनीय है कि चीन के वुहान शहर से ही कोविड-19 महामारी की शुरुआत पिछले साल के अंत में फैलनी शुरू हुई थी। जानलेवा बीमारी की खबर सार्वजनिक करने के लिए उन्हें मई में गिरफ्तार किया गया था। चीन में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लक्षित राष्ट्रव्यापी उपायों और सरकार की शुरुआती प्रतिक्रिया की आलोचना पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाने के बीच यह कार्रवाई की गई थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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