Saturday, July 27, 2024
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वामपंथियों ने एक बेघर इंसान का सारा सामान जला डाला: जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद का Video

वीडियो में आप देख सकते है कि किस तरह वामपंथियों ने एक बेघर इंसान के गद्दे को आग में डाल दिया। जिसके बाद लाचार और बेबस वो अपनी चीजों को किसी तरह बचाने की असहाय कोशिश करता है। वीडियो में सुना जा सकता है कि वह आदमी अपने सामानों को जलता हुआ देख किस तरह चिल्लाते हुए कह रहा है - "मैं यहाँ रहता हूँ।"

अमेरिका में एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों हुई हत्या के बाद दंगे और हिंसा अब भी जारी हैं। इसी दौरान ANTIFA से जुड़े वामपंथियों और दंगाइयों ने एक बेघर इंसान के पास जो भी था, उसे जला दिया।

इस वीडियो को ट्विटर यूजर ग्रेग रीज़ द्वारा शेयर किया गया था। ग्रेग टेक्सास स्थित InfoWars.com के प्रोड्यूसर हैं।

वीडियो में आप देख सकते है कि किस तरह दंगाइयों ने बेघर इंसान के गद्दे को आग में डाल दिया जिसके बाद लाचार और बेबस गद्दे का मालिक राख में बदलती अपनी चीजों को किसी तरह बचाने की असहाय कोशिश करता है। वीडियो में सुना जा सकता है कि वह आदमी अपने सामानों को जलता हुआ देख किस तरह चिल्लाते हुए कह रहा है – “मैं यहाँ रहता हूँ।”

इस तरह के एक दूसरे वीडियो में, दंगाइयों द्वारा एक बूढ़ी महिला और उसके पति को मारते हुए देखा जा सकता है क्योंकि वे अपने बिज़नेस को उनसे बचाने की कोशिश कर रहे थे।

यह वीडियो सिनेमेटोग्राफर ल्यूक रुडकोव्स्की ने अपने ट्विटर पर शेयर किया। उनके अनुसार, यह घटना न्यूयॉर्क के रोचेस्टर में हुई और अब पुलिस दंगाइयों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।

वहीं एक अन्य वीडियो में, न्यूयॉर्क में दंगाइयों द्वारा एक महिला के चेहरे पर मुक्का मारते हुए बिज़नेस बंद करने के लिए कहा जाता है। और जब उनका पति उसे बचाने की कोशिश करता है तो वे उनके साथ भी मारपीट करते हुए दिखाई देते हैं।

ANTIFA वैसे कई दशकों से है, लेकिन अमेरिका में उसने 1980 के दशक में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। 2016 में डोनाल्ड ट्रम्प के अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाने के बाद इसे प्रमुखता से निशाने पर लिया गया। पिछले साल यह खबरों में तब आया जब डेमोक्रेट और मेनस्ट्रीम मीडिया ने एक समलैंगिक पत्रकार पर हिंसक कम्युनिस्ट समूह द्वारा हमले को दिखाया था।

ANTIFA वामपंथ का कोई फ्रिंज एलिमेंट नहीं है। वे लिबेरल्स के सबसे चहेते लोग हैं। ओबामा प्रशासन के तहत एफबीआई ने ‘घरेलू आतंकी गतिविधियों‘ के रूप में एंटिफा की कार्रवाइयों को चिन्हित किया था।

ओबामा के राष्ट्रपति पद के दौरान उपराष्ट्रपति जो बिडेन थे। एफबीआई इन्हीं जो बिडेन के अंदर था और आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के रूप में ANTIFA को तब नामित किया गया था। दिलचस्प यह है कि इसी जो बिडेन ने इस फार-लेफ्ट समूह को “अमेरिकी लोगों का साहसी समूह” कहकर 2020 के लिए अपने राष्ट्रपति पद का कैंपेन शुरू किया।

वहीं रविवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ANTIFA को आतंकवादी संगठन घोषित करने का फैसला किया है।

ANTIFA के सदस्य आमतौर पर काले रंग के कपड़े पहनते हैं और अक्सर अपने विरोध प्रदर्शनों के दौरान चेहरे को मुखौटे से ढके रहते हैं। वे फार लेफ्ट विचारधाराओं जैसे एन्टी कैपिटलिज्म और विरोध-प्रदर्शन के दौरान हिंसा जैसी चीजों को भी फॉलो करते हैं। वे LGBTQ और स्वदेशी अधिकारों जैसे मुद्दों को उठाते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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