Saturday, June 14, 2025
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय2 साल में पहली बार नॉर्थ कोरिया से आई कोरोना केस की खबर: तानाशाह...

2 साल में पहली बार नॉर्थ कोरिया से आई कोरोना केस की खबर: तानाशाह किम जोंग ने लगाई ‘सीरियस इमरजेंसी’

कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट की पुष्टि के बाद किम जोंग उन ने पार्टी के पोलित ब्यूरो और अन्य अधिकारियों की बैठक बुलाई और घोषणा की कि वे कोरोना से बचाव वाले नियमों को सख्ती से लागू करें और लोगों से इसका पालन कराएँ।

उत्तर कोरिया (North Korea) ने दो साल बाद कोरोना संक्रमण के पहले केस की पुष्टि की है और इसके साथ ही देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान भी कर दिया है। इस लॉकडाउन को तानाशाह किम जोंग उन ने ‘सीरियस इमरजेंसी’ का नाम दिया है। इससे पहले उत्तर कोरिया ने अब तक यह मानने से इनकार कर दिया था कि उसके यहाँ कोरोना का कोई केस मिला है। लेकिन अब खुद ही केस की पुष्टि की है और पाबंदियों का भी ऐलान कर दिया है। हालाँकि कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि उत्तर कोरिया में पहले भी कोरोना संक्रमण के काफी केस मिले थे। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बताया कि प्योंगयांग में पाए गए मरीज में बुखार के लक्षण थे और जाँच के बाद ओमिक्रॉन BA.2 वैरिएंट की पुष्टि हुई है।

उत्तर कोरिया ने गुरुवार (12 मई 2022) को अपने यहाँ पहले कोविड-19 केस सामने आने की जानकारी दी। देश के सरकारी मीडिया ने इसे गंभीर राष्ट्रीय आपातकालीन घटना बताया है। कोरोना वायरस को दुनिया में सामने आए दो साल से अधिक समय हो चुका है, लेकिन अब से पहले तक उत्तर कोरिया ने अपने यहाँ कोरोना के मामलों के सामने आने की जानकारी नहीं दी थी। आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि कोविड के रिपोर्ट किए गए नए मामले वायरस के खतरनाक ओमिक्रोन वेरिएंट से जुड़े हुए हैं।

कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि ओमिक्रोन वेरिएंट की पुष्टि के बाद किम जोंग उन ने पार्टी के पोलित ब्यूरो और अन्य अधिकारियों की बैठक बुलाई और घोषणा की कि वे कोरोना से बचाव वाले नियमों को सख्ती से लागू करें और लोगों से इसका पालन कराएँ। एजेंसी ने कहा कि बैठक का उद्देश्य कम से कम समय में कोरोना को जड़ से खत्म करना था। उधर, विशेषज्ञों का कहना है कि नॉर्थ कोरिया की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था को देखते हुए देश को कोरोना के गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

बताया जा रहा है कि देश में ये सबसे बड़ी आपातकालीन घटना हुई है। फरवरी 2020 से पिछले दो सालों और तीन महीनों में देश को सुरक्षित रूप से रखा गया, लेकिन अब इसमें घुसपैठ हुई है। हालाँकि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि कोविड-19 की वजह से कितने लोग संक्रमित हुए हैं। उत्तर कोरिया में महामारी की शुरुआत होने के बाद से देश में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए एक सख्त कोविड पॉलिसी लागू की गई थी। इस बात का भी दावा किया गया है कि देश में स्वास्थ्य सुविधाओं के सीमित होने और वैश्विक स्तर पर अलग-थलग होने की वजह से किम जोंग चिंतित हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अहमदाबाद प्लेन क्रैश की वीडियो बनाने वाला बच्चा नहीं हुआ गिरफ्तार: सोशल मीडिया पर झूठ बोल रहा ‘द लल्लनटॉप’ का पत्रकार, गुजरात पुलिस ने...

प्लेन क्रैश की वीडियो वायरल होने के बाद एक अफवाह उड़ी कि पुलिस ने वीडियो बनाने वाले बच्चे को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के खंडन के बाद लल्लनटॉप की किरकिरी हो रही है।

हिंदुओं की आस्था का केंद्र हैं मंदिर, विधर्मियों को रोजगार देने का स्कीम नहीं: तिरुपति से शनि शिंगणापुर तक ‘मुस्लिम घुसपैठ’

इस विवाद की शुरुआत एक वीडियो से हुई, जिसमें मुस्लिम कारीगार शनि शिंगणापुर के पवित्र चबूतरे पर काम कर रहे थे।
- विज्ञापन -