Saturday, July 27, 2024
Homeरिपोर्टमीडिया'बकलोल' पत्रकार के खिलाफ FIR: आर्मी चीफ जनरल रावत की तुलना कर दी थी...

‘बकलोल’ पत्रकार के खिलाफ FIR: आर्मी चीफ जनरल रावत की तुलना कर दी थी जलियाँवाले डायर से

ट्विटर पर अपने ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कनौजिया ने अपने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया लेकिन कई लोगों ने उससे पहले उस ट्वीट का स्क्रीनशॉट ले रखा था।

उत्तर प्रदेश के पत्रकार प्रशांत कनौजिया आपत्तिजनक टिप्पणियों व ट्वीट्स के लिए कुख्यात हैं, जिसके लिए उन्हें गिरफ़्तार भी किया जा चुका है। उन्होंने इस बार एक ऐसा ट्वीट किया जो न सिर्फ़ भारत देश बल्कि भारतीय सेना का भी अपमान है। ऐसा करके उन्होंने क्षण भर में भारत के स्वतन्त्रता आंदोलन का भी मजाक बना डाला। प्रशांत ने भारत के सेनाध्यक्ष विपिन रावत की तुलना जनरल डायर से कर दी। जनरल डायर वही था, जिसनेजालियाँवाला बाग़ कांड के दौरान भारतीयों का नरसंहार किया था। प्रशांत कनौजिया ने हालाँकि अपनी ट्वीट डिलीट कर दी लेकिन उस ट्वीट का लिया गया स्क्रीनशॉट नीचे देखें:

हालाँकि, बाद में ट्विटर पर अपने ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने अपने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया लेकिन कई लोगों ने उससे पहले उस ट्वीट का स्क्रीनशॉट ले रखा था। भारतीय सेना में पदस्थापित रह चुके सैयद हसनैन सहित कई अन्य लोकप्रिय हस्तियों ने सेना का अपमान करने के लिए प्रशांत कनौजिया को लताड़ा।

ताज़ा ख़बर के मुताबिक़, वकील अलख अलोक श्रीवास्तव ने कनौजिया के ख़िलाफ़ थाने में मामला दर्ज कराया है। उन्होंने तिलक मार्ग थाने में मामला दर्ज कराया, जिससे कनौजिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कनौजिया द्वारा विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के सेनाध्यक्ष जनरल रावत की तुलना एक ऐसे व्यक्ति से की गई, जिसने भारतीय जनता का नरसंहार किया था। जनरल डायर का गुनाह इतना बड़ा था कि उन्हें अपनी ही सरकार द्वारा शुरू की गई जाँच का सामना करना पड़ा था।

इससे पहले जब प्रशांत कनौजिया को गिरफ़्तार किया गया था तब कथित लिबरल समुदाय के गिरोह ने जम कर हंगामा मचाया था। उस समय इसे पत्रकारिता की स्वतंत्रता से जोड़ कर दिखाने की कोशिश की गई थी। लेकिन, इसके बाद कनौजिया की हरकतें और बढ़ गईं और वे अपने आप को मोदी विरोध के भीतर इतना नीचे गिराते चले गए कि उन्होंने आपत्तिनजक ट्वीट्स की लड़ी लगा दी। कनौजिया के ख़िलाफ़ अन्य लोगों ने भी एफआईआर दर्ज कराई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेशियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर झारखंड पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा: BJP नेता बाबू लाल मरांडी का आरोप, साझा की...

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर हेमंत सरकार की पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा।

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -