Tuesday, July 15, 2025
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NDTV को खरीद रहे अडानी, ₹1600 करोड़ की डील? ‘अफवाह’ पर शेयर्स ने मारी उछाल

खबरें आई थीं कि अडानी ग्रुप दिल्ली आधारित कोई मीडिया हाउस लेने जा रहा है, जो कि शायद एनडीटीवी हो सकता है। इस खबर के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर मात्र 79.65 रुपए में ट्रेड हो रहा स्टॉक 9.94 फीसद बढ़ गया।

एनडीटीवी (NDTV) को अडानी ग्रुप खरीदेगा- यह अफवाह बाजार में उड़ते ही इस समाचार चैनल के शेयर्स सोमवार (सितंबर 20, 2021) को करीबन 10 फीसद ऊपर चढ़ गए। इससे पहले खबरें आई थीं कि अडानी ग्रुप दिल्ली आधारित कोई मीडिया हाउस लेने जा रहा है, जो कि शायद एनडीटीवी हो सकता है। इस खबर के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर मात्र 79.65 रुपए में ट्रेड हो रहा स्टॉक 9.94 फीसद बढ़ गया।

बता दें कि अडानी समूह द्वारा एनडीटीवी को खरीदे जाने के कयास उस समय लगने शुरू जब हुए ‘द क्विंट’ में बतौर एडिटोरियल डारेक्टर रह चुके संजय पुगालिया ‘अडानी इंटरप्राइजेज’ की मीडिया इनिशिएटिव्स में CEO के साथ-साथ मुख्य संपादक के पद के लिए चुने गए।

पायनियर के पत्रकार जे गोपीकृष्णन इस मामले पर लिखते हैं, “अडानी ग्रुप एक पुराने टीवी चैनल को खरीद रहा है जो हमेशा से उनपर हमलावर रहा। इसके लिए लंदन में हस्ताक्षर होंगे। कुछ लोग कह रहे हैं कि डील की कीमत 1600 करोड़ रुपए है। लेकिन जो व्यक्ति अभी जा रहा है उसे केवल 100 करोड़ मिलेंगे… बाकी बड़े शेयरहोल्डर्स को 750 करोड़ रुपए मिलेंगे।”

यहाँ उल्लेखनीय हो कि अडानी समूह और एनडीटीवी को लेकर ये सारी बातें मीडिया और सोशल मीडिया में चल रही हैं। हमारे खबर लिखने तक एनडीटीवी की इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।

संजय पुगालिया अडानी समूह में

गौरतलब है कि संजय पुगलिया ‘आज तक’ के संस्थापकों में से एक रहे हैं। प्रिंट में वो ‘नवभारत टाइम्स’ और ‘बिजनेस स्टैण्डर्ड’ का हिस्सा रहे हैं। उन्हें लेकर अडानी समूह ने जानकारी दी थी कि संजय पुगलिया ने 2000-01 में ऑस्ट्रेलियाई मीडिया संस्थान ‘नाइन नेटवर्क’ के ‘इंडियन JV’ में प्रेजिडेंट के अलावा ‘हेड ऑफ स्ट्रेटेजिक प्लानिंग एंड फिल्म बिजनेस’ का पद संभाला था। अडानी समूह ने लिखा कि उसके उत्पादों की ब्रांडिंग और राष्ट्र निर्माण के लिए संजय पुगलिया का किरदार महत्वपूर्ण होगा।

मजे की बात तो ये है कि ‘The Quint’ जिस मीडिया गिरोह का हिस्सा है, वो हमेशा से मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के खिलाफ लिखता रहा है और अडानी को मोदी का करीबी बताते हुए उनकी आलोचना करता रहा है। अडानी की संपत्ति में वृद्धि के लिए वामपंथी व विपक्षी नेताओं के अलावा प्रोपेगंडा पत्रकार भी मोदी सरकार पर उनका समर्थन करने के आरोप लगाते रहे हैं। अब ‘The Quint’ के एडिटोरियल डायरेक्टर ने ही अडानी का रुख कर लिया है। वो प्रणव अडानी को रिपोर्ट करेंगे, जो गौतम अडानी के छोटे भाई विनोद अडानी के बेटे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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