Tuesday, November 5, 2024
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नूहं हिंसा का ठीकरा हिन्दुओं पर ही फोड़ते नजर आए राजदीप सरदेसाई, अल्लाह-हू-अकबर पर लड़खड़ाई जबान

राजदीप सरदेसाई के अनुसार नूहं दंगों को लेकर केवल दो सिद्धांत हैं: 1) बजरंग दल ने मेवातियों को भड़काया और उन्होंने जवाबी कार्रवाई की। 2) मेवाती मुस्लिम गौरक्षकों द्वारा फैलाई गई नफरत के खिलाफ जवाबी हमला करने का इंतजार कर रहे थे।

नूहं हिंसा पर इंडिया टुडे के संपादक राजदीप सरदेसाई ने कल एक स्पेशल शो किया। जिसमें नूहं में हुई हिंसा का पूरा ठीकरा वह इन्वेस्टीगेशन के नाम पर हिन्दुओं पर ही फोड़ते नजर आए। अपने शो में जहाँ FIR पढ़ते हुए अल्लाह-हू-अकबर पर वह लड़खड़ाते नजर आए वहीं दो-तीन चुनिंदा वीडियो के आधार पर इस हिंसा के लिए हिन्दू संगठनों को ही जिम्मेदार साबित करने में लगे रहे।  

राजदीप सरदेसाई हरियाणा के मेवात के नूहं में 31 जुलाई 2023 को मुस्लिम भीड़ द्वारा जलाभिषेक यात्रा में शामिल हजारों हिंदुओं पर हमले पर लीपापोती करते हुए अपने इन्वेस्टिगेटिव शो में दो नैरेटिव के साथ आए। उनका पूरा जोर इस बात पर है कि बजरंग दल ने यात्रा निकाली, मुस्लिमों को उकसाया और मुस्लिम ग्रुप इसके जवाब में प्रतिक्रिया दे रहा था। 

राजदीप सरदेसाई के अनुसार नूहं में हिंदुओं पर हमले को लेकर केवल दो सिद्धांत हैं: 1. बजरंग दल ने मेवातियों को भड़काया और उन्होंने जवाबी कार्रवाई की। 2. मेवाती मुस्लिम गौरक्षकों द्वारा फैलाई गई नफरत के खिलाफ जवाबी हमला करने का इंतजार कर रहे थे। 

यह दोनों वही कुतर्क है, जिसके सहारे राजदीप सरदेसाई जैसे लेफ्ट-लिबरल लम्बे समय से अपना एजेंडा पेडल कर लंबे समय से जनता को मूर्ख बनाते आए हैं। 

इस नैरेटिव के सहारे वह हरियाणा पुलिस की ADG लॉ एंड ऑर्डर से यह सवाल करते नजर आए कि नूहं में हुई हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार हैं। अपने एक घंटे के स्पेशल शो में वह कुछ चुनिंदा वीडियो ही चलते नजर आए, जिससे हिन्दू ही अपराधी के रूप में नजर आए। जबकि आजतक की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए 2300 वीडियो की पहचान की है। जिसमें पुलिस का मानना है कि इन्हीं वीडियो ने हिंसा को उकसाने में अहम भूमिका निभाई। 

वहीं ADG लॉ एंड ऑर्डर ने अपने बयान में कहा कि जो भी जिम्मेदार हैं, एविडेंस के आधार पर, वह चाहे हिन्दू हों या मुस्लिम, उन पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। 

अपने पूरे शो में जहाँ राजदीप सरदेसाई नूहं हिंसा के लिए एकतरफा गोरक्षक मोनू मानेसर को जिम्मेदार ठहराते नजर आए वहीं उपद्रवी दंगाई मेवाती मुस्लिमों को पीड़ित साबित करने में पूरा जी जान लगा दिया। जबकि कई रिपोर्ट और पुलिस के बयान के अनुसार मोनू मानेसर वहाँ मौजूद नहीं थे।

इसी मामले पर उनके शो के बाद बीजेपी के अमित मालवीय ने उन्हें घेरते हुए अपनी टिप्पणी के साथ FIR की कॉपी ट्वीट किया।  जिसमें नूहं हिंसा को लेकर कई बातें बेहद साफ हैं। अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा:

“कल राजदीप सरदेसाई ने नूहं में हुए दंगों के लिए मोनू मानेसर को दोषी ठहराते हुए पूरा शो किया, जबकि वह वहाँ मौजूद भी नहीं थे। हालाँकि, वह इस दंगे के लिए मुस्लिम भीड़ को साफ क्लीन चिट देते नजर आए, जो अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते हुए उपद्रव कर रही थी और हिंसा और आगजनी में लिप्त थी।”

ड्यूटी मजिस्ट्रेट आबिद हुसैन की यह एक एफआईआर बताती है कि कैसे 400-500 की मुस्लिम भीड़ ने 35-40 हिंदू यात्रियों के एक समूह को घेर लिया और उन्हें बचाने गई पुलिस टीम पर भी हमला किया।

गौरतलब है कि इस मामले में दर्ज कई एफआईआर ऑपइंडिया को मिली हैं। इनमें से 7 FIR पुलिस पर हुए हमलों के बारे में बताती है। इनसे पता चलता है कि 600-700 की इस्लामी भीड़ ने पुलिसकर्मियों को भी भीषण तरीके से निशाना बनाया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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